व्यापार या व्यवसाय में आर एन शेट्टी बहुत अच्छा काम करेंगे। व्यापार का विस्तार भी हो सकता है। इस अवधि के दौरान आर एन शेट्टी पूरी तरह कर्मठ रहेंगे। वरिष्ठ लोगों या सत्तावान व्यक्तियों के साथ आर एन शेट्टी के संबंधों में सुधार आयेगा। पारिवारिक माहौल संतोषप्रद रहेगा। आर एन शेट्टी को वाहन भी प्राप्त हो सकता है। विदेशों से अच्छी खबर मिलने की संभावना है। घर में किसी शुभ कृत्य का आयोजन होगा।
आर एन शेट्टी का फलादेश June 16, 1934 से June 16, 1941 तक
गन्दी भाषा बोलने के कारण अपने लोगों से भी आर एन शेट्टी की दुश्मनी होने की संभावना है। इसलिये आर एन शेट्टी को अपनी वाणी पर पूरा नियंत्रण रखना चाहिए। खास तौर पर उन लोगों के प्रति जिनसे आर एन शेट्टी की घनिष्टता है। नहीं तो गलतफहमी हो जायेगी। पैसे रूपये की हानि होने की संभावना है। अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ आर एन शेट्टी के निर्वाह में मुश्किलें पेश आयेंगी। इस अवधि में कोई नये उघम न शुरू करें। इसी माह में आर एन शेट्टी के व्याधिग्रस्त होने की भी संभावना है। आत्मविश्वास की कमी आर एन शेट्टी में स्पष्ट परिलक्षित होगी। यात्राओं का कोई व्यवहारिक अर्थ नहीं निकलेगा। साधारण तौर पर यह समय आर एन शेट्टी के लिये अच्छा नहीं है क्योंकि आत्मीय जन भी काफीदूर हो जायेंगे।
आर एन शेट्टी का फलादेश June 16, 1941 से June 16, 1961 तक
इस अवधि में आर एन शेट्टी को हर प्रयास में सफलता मिलेगी। मित्र और सहयोगी आर एन शेट्टी को पूरा सहयोग देंगे। बहु प्रतीक्षित अभिलाषाओं और इच्छाओं की सम्पूर्ति होगी। भाई बहिन भी अपने अपने क्षेत्र में बहुत अच्छा कार्य करेंगे। यात्राओं से लाभ होगा। उच्च कोटि का पारिवारिक सुख प्राप्त करेंगे। परिवार में सदस्यों की बढोत्तरी होने की संभावना है। जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में मिलने वाले मित्रों और सहयोगियों से अच्छी पटेगी। खर्चे अधिक होंगे लेकिन आमदनी से पूर पड़ती रहेगी।
आर एन शेट्टी का फलादेश June 16, 1961 से June 16, 1967 तक
इस अवधि में आर एन शेट्टी बहुत क्रियाशील एवम् व्यस्त रहेंगे। व्यापार या नौकरी में सफलता प्राप्त करेंगे और अपने वरिष्ठ अधिकारियों के कृपाभाजन रहेंगे। यह समय आर एन शेट्टी की कर्मठता का समय सिद्ध होगा। व्यापार के कारण सफलदायक यात्राएं करेंगे। सब लिहाज से यह समय काफी संतोषप्रद सिद्ध होगा। इस समय में आर एन शेट्टी अपनी सारी आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पा जायेंगे।
आर एन शेट्टी का फलादेश June 16, 1967 से June 16, 1977 तक
आर एन शेट्टी अपने ही विचारों और योजनाओं को रचनात्मक रूप दे सकेंगे। नौकरी या व्यापार से संबंधित कुछ ठोस परिणाम सामने आयेंगे। आर एन शेट्टी को सारे ही उद्यमों में सफलता निश्चित है। अपने से वरिष्ठ लोगों या पर्यवेक्षकों के साथ अति मधुर संबंध रहेंगे। इस समय का पूरा सदुपयोग कीजिये।
आर एन शेट्टी का फलादेश June 16, 1977 से June 16, 1984 तक
यह बिल्कुल भी अच्छा समय नहीं है। ध्यान रखें। आर्थिक हानि की पूरी संभावना है। इस अवधि में कोई जोखिम न उठायें और सट्टेबाजी से बचें। स्वास्थ्य के कारण परेशानियां शुरू हो जायेंगी। अपने परिवार के सदस्यों से संबंधों में बिगाड़ होने की संभावना है। किसी परिचित की मृत्यु की खबर भी मिल सकती है।
आर एन शेट्टी का फलादेश June 16, 1984 से June 16, 2002 तक
इस अवधि के दौरान दुर्घटनायें मानसिक शांति भंग कर सकती हैं। प्रयासों में असफलता ही हाथ लगेगी। आर एन शेट्टी के भ्रम भयकारी मनोविकृति बन सकते हैं। आर एन शेट्टी की साथी का बर्ताव आर एन शेट्टी को असहनीय मालूम पड़ेगा। धन्धे / व्यापार में भी काम अच्छा नहीं चलेगा। कुछ न कुछ परेशानियां आर एन शेट्टी को सदैव घेरे रहेंगी। स्वास्थ्य की समस्याओं के कारण आर एन शेट्टी सही प्रकार से अपने वचन नहीं निभा पायेंगे। गूढ विज्ञान की ओर आर एन शेट्टी की रूचि जागृत होगी और कुछ अतीन्द्रिय अनुभव भी प्राप्त कर सकते हैं।
आर एन शेट्टी का फलादेश June 16, 2002 से June 16, 2018 तक
इस अवधि में आर एन शेट्टी वैवाहिक सुख भोगेंगे। व्यापार या नौकरी इत्यादि के विकासशील होने की अच्छी संभावनाएं रहेंगी। बहु प्रतीक्षित यात्रा करेंगे। परिवार का वातावरण भी सौमनस्यपूर्ण रहेगा। इच्छाओं और आकांक्षाओं की पूर्ति होगी। आर एन शेट्टी निडर रहेंगे और शत्रुगण सामने आने की हिम्मत नहीं करेंगे। दर्शन व साहित्य में रूचि जागृत होगी। विद्वानों से सम्पर्क बढें़गे। आर एन शेट्टी अत्यधिक सम्मानप्रिय व्यक्ति समझे जायेंगे और विख्यात होंगे।
आर एन शेट्टी का फलादेश June 16, 2018 से June 16, 2037 तक
इस अवधि में कुछ आर्थिक परेशानियां सामने आएगी। आमदनी भी ठीक नहीं रहेगी। परिवारजनों की अपेक्षाएं पूरी नहीं होंगी। अपने लोगों से आर एन शेट्टी की पटेगी नहीं। रोजमर्रा के जीवन में आर एन शेट्टी को सावधान रहने की आवश्यकता है। नए उद्यमों से इस अवधि में सम्बंद्ध न हों और महत्वपूर्ण दस्तावेजों पर बिना देखे दस्तखत न करें। जोखिम उठाने की प्रवृति पर भी अंकुश लगाए। मां बाप का स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहेगा।