अपने कार्य क्षेत्र में राम माधव महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त करेंगे। प्रतिष्ठा और सम्मान में प्रचुर वृद्धि होगी। इस अवधि में विपरीत परिस्थितियों से भी राम माधव कुशलता से निपट सकेंगे। व्यापारी सहयोगियों या व्यवसायकि लोगों ग्राहकों के साथ राम माधव के संबंध दिन व रात सुधरेंगे। समय के साथ साथ राम माधव संग्रहशील होते जायेंगे और विलास सामग्री पर भी व्यय करेंगे। परिवार जनों का बर्ताव बहुत अच्छा रहेगा। व्यापारिक यात्राओं की संभावना है।
राम माधव का फलादेश September 19, 1973 से September 19, 1979 तक
इस अवधि में राम माधव बहुत क्रियाशील एवम् व्यस्त रहेंगे। व्यापार या नौकरी में सफलता प्राप्त करेंगे और अपने वरिष्ठ अधिकारियों के कृपाभाजन रहेंगे। यह समय राम माधव की कर्मठता का समय सिद्ध होगा। व्यापार के कारण सफलदायक यात्राएं करेंगे। सब लिहाज से यह समय काफी संतोषप्रद सिद्ध होगा। इस समय में राम माधव अपनी सारी आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पा जायेंगे।
राम माधव का फलादेश September 19, 1979 से September 19, 1989 तक
इस अवधि में किये उद्यमों में सफलता नहीं मिलेगी। शत्रु राम माधव की छवि बिगाड़ने का प्रयत्न करेंगे। नौकरी के हालात भी बदतर होते जायेंगे। स्वास्थ्य संबंधी समस्यायें भी मानसिक शांति भंग करेगी। जल्दबाजी या हड़बड़ी से काम करने की प्रवृति पर नियंत्रण रखें। परिवार के किसी सदस्य की बीमारी के कारण चिंतित रह सकते हैं।
राम माधव का फलादेश September 19, 1989 से September 19, 1996 तक
आर्थिक लाभ के लिये यह समय अच्छा नहीं है। परिवार के सदस्यों के कारण तनाव पैदा हो सकते हैं। छोटी छोटी बातों पर भी झगड़े हो सकते हैं। वाणी पर नियंत्रण रखें वरना परेशानी भुगतेंगे। अवांछित लोगों पर निर्भर रहना पड़ सकता है। व्यापार में घाटे या चोरी के कारण आर्थिक हानि होने की संभावना है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
राम माधव का फलादेश September 19, 1996 से September 19, 2014 तक
राम माधव महत्वपूर्ण व्यक्तियों के सम्पर्क में आयेंगे। आमदनी में इजाफा स्पष्टरूप से प्रतिक्षित है। नये उद्यमों से सम्बद्ध रहेंगे। मित्र और सहयोगी पूरी मदद करेंगे। लम्बी यात्राओं से लाभ होगा। विदेशियों से अधिक सम्पर्क बनेंगे। पारिवारिक जीवन अति सुखद रहेगा। प्रणय और प्रेम संबंधों के लिये यह काल वरदान सदृश है। राम माधव संघर्ष में वीरोचित भावना से जूझते रहेंगे और शत्रुओं का पराभव कर देंगे। वैसे राम माधव का स्वास्थ्य ठीक रहेगा। सिर्फ कर्ण रोग से परेशान रह सकते हैं।
राम माधव का फलादेश September 19, 2014 से September 19, 2030 तक
इस अवधि मे राम माधव काफी उत्साह सुख पूर्ण होंगे। यह समय बेहद अच्छा बीतेगा। विदेशियों या सुदूर स्थलों पर रहने वाले लोगों से राम माधव के सम्बंधित सौमनस्यपूर्ण रहेंगे। नये उद्यमों के साथ राम माधव के सम्बंद्ध रहेंगे। भाई बहन भी इस अवधि में खुशहाल रहेंगे। यदि राम माधव किसी प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षा में भाग ले रहें हैं तो अवश्य सफल होंगे। इस अवधि के दौरान राम माधव समाधि इत्यादि में दिलचस्पी रखेंगे। राम माधव की स्पष्ट रूप से वृती दार्शनिक रहेगी।
राम माधव का फलादेश September 19, 2030 से September 19, 2049 तक
कोई महत्वपूर्ण चीज खोने का खतरा बना रहेगा। वरिष्ठ जनों या सत्ताधारी अफसरों से राम माधव के संबंध बिगड़ सकते हैं। लेन देन के व्यापार में हानि होने की भी संभावना है। राम माधव के मित्र या सहयोगी अपना वचन नहीं निभाएंगें। परिवारजनों के व्यवहार में भी फर्क आ जाएगा। मानसिक वेदना की स्थिति राम माधव के व्यवहार से परिलक्षित होती रहेगी। वैसे इस अवधि में गूढ मान या परामनोविाान आदि क्षेत्रों से कुछ मदद मिल सकती है। अच्छा यही होगा कि अपनी योग्यता और प्रतिभा पर ही निर्भर करें। अगर वसीयत प्राप्ति के इच्छुक है तो वह अचानक प्राप्त होकर राम माधव को चमत्कृत कर देगी। किसी की मौत की बुरी खबर मिल सकती है। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
राम माधव का फलादेश September 19, 2049 से September 19, 2066 तक
प्रभावशाली वाणी होने के कारण लोगों से राम माधव अपनी बात मनवा लेते हैं। प्रसिद्ध व्यक्तियों के राम माधव सम्पर्क में आयेंगे। राम माधव की ख्याति और प्रतिष्ठा सम्मान में बढ़ोत्तरी होगी। अपनी बुद्धिमत्ता के कारण राम माधव प्रचुर लाभ पायेंगे। अपने व्यवसाय में राम माधव अच्छा काम करेंगे। यात्रा से निश्चित लाभ प्राप्त करेंगे।
राम माधव का फलादेश September 19, 2066 से September 19, 2073 तक
इस अवधि में राम माधव बहुत से काम एक साथ करने का प्रयत्न करेंगे और ठीक से कुछ भी नहीं कर पायेंगे। जल्दबाजी से बिल्कुल काम नहीं बनेगा। राम माधव इस बात का पूरा ध्यान रखें कि इस अवधि में परिवार के किसी सदस्य की बीमार पड़ने की संभावना है। कुल मिलाकर पारिवारिक माहौल तनावग्रस्त ही रहेगा। जोखिम उठाने की प्रवृति को लगाम दें। शत्रु राम माधव की साख बिगाड़ने का प्रयत्न करेंगे। इस ओर पूरी तरह शक्र्तिक रहें। जहां तक संभव हो। यात्रा से बचें। पेट के रोग से व्यथित रहेंगे।