अभिषेक मोहन नायर
Oct 8, 1983
12:00:00
Secunderabad
78 E 27
17 N 27
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
अभिषेक मोहन नायर के अन्दर विषय की गहराइयों को समझने की क्षमता है और अभिषेक मोहन नायर को उसी दिशा में कार्यक्षेत्र का चयन करना चाहिये। ये प्रोजेक्ट अपने अभिषेक मोहन नायर में पूर्ण होने चाहिये और उसे खत्म करने की कोई समय-सीमा या दवाब नहीें होनी चाहिये। उदाहरणार्थ, यदि अभिषेक मोहन नायर ‘इंटीरियर डीजाइन‘ को अपना कार्यक्षेत्र बनाते हैं, तो अभिषेक मोहन नायर के उपभोक्ताओं के पास प्रचुर धन होना चाहिये ताकि अभिषेक मोहन नायर अपना कार्य उत्तम तरीके से कर सकें।
ऐसे कई पारितोषिक कार्यक्षेत्र हैं, जहां पर अभिषेक मोहन नायर लाभ प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे कई सारे कार्यक्षेत्र हैं जहां पर मौलिकता आवश्यक है और जो पुरुष एवं स्त्री पर समान रूप से लागू होते हैं, वे सभी अभिषेक मोहन नायर के स्वभाव के अनुरूप हैं। यही गुण यदि दूसरी दिशा में उपयोग किये जाएं, तो व्यवस्था सम्बन्धी कार्यक्षेत्र में उपयोगी हो सकते हैं। इस तरह बड़े व्यापारिक संस्थानों के नेतृत्व के लिये अभिषेक मोहन नायर उपयुक्त हैं। ऐसे कार्यक्षेत्र जहां पर निरन्तर एक जैसा कार्य करना पड़ता है, उनसे अभिषेक मोहन नायर को बचना चाहिए। ऐसे कार्यक्षेत्र अभिषेक मोहन नायर के लिये उपयुक्त नहीं हैं।
अभिषेक मोहन नायर की आर्थिक स्थिति बहुत ही विरोधाभासी होगी। पहले तो अभिषेक मोहन नायर का भाग्य बहुत अच्छा चलेगा, किन्तु बाद में उतने ही समय के लिये बिल्कुल विपरीत दिशा में चलेगा और कुछ भी ठीक न होता हुआ प्रतीत होगा। अभिषेक मोहन नायर को को सभी प्रकार के जुए व सट्टेबाजी से दूर रहना चाहिए और अपने खर्चीले स्वभाव पर नियन्त्र रखना चाहिए। अभिषेक मोहन नायर धन सम्बन्धी अनिश्चित परिस्थितियों में फंस सकते हैं। अभिषेक मोहन नायर आरम्भिक स्थिति में कुछ धन प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन अभिषेक मोहन नायर उसे रोक नहीं पाते हैं। अभिषेक मोहन नायर के विचार व युक्तियाँ अभिषेक मोहन नायर की पीढी से आगे के होते हैं। अभिषेक मोहन नायर को अनिश्चितताओं में लिप्त होने में आनन्द आता है, परन्तु अन्त में ये अभिषेक मोहन नायर को नुकसान देंगे। विद्युत, वायरलॅस, रेडियो, टीवी, चलचित्र, भवन-निर्माण वसाथ ही साहित्य या अन्य कोई कल्पनाशील रचना आदि से जुड़े हुए विचार अभिषेक मोहन नायर के लिये श्रेष्ठ हैं।