नाम | Harivansh Rai | ||
जन्म तिथि | 27 : 11 : 1907 | जन्म समय | 5 : 30 : 0 |
जन्म स्थान | Allahabad | ||
लिंग | पुरुष | तिथि | सप्तमी |
राशि | कर्क | नक्षत्र | आश्लेषा |
क्र.सं | साढ़ेसाती / पनौती | शनि राशि | आरंभ दिनांक | अंत दिनांक | चरण |
1 | छोटी पनौती | कुम्भ | 10/08/1907 | 01/10/1908 | |
2 | साढ़े साती | मिथुन | 06/21/1914 | 08/01/1916 | उदय |
3 | साढ़े साती | कर्क | 08/02/1916 | 09/17/1918 | शिखर |
4 | साढ़े साती | सिंह | 09/18/1918 | 03/14/1919 | अस्त |
5 | साढ़े साती | कर्क | 03/15/1919 | 06/02/1919 | शिखर |
6 | साढ़े साती | सिंह | 06/03/1919 | 11/16/1920 | अस्त |
7 | साढ़े साती | सिंह | 02/24/1921 | 08/08/1921 | अस्त |
8 | छोटी पनौती | तुला | 10/16/1923 | 12/31/1926 | |
9 | छोटी पनौती | तुला | 05/14/1926 | 09/29/1926 | |
10 | छोटी पनौती | कुम्भ | 03/16/1934 | 09/13/1934 | |
11 | छोटी पनौती | कुम्भ | 12/08/1934 | 02/25/1937 | |
12 | साढ़े साती | मिथुन | 08/06/1943 | 12/16/1943 | उदय |
13 | साढ़े साती | मिथुन | 04/24/1944 | 09/22/1945 | उदय |
14 | साढ़े साती | कर्क | 09/23/1945 | 12/21/1945 | शिखर |
15 | साढ़े साती | मिथुन | 12/22/1945 | 06/08/1946 | उदय |
16 | साढ़े साती | कर्क | 06/09/1946 | 07/26/1948 | शिखर |
17 | साढ़े साती | सिंह | 07/27/1948 | 09/19/1950 | अस्त |
18 | छोटी पनौती | तुला | 11/26/1952 | 04/23/1953 | |
19 | छोटी पनौती | तुला | 08/21/1953 | 11/11/1955 | |
20 | छोटी पनौती | कुम्भ | 01/28/1964 | 04/08/1966 | |
21 | छोटी पनौती | कुम्भ | 11/03/1966 | 12/19/1966 | |
22 | साढ़े साती | मिथुन | 06/11/1973 | 07/23/1975 | उदय |
23 | साढ़े साती | कर्क | 07/24/1975 | 09/06/1977 | शिखर |
24 | साढ़े साती | सिंह | 09/07/1977 | 11/03/1979 | अस्त |
25 | साढ़े साती | सिंह | 03/15/1980 | 07/26/1980 | अस्त |
26 | छोटी पनौती | तुला | 10/06/1982 | 12/20/1984 | |
27 | छोटी पनौती | तुला | 06/01/1985 | 09/16/1985 | |
28 | छोटी पनौती | कुम्भ | 03/06/1993 | 10/15/1993 | |
29 | छोटी पनौती | कुम्भ | 11/10/1993 | 06/01/1995 | |
30 | छोटी पनौती | कुम्भ | 08/10/1995 | 02/16/1996 | |
31 | साढ़े साती | मिथुन | 07/23/2002 | 01/08/2003 | उदय |
32 | साढ़े साती | मिथुन | 04/08/2003 | 09/05/2004 | उदय |
33 | साढ़े साती | कर्क | 09/06/2004 | 01/13/2005 | शिखर |
34 | साढ़े साती | मिथुन | 01/14/2005 | 05/25/2005 | उदय |
35 | साढ़े साती | कर्क | 05/26/2005 | 10/31/2006 | शिखर |
36 | साढ़े साती | सिंह | 11/01/2006 | 01/10/2007 | अस्त |
37 | साढ़े साती | कर्क | 01/11/2007 | 07/15/2007 | शिखर |
38 | साढ़े साती | सिंह | 07/16/2007 | 09/09/2009 | अस्त |
39 | छोटी पनौती | तुला | 11/15/2011 | 05/15/2012 | |
40 | छोटी पनौती | तुला | 08/04/2012 | 11/02/2014 | |
41 | छोटी पनौती | कुम्भ | 04/29/2022 | 07/12/2022 | |
42 | छोटी पनौती | कुम्भ | 01/18/2023 | 03/29/2025 |
