ग्रेसी सिंह
Jul 20, 1980
12:00:00
New Delhi
77 E 12
28 N 36
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
ग्रेसी सिंह का कार्यक्षेत्र बहुआयामी और बौद्धिक होना चाहिए। ग्रेसी सिंह को एक समय में एकाधिक कार्य करना पसन्द है और सम्भवतः ग्रेसी सिंह के एकाधिक व्यवसाय होंगे।
ग्रेसी सिंह का मानवीय स्वभाव और दूसरों के दुःख-दर्द दूर करने की इच्छा के कारण चिकित्सा कार्यक्षेत्र या ‘नर्सिंग‘ (यदि ग्रेसी सिंह स्त्री हैं) ग्रेसी सिंह के लिये उपयुक्त है। इन दोनों में ही ग्रेसी सिंह अपनी आकांक्षा को प्राप्त कर पाएंगे और संसार में निश्चय ही अच्छा एवं उपयोगी कार्य कर पाएंगे। यदि ग्रेसी सिंह ये कार्यक्षेत्र नहीं भी अपना पाते हैं, तो भी ग्रेसी सिंह के मिजाज के अनुरूप अन्य कई सम्भावनाएं हैं। एक शिक्षक के तौर पर ग्रेसी सिंह बहुत अच्छा कार्य कर सकते हैं। एक प्रबन्धक के तौर पर ग्रेसी सिंह अपने कर्तव्यों का निर्वाहन ठीक ढंग से कर पाएंगे औैर ग्रेसी सिंह के सहकर्मी ग्रेसी सिंह के आदेशानुसार कार्य करेंगे,क्योंकि वे जानते हैं कि ग्रेसी सिंह एक अच्छे मित्र हैं। इसके अलावा भी ग्रेसी सिंह विभिन्न कार्यक्षेत्रों में अच्छा जीवन यापन कर सकते हैं, मुख्यतः साहित्यिक एवं कलात्मक अभिव्यक्ति, जिसका मिश्रण ग्रेसी सिंह को एक बेहतर लेखक बनाता है। ग्रेसी सिंह टीवी और फिल्म के लिये एक बेहतर अभिनेता भी हो सकते हैं। यदि ग्रेसी सिंह इस तरह के कार्य क्षेत्रों का चुनाव करते हैं, तो ग्रेसी सिंह अपने धन व समय को सामाजिक कार्यों में भी लगाएंगे।
ग्रेसी सिंह की आर्थिक स्थिति बहुत ही विरोधाभासी होगी। पहले तो ग्रेसी सिंह का भाग्य बहुत अच्छा चलेगा, किन्तु बाद में उतने ही समय के लिये बिल्कुल विपरीत दिशा में चलेगा और कुछ भी ठीक न होता हुआ प्रतीत होगा। ग्रेसी सिंह को को सभी प्रकार के जुए व सट्टेबाजी से दूर रहना चाहिए और अपने खर्चीले स्वभाव पर नियन्त्र रखना चाहिए। ग्रेसी सिंह धन सम्बन्धी अनिश्चित परिस्थितियों में फंस सकते हैं। ग्रेसी सिंह आरम्भिक स्थिति में कुछ धन प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन ग्रेसी सिंह उसे रोक नहीं पाते हैं। ग्रेसी सिंह के विचार व युक्तियाँ ग्रेसी सिंह की पीढी से आगे के होते हैं। ग्रेसी सिंह को अनिश्चितताओं में लिप्त होने में आनन्द आता है, परन्तु अन्त में ये ग्रेसी सिंह को नुकसान देंगे। विद्युत, वायरलॅस, रेडियो, टीवी, चलचित्र, भवन-निर्माण वसाथ ही साहित्य या अन्य कोई कल्पनाशील रचना आदि से जुड़े हुए विचार ग्रेसी सिंह के लिये श्रेष्ठ हैं।