chat_bubble_outline Chat with Astrologer

द्वारा प्रसिद्ध व्यक्तियों का राशिफल खोजे

आवेज़ दरबार शनि साढ़ेसाती रिपोर्ट

नाम आवेज़ दरबार
जन्म तिथि 16 : 3 : 1993 जन्म समय 12 : 0 : 0
जन्म स्थान Mumbai
लिंग पुरुष तिथि नवमी
राशि धनु नक्षत्र पूर्वाषाढ़ा
क्र.सं साढ़ेसाती / पनौती शनि राशि आरंभ दिनांक अंत दिनांक चरण
1 साढ़े साती मकर 10/16/1993 11/09/1993 अस्त
2 छोटी पनौती मीन 06/02/1995 08/09/1995
3 छोटी पनौती मीन 02/17/1996 04/17/1998
4 छोटी पनौती कर्क 09/06/2004 01/13/2005
5 छोटी पनौती कर्क 05/26/2005 10/31/2006
6 छोटी पनौती कर्क 01/11/2007 07/15/2007
7 साढ़े साती वृश्चिक 11/03/2014 01/26/2017 उदय
8 साढ़े साती धनु 01/27/2017 06/20/2017 शिखर
9 साढ़े साती वृश्चिक 06/21/2017 10/26/2017 उदय
10 साढ़े साती धनु 10/27/2017 01/23/2020 शिखर
11 साढ़े साती मकर 01/24/2020 04/28/2022 अस्त
12 साढ़े साती मकर 07/13/2022 01/17/2023 अस्त
13 छोटी पनौती मीन 03/30/2025 06/02/2027
14 छोटी पनौती मीन 10/20/2027 02/23/2028
15 छोटी पनौती कर्क 07/13/2034 08/27/2036
16 साढ़े साती वृश्चिक 12/12/2043 06/22/2044 उदय
17 साढ़े साती वृश्चिक 08/30/2044 12/07/2046 उदय
18 साढ़े साती धनु 12/08/2046 03/06/2049 शिखर
19 साढ़े साती मकर 03/07/2049 07/09/2049 अस्त
20 साढ़े साती धनु 07/10/2049 12/03/2049 शिखर
21 साढ़े साती मकर 12/04/2049 02/24/2052 अस्त
22 छोटी पनौती मीन 05/15/2054 09/01/2054
23 छोटी पनौती मीन 02/06/2055 04/06/2057
24 छोटी पनौती कर्क 08/24/2063 02/05/2064
25 छोटी पनौती कर्क 05/10/2064 10/12/2065
26 छोटी पनौती कर्क 02/04/2066 07/02/2066
27 साढ़े साती वृश्चिक 02/06/2073 03/30/2073 उदय
28 साढ़े साती वृश्चिक 10/24/2073 01/16/2076 उदय
29 साढ़े साती धनु 01/17/2076 07/10/2076 शिखर
30 साढ़े साती वृश्चिक 07/11/2076 10/11/2076 उदय
31 साढ़े साती धनु 10/12/2076 01/14/2079 शिखर
32 साढ़े साती मकर 01/15/2079 04/11/2081 अस्त
33 साढ़े साती मकर 08/03/2081 01/06/2082 अस्त
34 छोटी पनौती मीन 03/20/2084 05/21/2086
35 छोटी पनौती मीन 11/10/2086 02/07/2087
36 छोटी पनौती कर्क 07/03/2093 08/18/2095
37 साढ़े साती वृश्चिक 12/03/2102 11/29/2105 उदय
38 साढ़े साती धनु 11/30/2105 02/24/2108 शिखर
39 साढ़े साती मकर 02/25/2108 07/28/2108 अस्त
40 साढ़े साती धनु 07/29/2108 11/22/2108 शिखर
41 साढ़े साती मकर 11/23/2108 02/16/2111 अस्त

