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बिक्रम घोष शनि साढ़ेसाती रिपोर्ट

नाम बिक्रम घोष
जन्म तिथि 20 : 10 : 1966 जन्म समय 12 : 0 : 0
जन्म स्थान Calcutta
लिंग पुरुष तिथि सप्तमी
राशि धनु नक्षत्र पूर्वाषाढ़ा
क्र.सं साढ़ेसाती / पनौती शनि राशि आरंभ दिनांक अंत दिनांक चरण
1 छोटी पनौती मीन 04/09/1966 11/02/1966
2 छोटी पनौती मीन 12/20/1966 06/16/1968
3 छोटी पनौती मीन 09/28/1968 03/07/1969
4 छोटी पनौती कर्क 07/24/1975 09/06/1977
5 साढ़े साती वृश्चिक 12/21/1984 05/31/1985 उदय
6 साढ़े साती वृश्चिक 09/17/1985 12/16/1987 उदय
7 साढ़े साती धनु 12/17/1987 03/20/1990 शिखर
8 साढ़े साती मकर 03/21/1990 06/20/1990 अस्त
9 साढ़े साती धनु 06/21/1990 12/14/1990 शिखर
10 साढ़े साती मकर 12/15/1990 03/05/1993 अस्त
11 साढ़े साती मकर 10/16/1993 11/09/1993 अस्त
12 छोटी पनौती मीन 06/02/1995 08/09/1995
13 छोटी पनौती मीन 02/17/1996 04/17/1998
14 छोटी पनौती कर्क 09/06/2004 01/13/2005
15 छोटी पनौती कर्क 05/26/2005 10/31/2006
16 छोटी पनौती कर्क 01/11/2007 07/15/2007
17 साढ़े साती वृश्चिक 11/03/2014 01/26/2017 उदय
18 साढ़े साती धनु 01/27/2017 06/20/2017 शिखर
19 साढ़े साती वृश्चिक 06/21/2017 10/26/2017 उदय
20 साढ़े साती धनु 10/27/2017 01/23/2020 शिखर
21 साढ़े साती मकर 01/24/2020 04/28/2022 अस्त
22 साढ़े साती मकर 07/13/2022 01/17/2023 अस्त
23 छोटी पनौती मीन 03/30/2025 06/02/2027
24 छोटी पनौती मीन 10/20/2027 02/23/2028
25 छोटी पनौती कर्क 07/13/2034 08/27/2036
26 साढ़े साती वृश्चिक 12/12/2043 06/22/2044 उदय
27 साढ़े साती वृश्चिक 08/30/2044 12/07/2046 उदय
28 साढ़े साती धनु 12/08/2046 03/06/2049 शिखर
29 साढ़े साती मकर 03/07/2049 07/09/2049 अस्त
30 साढ़े साती धनु 07/10/2049 12/03/2049 शिखर
31 साढ़े साती मकर 12/04/2049 02/24/2052 अस्त
32 छोटी पनौती मीन 05/15/2054 09/01/2054
33 छोटी पनौती मीन 02/06/2055 04/06/2057
34 छोटी पनौती कर्क 08/24/2063 02/05/2064
35 छोटी पनौती कर्क 05/10/2064 10/12/2065
36 छोटी पनौती कर्क 02/04/2066 07/02/2066
37 साढ़े साती वृश्चिक 02/06/2073 03/30/2073 उदय
38 साढ़े साती वृश्चिक 10/24/2073 01/16/2076 उदय
39 साढ़े साती धनु 01/17/2076 07/10/2076 शिखर
40 साढ़े साती वृश्चिक 07/11/2076 10/11/2076 उदय
41 साढ़े साती धनु 10/12/2076 01/14/2079 शिखर
42 साढ़े साती मकर 01/15/2079 04/11/2081 अस्त
43 साढ़े साती मकर 08/03/2081 01/06/2082 अस्त
44 छोटी पनौती मीन 03/20/2084 05/21/2086

