नाम | Narsing Rao | ||
जन्म तिथि | 28 : 6 : 1921 | जन्म समय | 13 : 0 : 0 |
जन्म स्थान | Varangal | ||
लिंग | पुरुष | तिथि | अष्टमी |
राशि | मीन | नक्षत्र | उत्तरभाद्रपदा |
क्र.सं | साढ़ेसाती / पनौती | शनि राशि | आरंभ दिनांक | अंत दिनांक | चरण |
1 | छोटी पनौती | तुला | 10/16/1923 | 12/31/1926 | |
2 | छोटी पनौती | तुला | 05/14/1926 | 09/29/1926 | |
3 | साढ़े साती | कुम्भ | 03/16/1934 | 09/13/1934 | उदय |
4 | साढ़े साती | कुम्भ | 12/08/1934 | 02/25/1937 | उदय |
5 | साढ़े साती | मीन | 02/26/1937 | 04/27/1939 | शिखर |
6 | साढ़े साती | मेष | 04/28/1939 | 06/18/1941 | अस्त |
7 | साढ़े साती | मेष | 12/15/1941 | 03/03/1942 | अस्त |
8 | छोटी पनौती | मिथुन | 08/06/1943 | 12/16/1943 | |
9 | छोटी पनौती | मिथुन | 04/24/1944 | 09/22/1945 | |
10 | छोटी पनौती | मिथुन | 12/22/1945 | 06/08/1946 | |
11 | छोटी पनौती | तुला | 11/26/1952 | 04/23/1953 | |
12 | छोटी पनौती | तुला | 08/21/1953 | 11/11/1955 | |
13 | साढ़े साती | कुम्भ | 01/28/1964 | 04/08/1966 | उदय |
14 | साढ़े साती | मीन | 04/09/1966 | 11/02/1966 | शिखर |
15 | साढ़े साती | कुम्भ | 11/03/1966 | 12/19/1966 | उदय |
16 | साढ़े साती | मीन | 12/20/1966 | 06/16/1968 | शिखर |
17 | साढ़े साती | मेष | 06/17/1968 | 09/27/1968 | अस्त |
18 | साढ़े साती | मीन | 09/28/1968 | 03/07/1969 | शिखर |
19 | साढ़े साती | मेष | 03/08/1969 | 04/27/1971 | अस्त |
20 | छोटी पनौती | मिथुन | 06/11/1973 | 07/23/1975 | |
21 | छोटी पनौती | तुला | 10/06/1982 | 12/20/1984 | |
22 | छोटी पनौती | तुला | 06/01/1985 | 09/16/1985 | |
23 | साढ़े साती | कुम्भ | 03/06/1993 | 10/15/1993 | उदय |
24 | साढ़े साती | कुम्भ | 11/10/1993 | 06/01/1995 | उदय |
25 | साढ़े साती | मीन | 06/02/1995 | 08/09/1995 | शिखर |
26 | साढ़े साती | कुम्भ | 08/10/1995 | 02/16/1996 | उदय |
27 | साढ़े साती | मीन | 02/17/1996 | 04/17/1998 | शिखर |
28 | साढ़े साती | मेष | 04/18/1998 | 06/06/2000 | अस्त |
29 | छोटी पनौती | मिथुन | 07/23/2002 | 01/08/2003 | |
30 | छोटी पनौती | मिथुन | 04/08/2003 | 09/05/2004 | |
31 | छोटी पनौती | मिथुन | 01/14/2005 | 05/25/2005 | |
32 | छोटी पनौती | तुला | 11/15/2011 | 05/15/2012 | |
33 | छोटी पनौती | तुला | 08/04/2012 | 11/02/2014 | |
34 | साढ़े साती | कुम्भ | 04/29/2022 | 07/12/2022 | उदय |
35 | साढ़े साती | कुम्भ | 01/18/2023 | 03/29/2025 | उदय |
36 | साढ़े साती | मीन | 03/30/2025 | 06/02/2027 | शिखर |
37 | साढ़े साती | मेष | 06/03/2027 | 10/19/2027 | अस्त |
38 | साढ़े साती | मीन | 10/20/2027 | 02/23/2028 | शिखर |
39 | साढ़े साती | मेष | 02/24/2028 | 08/07/2029 | अस्त |
40 | साढ़े साती | मेष | 10/06/2029 | 04/16/2030 | अस्त |
41 | छोटी पनौती | मिथुन | 05/31/2032 | 07/12/2034 | |
42 | छोटी पनौती | तुला | 01/28/2041 | 02/05/2041 |
