अकबर
Oct 15, 1542
1:49:00
Umarkot
69 E 40
25 N 15
5
Kundli Sangraha (Tendulkar)
सटीक (स.)
क्योंकि अकबर धैर्यवान हैं और अकबर एक स्थिर कार्य चाहते हैं, इसलिये अकबर को जल्दबाजी की कोई आवश्यकता नहीं है। अकबर को बैंकिंग,सरकारी सेवा, बीमा क्षेत्र जैसे क्षेत्रों में भाग्य आजमाइश करनी चाहिए जहां पर परिवर्तन धीरे-धीरे एवं सुनिश्चित तौर पर होता हो। अकबर इस प्रकार के कार्य में न सिर्फ लम्बी दौड़ में बेहतर प्रदर्शन करेंगे बल्कि अकबर को उसके भीतर देखने का धैर्य और साहस भी है।
अकबर के अन्दर विचारों को शब्दों में व्यक्त करने की क्षमता है, अतः अकबर एक पत्रकार, शिक्षक या भ्रमणशील सेल्समैन के रूप में जाने जाएंगे। अकबर कुछ कहने से कभी नुकसान में नहीं रहेंगे। यह गुण अकबर को अध्यापन में भी बेहतर बनाता है। लेकिन जब अकबर का मन व्यग्र होता है, अकबर का प्रदर्शन बहुतही खराब होता है। ऐसा कोई भी कार्य जिसमें तीव्र सोच की आवश्यकता होती है,अकबर उसमें सफल होंगे। परन्तु यह एकसा कार्य नहीं होना चाहिए, अन्यथा अकबर को गम्भीर असफलता का सामना करना पड़ेगा। अकबर को परिवर्तन और विविधता पसन्द है, अतःकोई भी कार्य जिसमें अकबर को देश-विदेश का भ्रमण करना पड़े, अकबर के लिये उपयुक्त है। अपने लिये किया गया काम अकबर के लिये बेहतर होगा, बजाय कि दूसरे के लिये। अकबर स्वेच्छा से आना-जाना पसन्द करते हैं, अतः अकबर को अपना स्वयं का कार्य करना चाहिए।
अकबर वित्त मामलों में भाग्यशाली हैं व अकबर को जीवन में पर्याप्त धन प्राप्त होगा। अकबर को सट्टेबाजी से सावधान रहना चाहिये, ठोस निकायों में ही निवेश करना चाहिये व व्यापार या उद्योग लगाना चाहिये। अकबर आर्थिक मामलों मे अपेक्षाकृत अधिक भाग्यशाली हैं, अकबर को पर्याप्त धन व अवसरों की प्राप्ति होगी। यदि अकबर को व्यापार करना पड़े तो अकबर को जीवन के वैभवशाली पक्ष से ज्यादा प्राप्ति होगी उदाहरणार्थ गृह सज्जा, भोजन, भव्य परिधान, फूल सम्बन्धी कार्य, रेस्टारैन्ट व होटल आदि। अकबर का दिमाग एक अलग श्रेणी का गतिशील है, बहु-आयामी है, अतः अकबर रोजमर्रा के कार्य से जल्दि ही थक जाते हैं।