धर्मेंद्र
Dec 08, 1935
06:00:00
Ludhiana
75 E 52
30 N 56
5.5
Kundli Sangraha (Bhat)
सटीक (स.)
Dharmendra एक ऊर्जावान व्यक्ति हैं और तब तक संतुष्ट नहीं होते जब तक क्रियाशील न हों। Dharmendra मानसिक एवं शारीरिक रूप से शक्तिशाली एवं काम के लिये उत्साह से भरपूर हैं। Dharmendra के अन्दर असीम साहस है एवं यह सभी गुण Dharmendra के जीवन को बहुआयामी बनाते हैं। Dharmendra एक जगह ही सिर्फ इसलिये ही नहीं रुक सकते क्योंकि Dharmendra ने उस दिशा में कार्य प्रारम्भ किया था। अगर Dharmendra को सही लगता है तो Dharmendra अपना काम, मित्र, रुचियां या कुछ भी बदलने मे नहीं हिचकिचाते। दुर्भाग्यवश Dharmendra परिवर्तन के सभी पहलुओ का अध्ययन नहीं कर पाते और यह जल्दबाजी Dharmendra को प्रायः मुसीबत में डालती है। फिर भी Dharmendra के अन्दर साहस है, Dharmendra जन्मजात रूप से मुसीबतों से लड़ने वाले हैं। यह सब मिलाकर Dharmendra को अन्त में सफलता दिलाते हैं।ऐसा प्रतीत नहीं होता कि जीवन में Dharmendra को असीम धन की प्राप्ति होगी परन्तु धन केवल तभी उपयोगी होता है जब वह Dharmendra को सुख दिला सके और उस सुख से Dharmendra जीवन का सम्पूर्ण आनन्द ले सकें।यह मानने के अनेक कारण हैं कि Dharmendra जगह-जगह की सैर करेंगे और सम्भवतः अत्यधिक विश्व भ्रमण करेंगे। Dharmendra को देश के विभिन्न हिस्सों में पद प्राप्त होंगे। Dharmendra को अपने व्यवसाय के कारण भ्रमण अधिक करना पड़ेगा।हमारी सलाह है कि Dharmendra को अपने अन्दर धैर्य विकसित करने का प्रयास करना चाहिये और Dharmendra को किसी भी नये व्यवसाय को प्रारम्भ करने से पहले उस पर होने वाले खर्च का पूरा अध्ययन कर लेना चाहिये। यह कुछ छोटी बातें है परन्तु Dharmendra की सफलता को खराब कर सकते हैं। साथ ही, परिवर्तन से बचें खासकर की 35 की उम्र के बाद।
Dharmendra को ईश्वर ने अत्युत्तम व्यावहारिक ज्ञान और अपनी आवश्यकता के प्रति स्पष्ट नजरिया दिया है। Dharmendra तार्किक एवं व्यावहारिक हैं। Dharmendra वातावरण में खुशहाली खोजते हैं और अपने विचार-क्षितिज को व्यापक बनाने से डरते नहीं है। Dharmendra भय को पहचानकर उसे दूर करने के रास्ते खोज लेते हैं। कृपया ध्यान रखें कि यदि Dharmendra सिर्फ अपने बारे में सोचेंगे, तो Dharmendra की सफलता की संभावना बहुत कम होगी।Dharmendra एक ऐसे व्यक्तित्व के स्वामी हैं जो सबसे अलग है। Dharmendra औरों लोगों से हटकर अपने जीवन को अलग तरीके से जीते हैं और जब बात Dharmendra की शिक्षा की आती है तब भी Dharmendra ऐसा ही करते हैं। Dharmendra कई बार जल्दबाजी में भी बहुत चीजें सीखना चाहते हैं जो बाद में Dharmendra को परेशान करती हैं। हालांकि Dharmendra की लेखन क्षमता बेहतर हो सकती है और Dharmendra लिखने में आनंद महसूस कर सकते हैं। Dharmendra अपनी गलतियों से सीखना पसंद करते हैं और सहजता से किसी भी कार्य में अपना सब कुछ लगा देते हैं। अपनी इसी विशेषता को Dharmendra को शिक्षा के क्षेत्र में भी लगाना चाहिए। कभी-कभी अपनी ही गलतियों के कारण Dharmendra को परेशानी उठानी पड़ सकती है और इसी वजह से Dharmendra की पढ़ाई में व्यवधान उत्पन्न हो सकते हैं। Dharmendra को जीवन के अनुभवों से सीखने में आनंद आता है और यही बात Dharmendra को शिक्षा के क्षेत्र में छोटी-छोटी बातों से सीखने में सफलता देती है। Dharmendra के लिए आवश्यक है कि Dharmendra जो कुछ भी सीखते हैं उसे एक बार पुनः दोहरायें ताकि वह Dharmendra की स्मृतियों में अंकित हो जाए। शिक्षा के क्षेत्र में चुनौतियां का सामना करने के बाद ही सफलता प्राप्त हो सकती है।
Dharmendra की कठिन परिश्रम की प्रेरणा का मूल धन प्राप्ति की कामना है, क्योंकि Dharmendra को लगता है कि भौतिक ऐश्वर्यपूर्ण वातावरण दूसरों से सम्मान पाने के लिये अनिवार्य है। परन्तु Dharmendra का ऐसा सोचना सही नहीे है, Dharmendra उस दिशा में तभी जाएं यदि Dharmendra को लगता है कि उस दिशा में सुख की प्राप्ति होगी।