शनि साढ़े साती: उदय चरण

यह शनि साढ़े साती का आरम्भिक दौर है। इस दौरान शनि चन्द्र से बारहवें भाव में स्थित होगा। आम तौर पर यह आर्थिक हानि, छुपे हुए शत्रुओं से नुक़सान, नुरुद्देश्य यात्रा, विवाद और निर्धनता को दर्शाता है। इस कालखण्ड में आवेज़ दरबार को गुप्त शत्रुओं द्वारा पैदा की हुई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। सहकर्मियों से संबंध अच्छे नहीं रहेंगे और वे आवेज़ दरबार के कार्यक्षेत्र में बाधाएँ खड़ी कर सकते हैं। घरेलू मामलों में भी आवेज़ दरबार को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जिसके चलते तनाव और दबाव की स्थिति पैदा होगी। आवेज़ दरबार को अपने ख़र्चों पर नियन्त्रण करने की आवश्यकता है, अन्यथा आवेज़ दरबार अधिक बड़े आर्थिक संकट में फँस सकते हैं। इस दौरान लम्बी दूरी की यात्राएँ फलदायी नहीं रहेंगी। शनि का स्वभाव विलम्ब और तनाव पैदा करने का है। हालाँकि अन्ततः आवेज़ दरबार को परिणाम ज़रूर मिलेगा। इसलिए धैर्य रखें और सही समय की प्रतीक्षा करें। इस दौर को सीखने का समय समझें और कड़ी मेहनत करें, परिस्थितियाँ स्वतः सही होती चली जाएंगी। इस समय व्यवसाय में कोई भी बड़ा ख़तरा या चुनौती न मोल लें।

शनि साढ़े साती: शिखर चरण

यह शनि साढ़े साती का चरम है। प्रायः यह दौर सबसे मुश्किल होता है। इस समय चन्द्र पर गोचर करता हुआ शनि स्वास्थ्य-संबंधी समस्या, चरित्र-हनन की कोशिश, रिश्तों में दरार, मानसिक अशान्ति और दुःख की ओर संकेत करता है। इस दौरान आवेज़ दरबार सफलता पाने में कठिनाई महसूस करेंगे। आवेज़ दरबार को अपनी कड़ी मेहनत का परिणाम नहीं मिलेगा और ख़ुद को बंधा हुआ अनुभव करेंगे। आवेज़ दरबार की सेहत और प्रतिरक्षा-तन्त्र पर्याप्त सशक्त नहीं होंगे। क्योंकि पहला भाव स्वास्थ्य को दर्शाता है इसलिए आवेज़ दरबार को नियमित व्यायाम और अपनी सेहत का ख़ास ख़याल रखने की ज़रूरत है, नहीं तो आवेज़ दरबार संक्रामक रोगों की चपेट में आ सकते हैं। साथ ही आवेज़ दरबार को मानसिक अवसाद और अज्ञात भय या फ़ोबिया आदि का सामना भी करना पड़ सकता है। संभव है कि इस काल-खण्ड में आवेज़ दरबार की सोच, कार्य और निर्णय करने की क्षमता में स्पष्टता का अभाव रहे। संतोषपूर्वक परिस्थितियों को स्वीकार करना और मूलभूत काम ठीक तरह से करना आवेज़ दरबार को इस संकट की घड़ी से निकाल सकता है।

शनि साढ़े साती: अस्त चरण

यह शनि साढ़े साती का अन्तिम चरण है। इस समय शनि चन्द्र से दूसरे भाव में गोचर कर रहा होगा, जो व्यक्तिगत और वित्तीय मोर्चे पर कठिनाइयों को इंगित करता है। साढ़े साती के दो मुश्किल चरणों से गुज़रने के बाद आवेज़ दरबार कुछ राहत महसूस करने लगेंगे। फिर भी इस दौरान ग़लतफ़हमी आर्थिक दबाव देखा जा सकता है। व्यय में वृद्धि होगी और आवेज़ दरबार को इसपर लगाम लगाने की अब भी ज़रूरत है। अचानक हुई आर्थिक हानि और चोरी की संभावना को भी इस दौरान नहीं नकारा जा सकता है। आवेज़ दरबार की सोच नकारात्मक हो सकती है। आवेज़ दरबार को उत्साह के साथ परिस्थितियों का सामना करना चाहिए। आवेज़ दरबार को व्यक्तिगत और पारिवारिक तौर पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है, नहीं तो बड़ी परेशानियाँ पैदा हो सकती हैं। विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई-लिखाई पर थोड़ा नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और उन्हें पिछले स्तर पर बने रहने के लिए अधिक परिश्रम की ज़रूरत होगी। परिणाम धीरे-धीरे और प्रायः हमेशा विलम्ब से प्राप्त होंगे। यह काल-खण्ड ख़तरे को भी दर्शाता है, अतः गाड़ी चलाते समय विशेष सावधानी अपेक्षित है। यदि संभव हो तो मांसाहार और मदिरापान से दूर रहकर शनि को प्रसन्न रखें। यदि आवेज़ दरबार समझदारी से काम लेंगे, तो घरेलू व आर्थिक मामलों में आने वाली परेशानियों को भली-भांति हल करने में सफल रहेंगे।

Call NowTalk to Astrologer Chat NowChat with Astrologer