इस अवधि में अंजलि देवी का अपने प्रति विश्वास अंजलि देवी को लगातार विजय दिलायेगा। अंजलि देवी सम्मान और प्रतिष्ठा प्राप्त करेंगे। घर परिवार में शुभ कृत्य का आयोजन होगा। प्रणय व प्रेम संबंधों के लिये भी यह अच्छा समय है। अपनी बुद्धिमत्ता के और पैनी अन्र्तदृष्टि के कारण अंजलि देवी सही क्षण पर सही निर्णय लें। व्यापारध्व्यवसाय में लाभ प्राप्त कर सकेंगे। अंजलि देवी का सामाजिक क्षेत्र बढ़ेगा। धार्मिकक्रिया कलापों से सम्बंद्ध रहने की संभावना है। मित्र व हितैषी पूरा सहयोग देंगे।
अंजलि देवी का फलादेश December 2, 1928 से December 2, 1947 तक
अंजलि देवी के हर काम में अड़चनें आएगी और देरी होगी। कभी कभी असुरक्षा की भावना से आक्रान्त रहेंगें। काम का बोझ बहुत रहेगा और फालतू के कामों में भी अंजलि देवी फंसे रह सकते हैं। अंजलि देवी का स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रहेगा। पारिवारिक जीवन सुखद नहीं रहेगा। रिश्तेदारों के स्वास्थ्य के कारण अंजलि देवी चिन्तित रह सकते हैं। भागीदारों या सहयोगियों की लापरवाही के कारण अंजलि देवी को धक्का पहुंच सकता है। वैसे इस अवधि का आखिरी हिस्सा अंजलि देवी को कुछ राहत देगा। आशावादी होना निराशावादी होने से सदैव अच्छा है।
अंजलि देवी का फलादेश December 2, 1947 से December 2, 1964 तक
प्रभावशाली वाणी होने के कारण लोगों से अंजलि देवी अपनी बात मनवा लेते हैं। प्रसिद्ध व्यक्तियों के अंजलि देवी सम्पर्क में आयेंगे। अंजलि देवी की ख्याति और प्रतिष्ठा सम्मान में बढ़ोत्तरी होगी। अपनी बुद्धिमत्ता के कारण अंजलि देवी प्रचुर लाभ पायेंगे। अपने व्यवसाय में अंजलि देवी अच्छा काम करेंगे। यात्रा से निश्चित लाभ प्राप्त करेंगे।
अंजलि देवी का फलादेश December 2, 1964 से December 2, 1971 तक
गन्दी भाषा बोलने के कारण अपने लोगों से भी अंजलि देवी की दुश्मनी होने की संभावना है। इसलिये अंजलि देवी को अपनी वाणी पर पूरा नियंत्रण रखना चाहिए। खास तौर पर उन लोगों के प्रति जिनसे अंजलि देवी की घनिष्टता है। नहीं तो गलतफहमी हो जायेगी। पैसे रूपये की हानि होने की संभावना है। अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ अंजलि देवी के निर्वाह में मुश्किलें पेश आयेंगी। इस अवधि में कोई नये उघम न शुरू करें। इसी माह में अंजलि देवी के व्याधिग्रस्त होने की भी संभावना है। आत्मविश्वास की कमी अंजलि देवी में स्पष्ट परिलक्षित होगी। यात्राओं का कोई व्यवहारिक अर्थ नहीं निकलेगा। साधारण तौर पर यह समय अंजलि देवी के लिये अच्छा नहीं है क्योंकि आत्मीय जन भी काफीदूर हो जायेंगे।
अंजलि देवी का फलादेश December 2, 1971 से December 2, 1991 तक
इस अवधि में अंजलि देवी को हर प्रयास में सफलता मिलेगी। मित्र और सहयोगी अंजलि देवी को पूरा सहयोग देंगे। बहु प्रतीक्षित अभिलाषाओं और इच्छाओं की सम्पूर्ति होगी। भाई बहिन भी अपने अपने क्षेत्र में बहुत अच्छा कार्य करेंगे। यात्राओं से लाभ होगा। उच्च कोटि का पारिवारिक सुख प्राप्त करेंगे। परिवार में सदस्यों की बढोत्तरी होने की संभावना है। जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में मिलने वाले मित्रों और सहयोगियों से अच्छी पटेगी। खर्चे अधिक होंगे लेकिन आमदनी से पूर पड़ती रहेगी।
अंजलि देवी का फलादेश December 2, 1991 से December 2, 1997 तक
इस अवधि में अंजलि देवी बहुत क्रियाशील एवम् व्यस्त रहेंगे। व्यापार या नौकरी में सफलता प्राप्त करेंगे और अपने वरिष्ठ अधिकारियों के कृपाभाजन रहेंगे। यह समय अंजलि देवी की कर्मठता का समय सिद्ध होगा। व्यापार के कारण सफलदायक यात्राएं करेंगे। सब लिहाज से यह समय काफी संतोषप्रद सिद्ध होगा। इस समय में अंजलि देवी अपनी सारी आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पा जायेंगे।
अंजलि देवी का फलादेश December 2, 1997 से December 2, 2007 तक
विद्वान एवम् पढ़े लिखे लोगों से सम्मान व प्रतिष्ठा प्राप्त करेंगे। विदेशियों से संबंध सफलदायक रहेंगे। लम्बी यात्राओं की भी संभावना है। धार्मिक कृत्य करने की प्रवृति रहेगी। सुखी जीवन बितायेंगे। मां बाप से संबंध अति मधुर रहेंगे।
अंजलि देवी का फलादेश December 2, 2007 से December 2, 2014 तक
बड़े बूढों से सहयोग प्राप्त करेंगे। सुदूर स्थलों तक की गई लम्बी यात्राएं सफलदायक सिद्ध होंगी। आमदनी बढ़ेगी और आय के नये स्त्रोत प्राप्त होंगे। यद्यापि खर्चे भी बढेंगे लेकिन आमदनी से अधिक नहीं होंगे। सट्टे के द्वारा आय होने की भी संभावना है। इस समय का पूरा सदुपयोग करें।
अंजलि देवी का फलादेश December 2, 2014 से December 2, 2032 तक
इस अवधि के दौरान दुर्घटनायें मानसिक शांति भंग कर सकती हैं। प्रयासों में असफलता ही हाथ लगेगी। अंजलि देवी के भ्रम भयकारी मनोविकृति बन सकते हैं। अंजलि देवी की साथी का बर्ताव अंजलि देवी को असहनीय मालूम पड़ेगा। धन्धे / व्यापार में भी काम अच्छा नहीं चलेगा। कुछ न कुछ परेशानियां अंजलि देवी को सदैव घेरे रहेंगी। स्वास्थ्य की समस्याओं के कारण अंजलि देवी सही प्रकार से अपने वचन नहीं निभा पायेंगे। गूढ विज्ञान की ओर अंजलि देवी की रूचि जागृत होगी और कुछ अतीन्द्रिय अनुभव भी प्राप्त कर सकते हैं।