अर्जुन सरजा का फलादेश जन्म से December 18, 1967 तक
मानसिक चिन्ताओं के कारण तकलीफ होगी। शारीरिक रोग भी घेरे रह सकते हैं। दिमाग को शांति नहीं मिलेगी। परिवार जनों का बर्ताव भी फर्क रहेगा। लेकिन गूढ़ विाान और परामनोविाान में अर्जुन सरजा की रूचि जागृत होगी। इन क्षेत्रों के कुछ अनुभव भी प्राप्त होंगे। अचानक धन लाभ होने की भी संभावना है। पूंजी निवेश का प्रयत्न न करें क्योंकि मन चाहा परिणाम प्राप्त नहीं होगा। मित्र व सहयोगी अपना वचन नहीं निभायेंगे। असुरक्षा की भावना सदैंव विद्यमान रहेगी।
अर्जुन सरजा का फलादेश December 18, 1967 से December 18, 1986 तक
अर्जुन सरजा की सृजनात्मक क्षमता इस अवधि में छुपी रहेगी और बुद्धि विवेक का भी ह्रास होगा। इस मामलें में अधिक ध्यान देने की जरूरत है जिससे अर्जुन सरजा सही निर्णय ले सके। अर्जुन सरजा के बच्चों का स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहेगा। मित्र व सहयोगी अपना वचन नहीं निभाएगें। झूठी आशाओं पर निर्भर करना ठीक नहीं। यात्राएं सफलदायक नहीं होगी। आर्थिक समस्याएं दिमागी शांति को भंग करेगी। जोखिम उठाने वाली प्रवृतियों पर पूरी तरह अंकुश लगाकर रखे।
अर्जुन सरजा का फलादेश December 18, 1986 से December 18, 2003 तक
अर्जुन सरजा की लम्बी यात्रा करने की पूरी संभावना है। मित्र व सहयोगी सहायता करेंगे। अपने व्यवसाय या व्यापार को बढाने चमकाने के कई मौके आयेंगे। इच्छा और महत्वाकांक्षाओं की सम्पूर्ति होगी। भाई या घनिष्ठ मित्र के बारे में कोई शुभ समाचार प्राप्त करेंगे। इस अवधि में हर तरफ से खुशहाल रहने की संभावना है। प्रणय संबंधों के लिये भी यह समय अच्छा है। इस समय का सदुपयोग करें। इस दौरान अर्जुन सरजा के कई लोगों से मित्रतापूर्ण संबंध कायम होंगे।
अर्जुन सरजा का फलादेश December 18, 2003 से December 18, 2010 तक
अर्जुन सरजा अपने काम बुद्धिमानी से नहीं निपटायेंगे। वैसे इस पूरी अवधि में अर्जुन सरजा आशावादी रहेंगे। संचार द्वारा प्राप्त समाचार से लाभावत होंगे। अचानक यात्रा करने से भी अच्छे फल निकलेंगे। आमदनी में इजाफा होगा। पारिवारिक जीवन पर राहतकारी प्रभाव पड़ेगा। अगर पदोन्नति होने वाली है तो जैसी अर्जुन सरजा चाहेंगे वैसी ही होगी। मित्र मंडली बढ़ेगी। दिमाग का अध्यात्म के प्रति झुकाव बढ़ेगा। वास्तव में यह अर्जुन सरजा के लिये एक सौभाग्यशाली समय है।
अर्जुन सरजा का फलादेश December 18, 2010 से December 18, 2030 तक
उच्च पदस्थ लोगों से अर्जुन सरजा सम्मान प्राप्त करेंगे और उनके कृपा भाजन रहेंगे। माता पिता और गुरूजनों से संबंध अति मधुर रहेंगे। इस अवधि के दौरान अर्जुन सरजा सुदूर प्रदेशों की यात्रा करेंगे। पारिवारिक जीवन अर्जुन सरजा के लिये सुखद एवम् अनुकूल रहेगा। अर्जुन सरजा के थोड़े प्रयत्न करने पर भी अर्जुन सरजा की आमदनी बढ जायेगी। इस अवधि के दौरान विपरीत परिस्थितियों से सही तौर पर निपटने की अर्जुन सरजा की क्षमता का विकास होगा। अगर अर्जुन सरजा की पदोन्नति होने ही वाली है तो जैसी चाहेंगे वैसी ही होगी। अर्जुन सरजा का दिमाग धार्मिक क्रियाकलापों एवम् जीवन संबंधी उच्च दर्शन की ओर आकृष्ट रहेगा। हर लिहाज से यह समय अच्छा है।
अर्जुन सरजा का फलादेश December 18, 2030 से December 18, 2036 तक
इस अवधि में अर्जुन सरजा बहुत क्रियाशील एवम् व्यस्त रहेंगे। व्यापार या नौकरी में सफलता प्राप्त करेंगे और अपने वरिष्ठ अधिकारियों के कृपाभाजन रहेंगे। यह समय अर्जुन सरजा की कर्मठता का समय सिद्ध होगा। व्यापार के कारण सफलदायक यात्राएं करेंगे। सब लिहाज से यह समय काफी संतोषप्रद सिद्ध होगा। इस समय में अर्जुन सरजा अपनी सारी आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पा जायेंगे।
अर्जुन सरजा का फलादेश December 18, 2036 से December 18, 2046 तक
अर्जुन सरजा बेहद प्रसन्न रहेंगे। इस अवधि में आर्थिक लाभ प्राप्त होंगे। परिवार में मेल-जोल रहेगा और परिजनों के साथ अच्छा व्यवहार रहेगा। मित्र और सहयोगी काफी सहायक सिद्ध होंगे। यात्राएं शुभ सिद्ध होंगी। इस समय का जितना सदुपयोग करेंगे उतना ही अच्छा रहेगा।
अर्जुन सरजा का फलादेश December 18, 2046 से December 18, 2053 तक
बड़े बूढों से सहयोग प्राप्त करेंगे। सुदूर स्थलों तक की गई लम्बी यात्राएं सफलदायक सिद्ध होंगी। आमदनी बढ़ेगी और आय के नये स्त्रोत प्राप्त होंगे। यद्यापि खर्चे भी बढेंगे लेकिन आमदनी से अधिक नहीं होंगे। सट्टे के द्वारा आय होने की भी संभावना है। इस समय का पूरा सदुपयोग करें।
अर्जुन सरजा का फलादेश December 18, 2053 से December 18, 2071 तक
इस अवधि में अर्जुन सरजा को मिले जुले फल मिलेंगे। वैसे अर्जुन सरजा अपने व्यवसाय/व्यापार में अच्छा काम करेंगे। अर्जुन सरजा अपने लक्ष्य से भ्रमित नहीं होंगे और एक बार हाथ में लेने के बाद काम छोड़ेंगे नहीं। अर्जुन सरजा का निश्चय दृढ़ रहेगा। लेकिन गुरूजनों और माता पिता से संबंध बहुत अच्छे नहीं रहेंगे। कभी कभी अर्जुन सरजा तर्क बुद्धि से इतना काम लेंगे कि मामले की तह तक ही न पहुंच पायेंगे। अर्जुन सरजा के व्यक्तित्व में अहंकार का प्रवेश हो जायेगा। अर्जुन सरजा के इस बर्ताव से अर्जुन सरजा जनप्रिय नहीं रह पायेंगे। अपनी अन्र्तदृष्टि से अपने अर्जुन सरजा को जांचने परखने का प्रयत्न करें।