यह शनि साढ़े साती का आरम्भिक दौर है। इस दौरान शनि चन्द्र से बारहवें भाव में स्थित होगा। आम तौर पर यह आर्थिक हानि, छुपे हुए शत्रुओं से नुक़सान, नुरुद्देश्य यात्रा, विवाद और निर्धनता को दर्शाता है। इस कालखण्ड में Narsing Rao को गुप्त शत्रुओं द्वारा पैदा की हुई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। सहकर्मियों से संबंध अच्छे नहीं रहेंगे और वे Narsing Rao के कार्यक्षेत्र में बाधाएँ खड़ी कर सकते हैं। घरेलू मामलों में भी Narsing Rao को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जिसके चलते तनाव और दबाव की स्थिति पैदा होगी। Narsing Rao को अपने ख़र्चों पर नियन्त्रण करने की आवश्यकता है, अन्यथा Narsing Rao अधिक बड़े आर्थिक संकट में फँस सकते हैं। इस दौरान लम्बी दूरी की यात्राएँ फलदायी नहीं रहेंगी। शनि का स्वभाव विलम्ब और तनाव पैदा करने का है। हालाँकि अन्ततः Narsing Rao को परिणाम ज़रूर मिलेगा। इसलिए धैर्य रखें और सही समय की प्रतीक्षा करें। इस दौर को सीखने का समय समझें और कड़ी मेहनत करें, परिस्थितियाँ स्वतः सही होती चली जाएंगी। इस समय व्यवसाय में कोई भी बड़ा ख़तरा या चुनौती न मोल लें।
यह शनि साढ़े साती का चरम है। प्रायः यह दौर सबसे मुश्किल होता है। इस समय चन्द्र पर गोचर करता हुआ शनि स्वास्थ्य-संबंधी समस्या, चरित्र-हनन की कोशिश, रिश्तों में दरार, मानसिक अशान्ति और दुःख की ओर संकेत करता है। इस दौरान Narsing Rao सफलता पाने में कठिनाई महसूस करेंगे। Narsing Rao को अपनी कड़ी मेहनत का परिणाम नहीं मिलेगा और ख़ुद को बंधा हुआ अनुभव करेंगे। Narsing Rao की सेहत और प्रतिरक्षा-तन्त्र पर्याप्त सशक्त नहीं होंगे। क्योंकि पहला भाव स्वास्थ्य को दर्शाता है इसलिए Narsing Rao को नियमित व्यायाम और अपनी सेहत का ख़ास ख़याल रखने की ज़रूरत है, नहीं तो Narsing Rao संक्रामक रोगों की चपेट में आ सकते हैं। साथ ही Narsing Rao को मानसिक अवसाद और अज्ञात भय या फ़ोबिया आदि का सामना भी करना पड़ सकता है। संभव है कि इस काल-खण्ड में Narsing Rao की सोच, कार्य और निर्णय करने की क्षमता में स्पष्टता का अभाव रहे। संतोषपूर्वक परिस्थितियों को स्वीकार करना और मूलभूत काम ठीक तरह से करना Narsing Rao को इस संकट की घड़ी से निकाल सकता है।
यह शनि साढ़े साती का अन्तिम चरण है। इस समय शनि चन्द्र से दूसरे भाव में गोचर कर रहा होगा, जो व्यक्तिगत और वित्तीय मोर्चे पर कठिनाइयों को इंगित करता है। साढ़े साती के दो मुश्किल चरणों से गुज़रने के बाद Narsing Rao कुछ राहत महसूस करने लगेंगे। फिर भी इस दौरान ग़लतफ़हमी आर्थिक दबाव देखा जा सकता है। व्यय में वृद्धि होगी और Narsing Rao को इसपर लगाम लगाने की अब भी ज़रूरत है। अचानक हुई आर्थिक हानि और चोरी की संभावना को भी इस दौरान नहीं नकारा जा सकता है। Narsing Rao की सोच नकारात्मक हो सकती है। Narsing Rao को उत्साह के साथ परिस्थितियों का सामना करना चाहिए। Narsing Rao को व्यक्तिगत और पारिवारिक तौर पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है, नहीं तो बड़ी परेशानियाँ पैदा हो सकती हैं। विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई-लिखाई पर थोड़ा नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और उन्हें पिछले स्तर पर बने रहने के लिए अधिक परिश्रम की ज़रूरत होगी। परिणाम धीरे-धीरे और प्रायः हमेशा विलम्ब से प्राप्त होंगे। यह काल-खण्ड ख़तरे को भी दर्शाता है, अतः गाड़ी चलाते समय विशेष सावधानी अपेक्षित है। यदि संभव हो तो मांसाहार और मदिरापान से दूर रहकर शनि को प्रसन्न रखें। यदि Narsing Rao समझदारी से काम लेंगे, तो घरेलू व आर्थिक मामलों में आने वाली परेशानियों को भली-भांति हल करने में सफल रहेंगे।