कृष्णकांत उपाध्याय की लम्बी यात्रा करने की पूरी संभावना है। मित्र व सहयोगी सहायता करेंगे। अपने व्यवसाय या व्यापार को बढाने चमकाने के कई मौके आयेंगे। इच्छा और महत्वाकांक्षाओं की सम्पूर्ति होगी। भाई या घनिष्ठ मित्र के बारे में कोई शुभ समाचार प्राप्त करेंगे। इस अवधि में हर तरफ से खुशहाल रहने की संभावना है। प्रणय संबंधों के लिये भी यह समय अच्छा है। इस समय का सदुपयोग करें। इस दौरान कृष्णकांत उपाध्याय के कई लोगों से मित्रतापूर्ण संबंध कायम होंगे।
कृष्णकांत उपाध्याय का 2024 का शनि गोचर फलादेश
कृष्णकांत उपाध्याय सुविधा और विलास के साधनों पर खर्च करेंगे। उच्च कोटि का वैवाहिक सुख भोगेंगे। फिर भी अच्छा होगा कि कृष्णकांत उपाध्याय अपनी भोग वृती पर अंकुश लगायें वरना आनन्द प्राप्त करने के बजाय परेशानी उठानी पड़ जायेगी। छोटी मोटी बीमारी परेशान करेगी। प्रणय संबंधों की गति धीमी रखें। विरोधी और प्रतिद्वन्दी नुकसान पहुंचाने का प्रयत्न करेंगे। यघपि कृष्णकांत उपाध्याय उनकी परवाह नहीं करेंगे फिर भी कृष्णकांत उपाध्याय को सलाह दी जाती है कि ऐसा न करें। आर्थिक रूप से यह बुरा समय नहीं है पर खर्चो पर नियंत्रण रखें। परिवार जन के स्वास्थ्य के कारण कृष्णकांत उपाध्याय चिन्तित रह सकते हैं।
कृष्णकांत उपाध्याय का 2024 का राहु गोचर फलादेश
कृष्णकांत उपाध्याय पर ऐसी बातों के झुठे इल्जाम लगाए जा सकते हैं जिनमें कृष्णकांत उपाध्याय का सहयोग नगण्य रहा हो। पारिवारिक सुख का भी अभाव रहेगा। प्रयासों में असफलता अवसाद पैदा कर देगी। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। अगर कोई लंबी बीमारी भोग रहे हैं तो पूरे परहेज से रहें। कृष्णकांत उपाध्याय के विरोधी कृष्णकांत उपाध्याय की छवि बिगाड़ने का प्रयास करेंगे। बहसों में न उलझें तो ठीक रहेगा। सांसारिक सुखों के लिहाज से यह समय अच्छा नहीं है फिर भी धार्मिक एवं आध्यात्मिक कार्यों में लगे रहने से कुछ राहत महसूस होगी।
कृष्णकांत उपाध्याय का 2024 का केतु गोचर फलादेश
इस अवधि में कृष्णकांत उपाध्याय को मिले जुले फल मिलेंगे। वैसे कृष्णकांत उपाध्याय अपने व्यवसाय/व्यापार में अच्छा काम करेंगे। कृष्णकांत उपाध्याय अपने लक्ष्य से भ्रमित नहीं होंगे और एक बार हाथ में लेने के बाद काम छोड़ेंगे नहीं। कृष्णकांत उपाध्याय का निश्चय दृढ़ रहेगा। लेकिन गुरूजनों और माता पिता से संबंध बहुत अच्छे नहीं रहेंगे। कभी कभी कृष्णकांत उपाध्याय तर्क बुद्धि से इतना काम लेंगे कि मामले की तह तक ही न पहुंच पायेंगे। कृष्णकांत उपाध्याय के व्यक्तित्व में अहंकार का प्रवेश हो जायेगा। कृष्णकांत उपाध्याय के इस बर्ताव से कृष्णकांत उपाध्याय जनप्रिय नहीं रह पायेंगे। अपनी अन्र्तदृष्टि से अपने कृष्णकांत उपाध्याय को जांचने परखने का प्रयत्न करें।