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Jaishankar शनि साढ़ेसाती रिपोर्ट

नाम Jaishankar
जन्म तिथि 30 : 1 : 1889 जन्म समय 17 : 50 : 0
जन्म स्थान Visnagar
लिंग पुरुष तिथि अमावस्या
राशि मकर नक्षत्र उत्तराषाढ़ा
क्र.सं साढ़ेसाती / पनौती शनि राशि आरंभ दिनांक अंत दिनांक चरण
1 छोटी पनौती सिंह 08/05/1889 09/28/1891
2 साढ़े साती धनु 02/23/1899 05/12/1899 उदय
3 साढ़े साती धनु 11/17/1899 02/11/1902 उदय
4 साढ़े साती मकर 02/12/1902 08/15/1902 शिखर
5 साढ़े साती धनु 08/16/1902 11/05/1902 उदय
6 साढ़े साती मकर 11/06/1902 02/04/1905 शिखर
7 साढ़े साती कुम्भ 02/05/1905 04/19/1907 अस्त
8 साढ़े साती कुम्भ 10/08/1907 01/10/1908 अस्त
9 छोटी पनौती मेष 07/09/1909 09/01/1909
10 छोटी पनौती मेष 03/19/1910 05/07/1912
11 छोटी पनौती सिंह 09/18/1918 03/14/1919
12 छोटी पनौती सिंह 06/03/1919 11/16/1920
13 छोटी पनौती सिंह 02/24/1921 08/08/1921
14 साढ़े साती धनु 12/25/1928 04/11/1931 उदय
15 साढ़े साती मकर 04/12/1931 05/25/1931 शिखर
16 साढ़े साती धनु 05/26/1931 12/24/1931 उदय
17 साढ़े साती मकर 12/25/1931 03/15/1934 शिखर
18 साढ़े साती कुम्भ 03/16/1934 09/13/1934 अस्त
19 साढ़े साती मकर 09/14/1934 12/07/1934 शिखर
20 साढ़े साती कुम्भ 12/08/1934 02/25/1937 अस्त
21 छोटी पनौती मेष 04/28/1939 06/18/1941
22 छोटी पनौती मेष 12/15/1941 03/03/1942
23 छोटी पनौती सिंह 07/27/1948 09/19/1950
24 साढ़े साती धनु 02/08/1958 06/01/1958 उदय
25 साढ़े साती धनु 11/08/1958 02/01/1961 उदय
26 साढ़े साती मकर 02/02/1961 09/17/1961 शिखर
27 साढ़े साती धनु 09/18/1961 10/07/1961 उदय
28 साढ़े साती मकर 10/08/1961 01/27/1964 शिखर
29 साढ़े साती कुम्भ 01/28/1964 04/08/1966 अस्त
30 साढ़े साती कुम्भ 11/03/1966 12/19/1966 अस्त
31 छोटी पनौती मेष 06/17/1968 09/27/1968
32 छोटी पनौती मेष 03/08/1969 04/27/1971
33 छोटी पनौती सिंह 09/07/1977 11/03/1979
34 छोटी पनौती सिंह 03/15/1980 07/26/1980
35 साढ़े साती धनु 12/17/1987 03/20/1990 उदय
36 साढ़े साती मकर 03/21/1990 06/20/1990 शिखर
37 साढ़े साती धनु 06/21/1990 12/14/1990 उदय
38 साढ़े साती मकर 12/15/1990 03/05/1993 शिखर
39 साढ़े साती कुम्भ 03/06/1993 10/15/1993 अस्त
40 साढ़े साती मकर 10/16/1993 11/09/1993 शिखर
41 साढ़े साती कुम्भ 11/10/1993 06/01/1995 अस्त
42 साढ़े साती कुम्भ 08/10/1995 02/16/1996 अस्त
43 छोटी पनौती मेष 04/18/1998 06/06/2000
44 छोटी पनौती सिंह 11/01/2006 01/10/2007

