आदित्य कुमार का फलादेश जन्म से October 29, 2005 तक
आदित्य कुमार सुविधा और विलास के साधनों पर खर्च करेंगे। उच्च कोटि का वैवाहिक सुख भोगेंगे। फिर भी अच्छा होगा कि आदित्य कुमार अपनी भोग वृती पर अंकुश लगायें वरना आनन्द प्राप्त करने के बजाय परेशानी उठानी पड़ जायेगी। छोटी मोटी बीमारी परेशान करेगी। प्रणय संबंधों की गति धीमी रखें। विरोधी और प्रतिद्वन्दी नुकसान पहुंचाने का प्रयत्न करेंगे। यघपि आदित्य कुमार उनकी परवाह नहीं करेंगे फिर भी आदित्य कुमार को सलाह दी जाती है कि ऐसा न करें। आर्थिक रूप से यह बुरा समय नहीं है पर खर्चो पर नियंत्रण रखें। परिवार जन के स्वास्थ्य के कारण आदित्य कुमार चिन्तित रह सकते हैं।
आदित्य कुमार का फलादेश October 29, 2005 से October 29, 2011 तक
इस अवधि में आदित्य कुमार बहुत क्रियाशील एवम् व्यस्त रहेंगे। व्यापार या नौकरी में सफलता प्राप्त करेंगे और अपने वरिष्ठ अधिकारियों के कृपाभाजन रहेंगे। यह समय आदित्य कुमार की कर्मठता का समय सिद्ध होगा। व्यापार के कारण सफलदायक यात्राएं करेंगे। सब लिहाज से यह समय काफी संतोषप्रद सिद्ध होगा। इस समय में आदित्य कुमार अपनी सारी आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पा जायेंगे।
आदित्य कुमार का फलादेश October 29, 2011 से October 29, 2021 तक
इस अवधि में आदित्य कुमार का आत्म विश्वास बढ़ा चढ़ा रहेगा। भाई बहिन भी खुशहाल रहेंगे। मां बाप से संबंध बहुत अच्छे रहेंगे। अगर नौकरी करते हैं तो पदोन्नति की संभावना है। स्थान परिवर्तन या व्यवसाय में बदलाव की भी संभावना है।
आदित्य कुमार का फलादेश October 29, 2021 से October 29, 2028 तक
इस अवधि में आदित्य कुमार काफी सुखी रहेंगे। नौकरी के हालात सुधरेंगे। प्रचुर लाभ होने की संभावना है। पारिवारिक वातावरण भी सुखद रहेगा। आदित्य कुमार अपनी अड़चनें और बाधाएं दूर करने और शत्रुओं का दमन करने के लिये चेष्टारत रहेंगे। कार इत्यादि चलाते समय सावधानी बरतें।
आदित्य कुमार का फलादेश October 29, 2028 से October 29, 2046 तक
इस अवधि के दौरान आदित्य कुमार का अपने प्रति विश्वास बहुत बढ़ा चढ़ा रहेगा। आदित्य कुमार निडर संघर्षप्रेमी और झगड़े झंझट से डरने वाले नहीं होंगे। आदित्य कुमार की मेहनत और कर्मठता से व्यापार धंधे में विकास होगा। वरिष्ठ लोगों और सत्ताधारी व्यक्तियों से आदित्य कुमार के संबंध मधुर रहेंगे। साथ ही साथ आदित्य कुमार के व्यापारिक क्षेत्र में बढ़ोत्तरी होगी। एक सोची हुई यात्रा पूरी करने से असीमित लाभ प्राप्त करेंगे। प्रतिस्पर्धा में विजयी रहकर आदित्य कुमार अपने शत्रुओं का पराभव कर देंगे। स्वास्थ्य भी बहुत अच्छा रहेगा।
आदित्य कुमार का फलादेश October 29, 2046 से October 29, 2062 तक
मानसिक चिन्ताओं के कारण तकलीफ होगी। शारीरिक रोग भी घेरे रह सकते हैं। दिमाग को शांति नहीं मिलेगी। परिवार जनों का बर्ताव भी फर्क रहेगा। लेकिन गूढ़ विाान और परामनोविाान में आदित्य कुमार की रूचि जागृत होगी। इन क्षेत्रों के कुछ अनुभव भी प्राप्त होंगे। अचानक धन लाभ होने की भी संभावना है। पूंजी निवेश का प्रयत्न न करें क्योंकि मन चाहा परिणाम प्राप्त नहीं होगा। मित्र व सहयोगी अपना वचन नहीं निभायेंगे। असुरक्षा की भावना सदैंव विद्यमान रहेगी।
आदित्य कुमार का फलादेश October 29, 2062 से October 29, 2081 तक
इस अवधि में जीवन शक्ति में कमी होने के कारण आदित्य कुमार बेहद अशक्त महसूस करेंगे। फालतू के कामों में आदित्य कुमार अपनी ऊर्जा बर्बाद करेंगे। धन हानि होगी। परिवारजनों की बीमारी आदित्य कुमार की मानसिक शांति भंग कर देगी। व्यय करने की प्रवृति बढ़ेगी। अवांछित स्थान पर आदित्य कुमार को निवास करना पड़ सकता है। लेकिन यह इद्रयातीत अनुभव प्राप्त करने के लिये बुरा समय नहीं है। धार्मिक क्रियाकलापों में कुछ समय बिताने की सलाह दी जाती है। सांसारिक मामलों के लिहाज सेयह श्रेष्ठ समय नहीं है।
आदित्य कुमार का फलादेश October 29, 2081 से October 29, 2098 तक
व्यापार या व्यवसाय में आदित्य कुमार बहुत अच्छा काम करेंगे। व्यापार का विस्तार भी हो सकता है। इस अवधि के दौरान आदित्य कुमार पूरी तरह कर्मठ रहेंगे। वरिष्ठ लोगों या सत्तावान व्यक्तियों के साथ आदित्य कुमार के संबंधों में सुधार आयेगा। पारिवारिक माहौल संतोषप्रद रहेगा। आदित्य कुमार को वाहन भी प्राप्त हो सकता है। विदेशों से अच्छी खबर मिलने की संभावना है। घर में किसी शुभ कृत्य का आयोजन होगा।
आदित्य कुमार का फलादेश October 29, 2098 से October 29, 2105 तक
इस अवधि के दौरान वैचारिक स्पष्टता का अभाव रहेगा। साधारण रूप से प्रसन्नता नहीं मिलेगी। पारिवारिक वातावरण भी परेशान रखेगा। छोटी छोटी बातों पर झगड़ें और विवाद हो सकते हैं। व्यापार धन्धा भी मन्दा चलेगा। अगर नौकरी करते हैं तो नौकरी के हालात भी संतोषप्रद नहीं होंगे। इस अवधि में आदित्य कुमार के शीघ्र व्याधिग्रस्त होने की प्रवृति रहेगी। परिवारजनों की बीमारी चिन्तित रखेगी। वैसे आदित्य कुमार का मन धार्मिक क्रिया कलाप की ओर झुका रहेगा और आदित्य कुमार पवित्र स्थलों की यात्रा करेंगे।