अबू नेचिम अहमद
Nov 5, 1988
12:0:0
Guwahati
91 E 42
26 N 9
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
अबू नेचिम अहमद एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, अबू नेचिम अहमद की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। अबू नेचिम अहमद अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण अबू नेचिम अहमद में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण अबू नेचिम अहमद जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।अबू नेचिम अहमद संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि अबू नेचिम अहमद को पता लगे कि अबू नेचिम अहमद का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो अबू नेचिम अहमद तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।अबू नेचिम अहमद के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि अबू नेचिम अहमद के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। अबू नेचिम अहमद के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि अबू नेचिम अहमद सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु अबू नेचिम अहमद अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः अबू नेचिम अहमद को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। अबू नेचिम अहमद को यह मानकर चलना चाहिए कि अबू नेचिम अहमद को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।अबू नेचिम अहमद वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। अबू नेचिम अहमद सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। अबू नेचिम अहमद के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह अबू नेचिम अहमद को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन अबू नेचिम अहमद को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
अबू नेचिम अहमद को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और अबू नेचिम अहमद को अधिक की उम्मीद रहती है। अबू नेचिम अहमद के इतने परेशान रहने के कारण अबू नेचिम अहमद को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। अबू नेचिम अहमद बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में अबू नेचिम अहमद परेशानी महसूस करते हैं। यदि अबू नेचिम अहमद अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।अबू नेचिम अहमद एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना अबू नेचिम अहमद को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव अबू नेचिम अहमद की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण अबू नेचिम अहमद की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही अबू नेचिम अहमद शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। अबू नेचिम अहमद के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और अबू नेचिम अहमद की कल्पनाशीलता अबू नेचिम अहमद को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि अबू नेचिम अहमद को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब अबू नेचिम अहमद अध्ययन करने बैठें तो अबू नेचिम अहमद को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और अबू नेचिम अहमद की स्मरण शक्ति भी अबू नेचिम अहमद की मदद करे। यदि अबू नेचिम अहमद मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, अबू नेचिम अहमद अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
अबू नेचिम अहमद स्वयं को अभिव्यक्त करना पसन्द करते हैं और जब लोग देख रहे होते हैं तो अबू नेचिम अहमद कार्य को बेहतर तरीके से करते हैं। यदि अबू नेचिम अहमद मंचपर हों तो अबू नेचिम अहमद अधिक श्रोताओं के सम्मुख अपेक्षाकृत उत्तम प्रदर्शन करते हैं।