शनि साढ़े साती: उदय चरण

यह शनि साढ़े साती का आरम्भिक दौर है। इस दौरान शनि चन्द्र से बारहवें भाव में स्थित होगा। आम तौर पर यह आर्थिक हानि, छुपे हुए शत्रुओं से नुक़सान, नुरुद्देश्य यात्रा, विवाद और निर्धनता को दर्शाता है। इस कालखण्ड में बिक्रम घोष को गुप्त शत्रुओं द्वारा पैदा की हुई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। सहकर्मियों से संबंध अच्छे नहीं रहेंगे और वे बिक्रम घोष के कार्यक्षेत्र में बाधाएँ खड़ी कर सकते हैं। घरेलू मामलों में भी बिक्रम घोष को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जिसके चलते तनाव और दबाव की स्थिति पैदा होगी। बिक्रम घोष को अपने ख़र्चों पर नियन्त्रण करने की आवश्यकता है, अन्यथा बिक्रम घोष अधिक बड़े आर्थिक संकट में फँस सकते हैं। इस दौरान लम्बी दूरी की यात्राएँ फलदायी नहीं रहेंगी। शनि का स्वभाव विलम्ब और तनाव पैदा करने का है। हालाँकि अन्ततः बिक्रम घोष को परिणाम ज़रूर मिलेगा। इसलिए धैर्य रखें और सही समय की प्रतीक्षा करें। इस दौर को सीखने का समय समझें और कड़ी मेहनत करें, परिस्थितियाँ स्वतः सही होती चली जाएंगी। इस समय व्यवसाय में कोई भी बड़ा ख़तरा या चुनौती न मोल लें।

शनि साढ़े साती: शिखर चरण

यह शनि साढ़े साती का चरम है। प्रायः यह दौर सबसे मुश्किल होता है। इस समय चन्द्र पर गोचर करता हुआ शनि स्वास्थ्य-संबंधी समस्या, चरित्र-हनन की कोशिश, रिश्तों में दरार, मानसिक अशान्ति और दुःख की ओर संकेत करता है। इस दौरान बिक्रम घोष सफलता पाने में कठिनाई महसूस करेंगे। बिक्रम घोष को अपनी कड़ी मेहनत का परिणाम नहीं मिलेगा और ख़ुद को बंधा हुआ अनुभव करेंगे। बिक्रम घोष की सेहत और प्रतिरक्षा-तन्त्र पर्याप्त सशक्त नहीं होंगे। क्योंकि पहला भाव स्वास्थ्य को दर्शाता है इसलिए बिक्रम घोष को नियमित व्यायाम और अपनी सेहत का ख़ास ख़याल रखने की ज़रूरत है, नहीं तो बिक्रम घोष संक्रामक रोगों की चपेट में आ सकते हैं। साथ ही बिक्रम घोष को मानसिक अवसाद और अज्ञात भय या फ़ोबिया आदि का सामना भी करना पड़ सकता है। संभव है कि इस काल-खण्ड में बिक्रम घोष की सोच, कार्य और निर्णय करने की क्षमता में स्पष्टता का अभाव रहे। संतोषपूर्वक परिस्थितियों को स्वीकार करना और मूलभूत काम ठीक तरह से करना बिक्रम घोष को इस संकट की घड़ी से निकाल सकता है।

शनि साढ़े साती: अस्त चरण

यह शनि साढ़े साती का अन्तिम चरण है। इस समय शनि चन्द्र से दूसरे भाव में गोचर कर रहा होगा, जो व्यक्तिगत और वित्तीय मोर्चे पर कठिनाइयों को इंगित करता है। साढ़े साती के दो मुश्किल चरणों से गुज़रने के बाद बिक्रम घोष कुछ राहत महसूस करने लगेंगे। फिर भी इस दौरान ग़लतफ़हमी आर्थिक दबाव देखा जा सकता है। व्यय में वृद्धि होगी और बिक्रम घोष को इसपर लगाम लगाने की अब भी ज़रूरत है। अचानक हुई आर्थिक हानि और चोरी की संभावना को भी इस दौरान नहीं नकारा जा सकता है। बिक्रम घोष की सोच नकारात्मक हो सकती है। बिक्रम घोष को उत्साह के साथ परिस्थितियों का सामना करना चाहिए। बिक्रम घोष को व्यक्तिगत और पारिवारिक तौर पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है, नहीं तो बड़ी परेशानियाँ पैदा हो सकती हैं। विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई-लिखाई पर थोड़ा नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और उन्हें पिछले स्तर पर बने रहने के लिए अधिक परिश्रम की ज़रूरत होगी। परिणाम धीरे-धीरे और प्रायः हमेशा विलम्ब से प्राप्त होंगे। यह काल-खण्ड ख़तरे को भी दर्शाता है, अतः गाड़ी चलाते समय विशेष सावधानी अपेक्षित है। यदि संभव हो तो मांसाहार और मदिरापान से दूर रहकर शनि को प्रसन्न रखें। यदि बिक्रम घोष समझदारी से काम लेंगे, तो घरेलू व आर्थिक मामलों में आने वाली परेशानियों को भली-भांति हल करने में सफल रहेंगे।

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