आविष्कर माधव सालवी
Oct 20, 1981
12:00:00
Mumbai
72 E 50
18 N 58
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
Aavishkar Madhav Salvi क्रियात्मक स्वभाव के व्यक्ति हैं और सदैव गतिशील रहते हैं। Aavishkar Madhav Salvi हमेशा योजना बनाते रहते हैं और अकर्मण्यता को कभी भी सहन नहीं कर सकते हैं। Aavishkar Madhav Salvi के अन्दर पर्याप्त इच्छाशक्ति है और स्वतन्त्रता का भाव Aavishkar Madhav Salvi के अन्दर कूट-कूट के भरा हुआ है। दूसरों का दखल Aavishkar Madhav Salvi अपने काम में बर्दाश्तन हीं करते। Aavishkar Madhav Salvi के लिये अपने विचारों व कार्यों की स्वतन्त्रता सर्वोपरि है।Aavishkar Madhav Salvi मौलिक सोच रखते हैं, जोकि बहुआयामी होती हैं। Aavishkar Madhav Salvi नये तरीकों का अन्वेषण अथवा उद्देश्यपूर्ण मौलिक आविष्कार कर सकते हैं। Aavishkar Madhav Salvi संसार को अपने कार्यों से एक नयी दिशा देंगे।इसमें कोई शंका नहीं है कि Aavishkar Madhav Salvi ईमानदारी को व्यापक रूप से प्रयोग कर नव-कीर्तिमान स्थापित करेंगे। Aavishkar Madhav Salvi अपने मित्रों से अपने उद्देश्य, अपनी बात, आर्थिक विषय इत्यादि में ईमानदार होने की उम्मीद करते हैं।दूसरों के साथ Aavishkar Madhav Salvi का व्यवहार Aavishkar Madhav Salvi की सबसे बड़ी कमजोरी है। Aavishkar Madhav Salvi अकुशलता को सहन नहीं कर सकते और जो लोग Aavishkar Madhav Salvi की आंखों से आंखें मिलाकर नहीं देख सकते, Aavishkar Madhav Salvi उन्हें हेय दृष्टि से देखते हैं। Aavishkar Madhav Salvi को उन लोगों के प्रति सहनशीलता का गुण विकसित करना चाहिये, जिन्हे Aavishkar Madhav Salvi प्रायः अस्वीकृत कर देते हैं। कुछ भी हो, कम से कम यह प्रयास करने योग्य है।
Aavishkar Madhav Salvi को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और Aavishkar Madhav Salvi को अधिक की उम्मीद रहती है। Aavishkar Madhav Salvi के इतने परेशान रहने के कारण Aavishkar Madhav Salvi को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। Aavishkar Madhav Salvi बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में Aavishkar Madhav Salvi परेशानी महसूस करते हैं। यदि Aavishkar Madhav Salvi अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।Aavishkar Madhav Salvi एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना Aavishkar Madhav Salvi को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव Aavishkar Madhav Salvi की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण Aavishkar Madhav Salvi की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही Aavishkar Madhav Salvi शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। Aavishkar Madhav Salvi के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और Aavishkar Madhav Salvi की कल्पनाशीलता Aavishkar Madhav Salvi को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि Aavishkar Madhav Salvi को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब Aavishkar Madhav Salvi अध्ययन करने बैठें तो Aavishkar Madhav Salvi को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और Aavishkar Madhav Salvi की स्मरण शक्ति भी Aavishkar Madhav Salvi की मदद करे। यदि Aavishkar Madhav Salvi मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, Aavishkar Madhav Salvi अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
Aavishkar Madhav Salvi अपने वैवाहिक जीवन के आनन्द को सदैव हीे बढ़ाना चाहते हैं। यदि बाह्य तथ्यों से Aavishkar Madhav Salvi को यह लगता है कि भौतिक सम्पन्नता जीवन के लिये नितान्त आवश्यक है, तो Aavishkar Madhav Salvi उसे प्राप्त करने के लिये पूर्ण प्रयास करते हैं। Aavishkar Madhav Salvi का लक्ष्य चाहें कुछ भी हो, लेकिन कार्य ही Aavishkar Madhav Salvi के लिये प्रेरणा है। इसे जानते हुए, न कि इसका विरोध करते हुए इसका ठीक इस्तेमाल करें।