अकबर सावधान रहें क्योंकि अकबर की बुद्धि भ्रमित हो सकती है। स्वास्थ्य एवं पारिवारिक सदस्यों के कारण परेशानी होगी। सट्टेबाजी से बचें। कुछ ऐसे खर्चे भी करने पड़ेंगे जो अकबर के नियंत्रण से बाहर होंगे। मित्र एवं सहयोगियों से निराशा हाथ लगेगी। यात्रा से थकान होगी।
अकबर का फलादेश February 27, 1589 से February 27, 1607 तक
इस अवधि में अकबर के लाख चाहने के बावजूद भागीदारों और सहयोगियों से अकबर के संबंध मधुर नहीं रह पायेंगे। नित्य चर्चा में भी व्यवधान उपस्थित होंगे। पारिवारिक सदस्यों का वर्ताव अच्छा नहीं रहेगा। अकबर के मुकदमाबाजी और कानूनी पचड़ों में फंसने की पूरी संभावना है। झूठी आशाओं पर निर्भर न रहें क्योंकि अकबर के मित्रगण जरूरी अवसर पर अकबर को नीचा दिखायेंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। फूड पाइजनिंग का खतरा हो सकता है। जहां तक संभव हो, यात्राओं से बचें।
अकबर का फलादेश February 27, 1607 से February 27, 1623 तक
इस अवधि के दौरान आय वृद्धि काफी होगी। परिवार के सदस्यों और अन्य लोगों के हित में अकबर पैसा रूपया छोड़ने से नहीं हिचकिचायेंगे। अकबर जन प्रिय रहेंगे। परिवार के सदस्यों की संख्या में बढोत्तरी हो सकती है। शत्रुओं का पराभव कर सकेंगे। वसीयत से लाभ भी शीघ्र प्राप्त होगा। कला कविता एवम् साहित्य में अकबर का शौक बढ़ा चढ़ा रहेगा। अपने रूचि के क्षेत्र में अकबर अच्छा काम करेंगे। साधारण तौर पर सब प्रकार का सुख भोगना सुनिश्चित है।
अकबर का फलादेश February 27, 1623 से February 27, 1642 तक
हर काम को सलीके से करने की अकबर की बलवती इच्छा रहेगी। अकबर का विश्वास बहुत बढ़ा चढ़ा रहेगा। नौकरी व्यापार या व्यवसाय में उत्साहवर्धक परिणाम निश्चित रूप से सामने आएंगें। नए उद्यमों या व्यवसायों में प्रवेश करने का मौका मिलेगा। आमदनी साधारण रूप से अच्छी रहेगी। पारिवारिक वातावरण बड़ा सौहार्दपूर्ण रहेगा। संचार माध्यमों से कोई अच्छी खबर मिल सकती है।
अकबर का फलादेश February 27, 1642 से February 27, 1659 तक
आर्थिक रूप से यह उत्तम समय रहेगा। नफा के सौदा से काफी लाभ होगा। परिस्थितियों और योजनाओं की गहरी समझ के कारण अकबर दूसरों को आसानी से कोई बात मनवा सकेंगे। इस अवधि में अकबर काफी प्रसिद्ध रहेंगे। परिवार के सदस्यों का अकबर के प्रति बहुत अच्छा बर्ताव रहेगा। पुराने ऋण इत्यादि की वसूली भी हो जायेगी। इस काल में भ्रमण से काफी लाभ मिलेगा। अकबर की प्रकृति दार्शनिक और गम्भीर हो जायेगी। गूढ़ विज्ञान में अकबर की रूचि बढ़ेगी तथा हो सकता है अकबर को परामनोवैानिक अनुभव भी प्राप्त हो।