शनि साढ़े साती: उदय चरण

यह शनि साढ़े साती का आरम्भिक दौर है। इस दौरान शनि चन्द्र से बारहवें भाव में स्थित होगा। आम तौर पर यह आर्थिक हानि, छुपे हुए शत्रुओं से नुक़सान, नुरुद्देश्य यात्रा, विवाद और निर्धनता को दर्शाता है। इस कालखण्ड में Jaishankar को गुप्त शत्रुओं द्वारा पैदा की हुई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। सहकर्मियों से संबंध अच्छे नहीं रहेंगे और वे Jaishankar के कार्यक्षेत्र में बाधाएँ खड़ी कर सकते हैं। घरेलू मामलों में भी Jaishankar को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जिसके चलते तनाव और दबाव की स्थिति पैदा होगी। Jaishankar को अपने ख़र्चों पर नियन्त्रण करने की आवश्यकता है, अन्यथा Jaishankar अधिक बड़े आर्थिक संकट में फँस सकते हैं। इस दौरान लम्बी दूरी की यात्राएँ फलदायी नहीं रहेंगी। शनि का स्वभाव विलम्ब और तनाव पैदा करने का है। हालाँकि अन्ततः Jaishankar को परिणाम ज़रूर मिलेगा। इसलिए धैर्य रखें और सही समय की प्रतीक्षा करें। इस दौर को सीखने का समय समझें और कड़ी मेहनत करें, परिस्थितियाँ स्वतः सही होती चली जाएंगी। इस समय व्यवसाय में कोई भी बड़ा ख़तरा या चुनौती न मोल लें।

शनि साढ़े साती: शिखर चरण

यह शनि साढ़े साती का चरम है। प्रायः यह दौर सबसे मुश्किल होता है। इस समय चन्द्र पर गोचर करता हुआ शनि स्वास्थ्य-संबंधी समस्या, चरित्र-हनन की कोशिश, रिश्तों में दरार, मानसिक अशान्ति और दुःख की ओर संकेत करता है। इस दौरान Jaishankar सफलता पाने में कठिनाई महसूस करेंगे। Jaishankar को अपनी कड़ी मेहनत का परिणाम नहीं मिलेगा और ख़ुद को बंधा हुआ अनुभव करेंगे। Jaishankar की सेहत और प्रतिरक्षा-तन्त्र पर्याप्त सशक्त नहीं होंगे। क्योंकि पहला भाव स्वास्थ्य को दर्शाता है इसलिए Jaishankar को नियमित व्यायाम और अपनी सेहत का ख़ास ख़याल रखने की ज़रूरत है, नहीं तो Jaishankar संक्रामक रोगों की चपेट में आ सकते हैं। साथ ही Jaishankar को मानसिक अवसाद और अज्ञात भय या फ़ोबिया आदि का सामना भी करना पड़ सकता है। संभव है कि इस काल-खण्ड में Jaishankar की सोच, कार्य और निर्णय करने की क्षमता में स्पष्टता का अभाव रहे। संतोषपूर्वक परिस्थितियों को स्वीकार करना और मूलभूत काम ठीक तरह से करना Jaishankar को इस संकट की घड़ी से निकाल सकता है।

शनि साढ़े साती: अस्त चरण

यह शनि साढ़े साती का अन्तिम चरण है। इस समय शनि चन्द्र से दूसरे भाव में गोचर कर रहा होगा, जो व्यक्तिगत और वित्तीय मोर्चे पर कठिनाइयों को इंगित करता है। साढ़े साती के दो मुश्किल चरणों से गुज़रने के बाद Jaishankar कुछ राहत महसूस करने लगेंगे। फिर भी इस दौरान ग़लतफ़हमी आर्थिक दबाव देखा जा सकता है। व्यय में वृद्धि होगी और Jaishankar को इसपर लगाम लगाने की अब भी ज़रूरत है। अचानक हुई आर्थिक हानि और चोरी की संभावना को भी इस दौरान नहीं नकारा जा सकता है। Jaishankar की सोच नकारात्मक हो सकती है। Jaishankar को उत्साह के साथ परिस्थितियों का सामना करना चाहिए। Jaishankar को व्यक्तिगत और पारिवारिक तौर पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है, नहीं तो बड़ी परेशानियाँ पैदा हो सकती हैं। विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई-लिखाई पर थोड़ा नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और उन्हें पिछले स्तर पर बने रहने के लिए अधिक परिश्रम की ज़रूरत होगी। परिणाम धीरे-धीरे और प्रायः हमेशा विलम्ब से प्राप्त होंगे। यह काल-खण्ड ख़तरे को भी दर्शाता है, अतः गाड़ी चलाते समय विशेष सावधानी अपेक्षित है। यदि संभव हो तो मांसाहार और मदिरापान से दूर रहकर शनि को प्रसन्न रखें। यदि Jaishankar समझदारी से काम लेंगे, तो घरेलू व आर्थिक मामलों में आने वाली परेशानियों को भली-भांति हल करने में सफल रहेंगे।

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