उच्च पदस्थ लोगों से विजयशांति सम्मान प्राप्त करेंगे और उनके कृपा भाजन रहेंगे। माता पिता और गुरूजनों से संबंध अति मधुर रहेंगे। इस अवधि के दौरान विजयशांति सुदूर प्रदेशों की यात्रा करेंगे। पारिवारिक जीवन विजयशांति के लिये सुखद एवम् अनुकूल रहेगा। विजयशांति के थोड़े प्रयत्न करने पर भी विजयशांति की आमदनी बढ जायेगी। इस अवधि के दौरान विपरीत परिस्थितियों से सही तौर पर निपटने की विजयशांति की क्षमता का विकास होगा। अगर विजयशांति की पदोन्नति होने ही वाली है तो जैसी चाहेंगे वैसी ही होगी। विजयशांति का दिमाग धार्मिक क्रियाकलापों एवम् जीवन संबंधी उच्च दर्शन की ओर आकृष्ट रहेगा। हर लिहाज से यह समय अच्छा है।
विजयशांति का फलादेश September 19, 1973 से September 19, 1979 तक
इस अवधि में विजयशांति बहुत क्रियाशील एवम् व्यस्त रहेंगे। व्यापार या नौकरी में सफलता प्राप्त करेंगे और अपने वरिष्ठ अधिकारियों के कृपाभाजन रहेंगे। यह समय विजयशांति की कर्मठता का समय सिद्ध होगा। व्यापार के कारण सफलदायक यात्राएं करेंगे। सब लिहाज से यह समय काफी संतोषप्रद सिद्ध होगा। इस समय में विजयशांति अपनी सारी आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पा जायेंगे।
विजयशांति का फलादेश September 19, 1979 से September 19, 1989 तक
अभी विजयशांति बहुत खर्च न करें। व्यय पर नियंत्रण रखें। स्वास्थ्य के लिहाज से भी यह अच्छा समय नहीं है। व्यर्थ की यात्राओं से बचें। परामनोवैानिक एवम् गूढ़ अनुभवों को प्राप्त करने के लिये विजयशांति का झुकाव रहेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। कठोर भाषा से परेशानी में पड़ सकते हैं। सट्टे बाजी से बचें।
विजयशांति का फलादेश September 19, 1989 से September 19, 1996 तक
बड़े बूढों से सहयोग प्राप्त करेंगे। सुदूर स्थलों तक की गई लम्बी यात्राएं सफलदायक सिद्ध होंगी। आमदनी बढ़ेगी और आय के नये स्त्रोत प्राप्त होंगे। यद्यापि खर्चे भी बढेंगे लेकिन आमदनी से अधिक नहीं होंगे। सट्टे के द्वारा आय होने की भी संभावना है। इस समय का पूरा सदुपयोग करें।
विजयशांति का फलादेश September 19, 1996 से September 19, 2014 तक
इस अवधि में विजयशांति को मिले जुले फल मिलेंगे। वैसे विजयशांति अपने व्यवसाय/व्यापार में अच्छा काम करेंगे। विजयशांति अपने लक्ष्य से भ्रमित नहीं होंगे और एक बार हाथ में लेने के बाद काम छोड़ेंगे नहीं। विजयशांति का निश्चय दृढ़ रहेगा। लेकिन गुरूजनों और माता पिता से संबंध बहुत अच्छे नहीं रहेंगे। कभी कभी विजयशांति तर्क बुद्धि से इतना काम लेंगे कि मामले की तह तक ही न पहुंच पायेंगे। विजयशांति के व्यक्तित्व में अहंकार का प्रवेश हो जायेगा। विजयशांति के इस बर्ताव से विजयशांति जनप्रिय नहीं रह पायेंगे। अपनी अन्र्तदृष्टि से अपने विजयशांति को जांचने परखने का प्रयत्न करें।
विजयशांति का फलादेश September 19, 2014 से September 19, 2030 तक
व्यापार नौकरी या धन्धे में विजयशांति बहुत अच्छा काम करेंगे। व्यापार का विस्तार होगा और पद बढ़ेगा। इस अवधि में वरिष्ठ लोगों व शक्तिवान व्यक्तियों से स्नेह व सम्मान प्राप्त होगा। व्यापार और नौकरी के सिलसिले में विजयशांति काफी भ्रमण करेंगे। शत्रु प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने का प्रयत्न करेंगे पर उसमें कामयाब नहीं होंगे। पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा।
विजयशांति का फलादेश September 19, 2030 से September 19, 2049 तक
यह अच्छा समय नहीं है क्योंकि विजयशांति के भागीदार या सहयोगी विजयशांति को नीचा दिखाएगें। औरों की लापरवाही और असफलताओं से विजयशांति चिन्तित रहेंगे। रोजमर्रा के कामों में भी समस्याएं खड़ी हो सकती है। बेबुनियाद इल्जाम विजयशांति के सर मंढे जाएगें। छोटे मोटे झंझट या विवादों से बचें। स्त्री वर्ग से विजयशांति के संबंध अच्छे नहीं रहेंगे। जहां तक संभव हो फालतू की यात्रा कम करें। व्यापार के बड़े बड़े निर्णय लेने या विकास की योजनाओं पर ध्यान देने के लिए यह आवश्यक है कि विजयशांति पूरी जांच परख करके ही ऐसा करें।
विजयशांति का फलादेश September 19, 2049 से September 19, 2066 तक
विजयशांति की लम्बी यात्रा करने की पूरी संभावना है। मित्र व सहयोगी सहायता करेंगे। अपने व्यवसाय या व्यापार को बढाने चमकाने के कई मौके आयेंगे। इच्छा और महत्वाकांक्षाओं की सम्पूर्ति होगी। भाई या घनिष्ठ मित्र के बारे में कोई शुभ समाचार प्राप्त करेंगे। इस अवधि में हर तरफ से खुशहाल रहने की संभावना है। प्रणय संबंधों के लिये भी यह समय अच्छा है। इस समय का सदुपयोग करें। इस दौरान विजयशांति के कई लोगों से मित्रतापूर्ण संबंध कायम होंगे।
विजयशांति का फलादेश September 19, 2066 से September 19, 2073 तक
विजयशांति अपने काम बुद्धिमानी से नहीं निपटायेंगे। वैसे इस पूरी अवधि में विजयशांति आशावादी रहेंगे। संचार द्वारा प्राप्त समाचार से लाभावत होंगे। अचानक यात्रा करने से भी अच्छे फल निकलेंगे। आमदनी में इजाफा होगा। पारिवारिक जीवन पर राहतकारी प्रभाव पड़ेगा। अगर पदोन्नति होने वाली है तो जैसी विजयशांति चाहेंगे वैसी ही होगी। मित्र मंडली बढ़ेगी। दिमाग का अध्यात्म के प्रति झुकाव बढ़ेगा। वास्तव में यह विजयशांति के लिये एक सौभाग्यशाली समय है।