मांगलिक विवरण / मंगल दोष
सामान्यत: मंगल दोष जन्म-कुण्डली में लग्न और चन्द्र से देखा जाता है।
आपकी कुण्डली में मंगल लग्न से दशम भाव में व चंद्र से द्वादश भाव में है।
अत: मंगल दोष लग्न कुण्डली में उपस्थित नहीं है परन्तु चंद्र कुण्डली में उपस्थित है।
ऐसा माना जाता है कि मंगल दोष वैवाहिक जीवन में समस्याएँ खड़ी करता है।
ऐसा माना जाता है कि अगर एक मांगलिक व्यक्ति दूसरे मांगलिक व्यक्ति से विवाह करता है तो मंगल दोष रद्द हो जाता है।
केसरिया गणपति अपने पूजा गृह में रखें एवं रोज़ उनकी पूजा करें।
हनुमान जी की पूजा करें और हनुमान चालीसा का पाठ करें।
महामृत्युंजय का पाठ करें।
उपाय (ये लालकिताब आधारित उपाय हैं जोकि विवाह पश्चात् किए जा सकते हैं)
चिड़ियों को कुछ मीठा खिलाएँ।
घर पर हाथी-दांत रखें।
बरगद के पेड़ की पूजा मीठे दूध से करें।
हमारा सुझाव है कि इन उपायों को करने से पूर्व किसी योग्य ज्योतिषी की सलाह ले लें।