ऋषि कपूर में किसी के प्रति लगाव नहीं होगा और लोग ऋषि कपूर के प्रति वैमनस्य का भाव रखेंगे। असुरक्षा की भावना से ग्रसित रहेंगे। फालतू के कामों में ऋषि कपूर अपना समय और पैसा बर्बाद करेंगे। ऋषि कपूर को दूसरों के लिये काम करना पड़ सकता है। खर्चे बहुत होंगे। विरोधी ऋषि कपूर को तनावग्रस्त रखेंगे। जहां तक संभव हो यात्राओं से ऋषि कपूर बचें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें नहीं तो समस्यायें उठ खड़ी होंगी। परिवारजनों के बर्ताव मे भी काफी फर्क रहेगा। यह अच्छा रहेगा कि विपरीत परिस्थितियों को झेलते समय ऋषि कपूर अपने अन्दर प्रतिरोधात्मक शक्ति विकसित करें।
ऋषि कपूर का फलादेश November 27, 1959 से November 27, 1978 तक
ऋषि कपूर की सृजनात्मक क्षमता इस अवधि में छुपी रहेगी और बुद्धि विवेक का भी ह्रास होगा। इस मामलें में अधिक ध्यान देने की जरूरत है जिससे ऋषि कपूर सही निर्णय ले सके। ऋषि कपूर के बच्चों का स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहेगा। मित्र व सहयोगी अपना वचन नहीं निभाएगें। झूठी आशाओं पर निर्भर करना ठीक नहीं। यात्राएं सफलदायक नहीं होगी। आर्थिक समस्याएं दिमागी शांति को भंग करेगी। जोखिम उठाने वाली प्रवृतियों पर पूरी तरह अंकुश लगाकर रखे।
ऋषि कपूर का फलादेश November 27, 1978 से November 27, 1995 तक
इस अवधि में ऋषि कपूर के अन्दर बैठी हुई व्यवसाय कि सहज योग्यता विकास प्राप्त करेगी। ऋषि कपूर की व्यवहार बुद्धि और समीक्षात्मक दृष्टि चैतन्य रहेगी। ऋषि कपूर बहुत सलीके से काम करेंगे। सुखी रहेंगे और साधारण तौर पर प्रसन्नता प्राप्त होगी। अपनी कर्मठता से ऋषि कपूर बहुत लाभ उठायेंगे। पारिवारिक वातावरण सौमनस्यपूर्ण रहेगा। माता पिता से संबंध मधुर रहेंगे। विलास सामग्री पर व्यय करेंगे। संचार माध्यम से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। शुभ संस्कार भी मनाया जा सकता है।
ऋषि कपूर का फलादेश November 27, 1995 से November 27, 2002 तक
ऋषि कपूर अपने काम बुद्धिमानी से नहीं निपटायेंगे। वैसे इस पूरी अवधि में ऋषि कपूर आशावादी रहेंगे। संचार द्वारा प्राप्त समाचार से लाभावत होंगे। अचानक यात्रा करने से भी अच्छे फल निकलेंगे। आमदनी में इजाफा होगा। पारिवारिक जीवन पर राहतकारी प्रभाव पड़ेगा। अगर पदोन्नति होने वाली है तो जैसी ऋषि कपूर चाहेंगे वैसी ही होगी। मित्र मंडली बढ़ेगी। दिमाग का अध्यात्म के प्रति झुकाव बढ़ेगा। वास्तव में यह ऋषि कपूर के लिये एक सौभाग्यशाली समय है।
ऋषि कपूर का फलादेश November 27, 2002 से November 27, 2022 तक
इस अवधि के दौरान ऋषि कपूर स्त्रीवर्ग की ओर आकर्षित रहेंगे। इस अवधि में अचानक ऐसी घटनाएं घटेंगी जो ऋषि कपूर के लिये हितकर हो। इसके अलावा इस दौरान ऋषि कपूर की सामाजिक प्रतिष्ठा और खुशहाली भी बढ़ेगी। पारिवारिक जीवन अति सुखद रहेगा। बहु प्रतीक्षित अभिलाषाओं की सम्पूर्ति होगी। यदि ऋषि कपूर में सृजनात्मक क्षमता है तो इस अवधि के दौरान ऋषि कपूर की कला संगीत इत्यादि में सफलदायक गति रहेगी। सामाजिक क्षेत्र बढ़ेगा और पुराने मित्रों सहयोगियों से मुलाकात होगी। संचार के माध्यम से ऋषि कपूर को कोई बहुत अच्छी खबर भी मिल सकती है।
ऋषि कपूर का फलादेश November 27, 2022 से November 27, 2028 तक
इस अवधि में ऋषि कपूर को मेहनत करनी पड़ेगी जो ऋषि कपूर कर नहीं पायेंगे। लगातार किया गया कड़ा परिश्रम थका भी शीघ्र देगा और कार्य क्षमता भी कम हो जायेगी। बुरे कार्यों में प्रवृती रहने की ऋषि कपूर की चेष्टा रहेगी। मां बाप का बुरा स्वास्थ्य चिन्ताग्रस्त रखेगा। कार या कोईवाहन बहुत तेजी से न चलाएं।
ऋषि कपूर का फलादेश November 27, 2028 से November 27, 2038 तक
ऋषि कपूर अपने ही विचारों और योजनाओं को रचनात्मक रूप दे सकेंगे। नौकरी या व्यापार से संबंधित कुछ ठोस परिणाम सामने आयेंगे। ऋषि कपूर को सारे ही उद्यमों में सफलता निश्चित है। अपने से वरिष्ठ लोगों या पर्यवेक्षकों के साथ अति मधुर संबंध रहेंगे। इस समय का पूरा सदुपयोग कीजिये।
ऋषि कपूर का फलादेश November 27, 2038 से November 27, 2045 तक
नित्य चर्चा में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। शत्रु छवि बिगाड़ने का प्रयत्न करेंगे। सहयोगियों तथा भागीदारों से विवाद होने की संभावना है। पारिवारिक जीवन भी सुखद नहीं रहेगा। अपनी तन्दुरस्ती का ख्याल रखें। यात्राओं से निराशा मिलेगी। साथी के स्वास्थ्य के कारण चिन्तित रहेंगे। इस दौरान ऋषि कपूर का जीवन समस्याओं एवम् परेशानियों से आक्रान्त रहेगा।
ऋषि कपूर का फलादेश November 27, 2045 से November 27, 2063 तक
इस अवधि में ऋषि कपूर को मिले जुले फल मिलेंगे। वैसे ऋषि कपूर अपने व्यवसाय/व्यापार में अच्छा काम करेंगे। ऋषि कपूर अपने लक्ष्य से भ्रमित नहीं होंगे और एक बार हाथ में लेने के बाद काम छोड़ेंगे नहीं। ऋषि कपूर का निश्चय दृढ़ रहेगा। लेकिन गुरूजनों और माता पिता से संबंध बहुत अच्छे नहीं रहेंगे। कभी कभी ऋषि कपूर तर्क बुद्धि से इतना काम लेंगे कि मामले की तह तक ही न पहुंच पायेंगे। ऋषि कपूर के व्यक्तित्व में अहंकार का प्रवेश हो जायेगा। ऋषि कपूर के इस बर्ताव से ऋषि कपूर जनप्रिय नहीं रह पायेंगे। अपनी अन्र्तदृष्टि से अपने ऋषि कपूर को जांचने परखने का प्रयत्न करें।