शार्दुल ठाकुर
Oct 16, 1991
00:00:00
Palghar
72 E 45
19 N 40
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
शार्दुल ठाकुर कार्यालय की राजनीति से दूर रहना पसन्द करते हैं और पद के लिये लड़ना शार्दुल ठाकुर को पसन्द नहीं है। ऐसी स्थितियां ढूंढें जहां शार्दुल ठाकुर अकेले एवं अपनी पसन्द का कार्य अपनी गति से कर सकें। जैसे लेखन, चित्रकारी और कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग इत्यादि।
शार्दुल ठाकुर की ऊर्जा एवं शक्ति शार्दुल ठाकुर के व्यक्तित्व का एक विशेष गुण है। जब अन्य लोग सोच रहे होते है तब शार्दुल ठाकुर कर रहे होते हैं और ‘जो पहले आवे सो पावे‘। शार्दुल ठाकुर को ऐसे सभी कार्यक्षेत्रों को भूल जान चाहिये जहां सूट-बूट एवं दिखावे का बोलबाला हो। शार्दुल ठाकुर ऐसी वाह्य गुणों से परे कहीं अधिक व्यावहारिक हैं। यहां तक कि वे शार्दुल ठाकुर को व्यग्र कर देती हैं। शार्दुल ठाकुर जमीन से जुड़े एक कार्यशील व्यक्ति हैं जो सबकुछ करने के लिये सदैव तत्पर रहता है। शार्दुल ठाकुर सच्चे जीवन और फिल्मी पर्दे दोनों में एक अन्वेषक की भूमिका बखूबी कर सकते हैं। शार्दुल ठाकुर एक ‘सर्जन‘ की तरह बेहतर कार्य कर सकते हैं बजाय कि एक वित्तीय सलाहकार के। ऐसा कोई भी कार्य जहां कुछ बनाने की कला कि आवश्यकता होती है शार्दुल ठाकुर वहां सफल हो सकते हैं। इंजीनियरिंग इस प्रकार का एक कार्यक्षेत्र कहा जा सकता है। समुद्र सम्बन्धी ऐसे कई कार्य हैं जो शार्दुल ठाकुर के लिये पूर्णतः उपयुक्त हैं। शार्दुल ठाकुर के अन्दर एक वायुयान-चालक सरीखा साहस है। जमीन से जुड़ी हुई शार्दुल ठाकुर की ऊर्जा के अनुरूप भी कई कार्यक्षेत्र हैं। शार्दुल ठाकुर सिर्फ एक बेहतरीन किसान ही नहीं हो सकते बल्कि शार्दुल ठाकुर एक बेहतर सर्वेक्षक, खदान इंजीनियर या खदान-अन्वेषक भी हो सकते हैं।
शार्दुल ठाकुर के जीवन में वित्त सम्बन्धी कई उतार-चढ़ाव आएंगे, मुख्यतः शार्दुल ठाकुर की जल्दबाजी एवं अपनी क्षमता से अधिक का काम करने के कारण।शार्दुल ठाकुर एक सफल कम्पनी प्रमोटर, शिक्षक, वक्ता या आयोजक हो सकते हैं। शार्दुल ठाकुर के अन्दर सदैव से ही पैसा बनाने की क्षमता है, लेकिन साथ ही साथ इस दौरान शार्दुल ठाकुर के कई शत्रु बन सकते हैं। शार्दुल ठाकुर के व्यापार व उद्योग से अच्छी धनार्जन की उम्मीद है और शार्दुल ठाकुर के जीवन में असीम धनार्जन की अनेक अवसर आएंगे यदि शार्दुल ठाकुर अपनी इच्छा शक्ति पर काबू रखते हैं। जो कि समय-समय पर खर्चीले मुकदमों या शार्दुल ठाकुर के शक्तिशाली शत्रुओं की वजह से शार्दुल ठाकुर के हाथ से जा सकते हैं। अतः शार्दुल ठाकुर को लोगों के नियंत्रण की विद्या सीखने का प्रयास करना चाहिये एवं मतभेदों से भी बचना चाहिये।