चंद्रबती देवी का फलादेश जन्म से September 2, 1913 तक
व्यापार या व्यवसाय में चंद्रबती देवी बहुत अच्छा काम करेंगे। व्यापार का विस्तार भी हो सकता है। इस अवधि के दौरान चंद्रबती देवी पूरी तरह कर्मठ रहेंगे। वरिष्ठ लोगों या सत्तावान व्यक्तियों के साथ चंद्रबती देवी के संबंधों में सुधार आयेगा। पारिवारिक माहौल संतोषप्रद रहेगा। चंद्रबती देवी को वाहन भी प्राप्त हो सकता है। विदेशों से अच्छी खबर मिलने की संभावना है। घर में किसी शुभ कृत्य का आयोजन होगा।
चंद्रबती देवी का फलादेश September 2, 1913 से September 2, 1920 तक
दूसरों की सही सलाह पर ध्यान न देने की चंद्रबती देवी की चेष्टा रह सकती है। गलत और पापपूर्ण कार्यो से संलग्न रहने की संभावना है। गलत निर्णय के कारण चंद्रबती देवी चिन्ताग्रस्त रह सकते हैं। इस अवधि में सनक और उन्माद से प्रेरित होकर काम न करें व चंद्रबती देवी गहरी मुसीबत में पड़ सकते हैं। वैसे इस अवधि में चंद्रबती देवी गूढ़ विज्ञान संबंधी कार्यों में प्रवृती रह सकते हैं। इस अवधि के दौरान चंद्रबती देवी का स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहेगा।
चंद्रबती देवी का फलादेश September 2, 1920 से September 2, 1940 तक
चंद्रबती देवी सुविधा और विलास के साधनों पर खर्च करेंगे। उच्च कोटि का वैवाहिक सुख भोगेंगे। फिर भी अच्छा होगा कि चंद्रबती देवी अपनी भोग वृती पर अंकुश लगायें वरना आनन्द प्राप्त करने के बजाय परेशानी उठानी पड़ जायेगी। छोटी मोटी बीमारी परेशान करेगी। प्रणय संबंधों की गति धीमी रखें। विरोधी और प्रतिद्वन्दी नुकसान पहुंचाने का प्रयत्न करेंगे। यघपि चंद्रबती देवी उनकी परवाह नहीं करेंगे फिर भी चंद्रबती देवी को सलाह दी जाती है कि ऐसा न करें। आर्थिक रूप से यह बुरा समय नहीं है पर खर्चो पर नियंत्रण रखें। परिवार जन के स्वास्थ्य के कारण चंद्रबती देवी चिन्तित रह सकते हैं।
चंद्रबती देवी का फलादेश September 2, 1940 से September 2, 1946 तक
चंद्रबती देवी की इच्छाएं व महत्वाकांक्षायें पूरी होगी। मित्रों और रिश्तेदारों से सहायता पायेंगे। इस समय के सौदे सफलदायक सिद्ध होंगे। अनुबन्धों और समझौतों से चंद्रबती देवी को प्रचुर लाभ मिलेगा। प्रेम एवम् प्रणय संबंधों के लिये भी यह एक श्रेष्ठ समय है। आमदनी में अच्छी खासी वृद्धि होगी। लम्बी यात्राएं सुखद व सफलदायक सिद्ध होगी।
चंद्रबती देवी का फलादेश September 2, 1946 से September 2, 1956 तक
अभी चंद्रबती देवी बहुत खर्च न करें। व्यय पर नियंत्रण रखें। स्वास्थ्य के लिहाज से भी यह अच्छा समय नहीं है। व्यर्थ की यात्राओं से बचें। परामनोवैानिक एवम् गूढ़ अनुभवों को प्राप्त करने के लिये चंद्रबती देवी का झुकाव रहेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। कठोर भाषा से परेशानी में पड़ सकते हैं। सट्टे बाजी से बचें।
चंद्रबती देवी का फलादेश September 2, 1956 से September 2, 1963 तक
इस अवधि में चंद्रबती देवी मानसिक तनावों और चावों से ग्रसित रहेंगे। सुख अचल सम्पती, वाहन सुख एवम् स्त्रीयों तथा मित्रों के साथ से वंचित रहेंगे। आर्थिक रूप से यह समय अच्छा नहीं है। इसलिये व्यय भी अधिक होगा। कुछ गुप्त गतिविधियों के लिये भी खर्च करना पड़ेगा। अचानक हानि होने की भी संभावना है।
चंद्रबती देवी का फलादेश September 2, 1963 से September 2, 1981 तक
इस अवधि में चंद्रबती देवी अपने उद्यमों में काफी सफल रहेंगे। काम करने के हालात में सुधार होगा। पैसा साधारण रूप से चंद्रबती देवी के पास आयेगा। सरकार और सत्ताधारी व्यक्तियों व्दारा चंद्रबती देवी का सब काम पूरा कर दिया जायेगा। अपने विरोधियों का चंद्रबती देवी निश्चित रूप से पराभव कर देंगे। इस अवधि के मध्य में एक सुखद यात्रा अवश्य करेंगे। पारिवारिक वातावरण भी अच्छा रहेगा। नफे की सौदा होने की पूरी संभावना है। अगर चंद्रबती देवी ने प्रार्थना की है तो आर्थिक साधन व रूपया पैसा अवश्य प्राप्त करेंगे। छोटी मोटी बीमारियां लगी रह सकती हैं।
चंद्रबती देवी का फलादेश September 2, 1981 से September 2, 1997 तक
व्यापार नौकरी या धन्धे में चंद्रबती देवी बहुत अच्छा काम करेंगे। व्यापार का विस्तार होगा और पद बढ़ेगा। इस अवधि में वरिष्ठ लोगों व शक्तिवान व्यक्तियों से स्नेह व सम्मान प्राप्त होगा। व्यापार और नौकरी के सिलसिले में चंद्रबती देवी काफी भ्रमण करेंगे। शत्रु प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने का प्रयत्न करेंगे पर उसमें कामयाब नहीं होंगे। पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा।
चंद्रबती देवी का फलादेश September 2, 1997 से September 2, 2016 तक
चंद्रबती देवी पर ऐसी बातों के झुठे इल्जाम लगाए जा सकते हैं जिनमें चंद्रबती देवी का सहयोग नगण्य रहा हो। पारिवारिक सुख का भी अभाव रहेगा। प्रयासों में असफलता अवसाद पैदा कर देगी। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। अगर कोई लंबी बीमारी भोग रहे हैं तो पूरे परहेज से रहें। चंद्रबती देवी के विरोधी चंद्रबती देवी की छवि बिगाड़ने का प्रयास करेंगे। बहसों में न उलझें तो ठीक रहेगा। सांसारिक सुखों के लिहाज से यह समय अच्छा नहीं है फिर भी धार्मिक एवं आध्यात्मिक कार्यों में लगे रहने से कुछ राहत महसूस होगी।