यह शनि साढ़े साती का आरम्भिक दौर है। इस दौरान शनि चन्द्र से बारहवें भाव में स्थित होगा। आम तौर पर यह आर्थिक हानि, छुपे हुए शत्रुओं से नुक़सान, नुरुद्देश्य यात्रा, विवाद और निर्धनता को दर्शाता है। इस कालखण्ड में Harivansh Rai को गुप्त शत्रुओं द्वारा पैदा की हुई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। सहकर्मियों से संबंध अच्छे नहीं रहेंगे और वे Harivansh Rai के कार्यक्षेत्र में बाधाएँ खड़ी कर सकते हैं। घरेलू मामलों में भी Harivansh Rai को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जिसके चलते तनाव और दबाव की स्थिति पैदा होगी। Harivansh Rai को अपने ख़र्चों पर नियन्त्रण करने की आवश्यकता है, अन्यथा Harivansh Rai अधिक बड़े आर्थिक संकट में फँस सकते हैं। इस दौरान लम्बी दूरी की यात्राएँ फलदायी नहीं रहेंगी। शनि का स्वभाव विलम्ब और तनाव पैदा करने का है। हालाँकि अन्ततः Harivansh Rai को परिणाम ज़रूर मिलेगा। इसलिए धैर्य रखें और सही समय की प्रतीक्षा करें। इस दौर को सीखने का समय समझें और कड़ी मेहनत करें, परिस्थितियाँ स्वतः सही होती चली जाएंगी। इस समय व्यवसाय में कोई भी बड़ा ख़तरा या चुनौती न मोल लें।
यह शनि साढ़े साती का चरम है। प्रायः यह दौर सबसे मुश्किल होता है। इस समय चन्द्र पर गोचर करता हुआ शनि स्वास्थ्य-संबंधी समस्या, चरित्र-हनन की कोशिश, रिश्तों में दरार, मानसिक अशान्ति और दुःख की ओर संकेत करता है। इस दौरान Harivansh Rai सफलता पाने में कठिनाई महसूस करेंगे। Harivansh Rai को अपनी कड़ी मेहनत का परिणाम नहीं मिलेगा और ख़ुद को बंधा हुआ अनुभव करेंगे। Harivansh Rai की सेहत और प्रतिरक्षा-तन्त्र पर्याप्त सशक्त नहीं होंगे। क्योंकि पहला भाव स्वास्थ्य को दर्शाता है इसलिए Harivansh Rai को नियमित व्यायाम और अपनी सेहत का ख़ास ख़याल रखने की ज़रूरत है, नहीं तो Harivansh Rai संक्रामक रोगों की चपेट में आ सकते हैं। साथ ही Harivansh Rai को मानसिक अवसाद और अज्ञात भय या फ़ोबिया आदि का सामना भी करना पड़ सकता है। संभव है कि इस काल-खण्ड में Harivansh Rai की सोच, कार्य और निर्णय करने की क्षमता में स्पष्टता का अभाव रहे। संतोषपूर्वक परिस्थितियों को स्वीकार करना और मूलभूत काम ठीक तरह से करना Harivansh Rai को इस संकट की घड़ी से निकाल सकता है।
यह शनि साढ़े साती का अन्तिम चरण है। इस समय शनि चन्द्र से दूसरे भाव में गोचर कर रहा होगा, जो व्यक्तिगत और वित्तीय मोर्चे पर कठिनाइयों को इंगित करता है। साढ़े साती के दो मुश्किल चरणों से गुज़रने के बाद Harivansh Rai कुछ राहत महसूस करने लगेंगे। फिर भी इस दौरान ग़लतफ़हमी आर्थिक दबाव देखा जा सकता है। व्यय में वृद्धि होगी और Harivansh Rai को इसपर लगाम लगाने की अब भी ज़रूरत है। अचानक हुई आर्थिक हानि और चोरी की संभावना को भी इस दौरान नहीं नकारा जा सकता है। Harivansh Rai की सोच नकारात्मक हो सकती है। Harivansh Rai को उत्साह के साथ परिस्थितियों का सामना करना चाहिए। Harivansh Rai को व्यक्तिगत और पारिवारिक तौर पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है, नहीं तो बड़ी परेशानियाँ पैदा हो सकती हैं। विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई-लिखाई पर थोड़ा नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और उन्हें पिछले स्तर पर बने रहने के लिए अधिक परिश्रम की ज़रूरत होगी। परिणाम धीरे-धीरे और प्रायः हमेशा विलम्ब से प्राप्त होंगे। यह काल-खण्ड ख़तरे को भी दर्शाता है, अतः गाड़ी चलाते समय विशेष सावधानी अपेक्षित है। यदि संभव हो तो मांसाहार और मदिरापान से दूर रहकर शनि को प्रसन्न रखें। यदि Harivansh Rai समझदारी से काम लेंगे, तो घरेलू व आर्थिक मामलों में आने वाली परेशानियों को भली-भांति हल करने में सफल रहेंगे।