आदित्य श्रीवास्तव
Jul 21, 1968
12:0:0
Allahabad
81 E 50
25 N 57
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
आदित्य श्रीवास्तव एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, आदित्य श्रीवास्तव की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। आदित्य श्रीवास्तव अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण आदित्य श्रीवास्तव में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण आदित्य श्रीवास्तव जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।आदित्य श्रीवास्तव संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि आदित्य श्रीवास्तव को पता लगे कि आदित्य श्रीवास्तव का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो आदित्य श्रीवास्तव तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।आदित्य श्रीवास्तव के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि आदित्य श्रीवास्तव के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। आदित्य श्रीवास्तव के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि आदित्य श्रीवास्तव सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु आदित्य श्रीवास्तव अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः आदित्य श्रीवास्तव को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। आदित्य श्रीवास्तव को यह मानकर चलना चाहिए कि आदित्य श्रीवास्तव को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।आदित्य श्रीवास्तव वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। आदित्य श्रीवास्तव सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। आदित्य श्रीवास्तव के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह आदित्य श्रीवास्तव को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन आदित्य श्रीवास्तव को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
आदित्य श्रीवास्तव वस्तु व व्यक्ति के आर-पार देख सकते हैं,अर्थात् आदित्य श्रीवास्तव से कुछ भी छुपाना सम्भव नहीं है। आदित्य श्रीवास्तव की अन्तर्दृष्टि की यही स्पष्टता आदित्य श्रीवास्तव को विपक्षियों से पार पाने में व सन्तोष प्राप्त करने में आदित्य श्रीवास्तव की सहायता करती है। आदित्य श्रीवास्तव के अन्दर परिस्थितियों को तुरन्त समझने की एवं समस्याओं के त्वरित निराकरण की क्षमता है।आदित्य श्रीवास्तव लक्ष्य पर नियंत्रित रहने वाले हैं और किसी का भी दबाव महसूस नहीं करते। आदित्य श्रीवास्तव स्वभाविक तौर पर एक विद्वान होंगे और समाज में आदित्य श्रीवास्तव की छवि एक प्रतिष्ठित और ज्ञानी व्यक्ति के रूप में होगी। इसकी वजह होगी आदित्य श्रीवास्तव का ज्ञान और आदित्य श्रीवास्तव की शिक्षा। चाहे आदित्य श्रीवास्तव अन्य चीजों को त्याग दें लेकिन शिक्षा में बेहतर करना आदित्य श्रीवास्तव की सबसे पहली प्राथमिकता होगी और यही आदित्य श्रीवास्तव को सबसे अलग रखेगी। आदित्य श्रीवास्तव को अपने जीवन में अनेक ज्ञानी और प्रतिष्ठित लोगों के द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त होगा और उसके परिणामस्वरुप आदित्य श्रीवास्तव अपनी शिक्षा को उन्नत बना पाएंगे। आदित्य श्रीवास्तव के अंदर सहज रूप से ज्ञान मौजूद है। आदित्य श्रीवास्तव को केवल स्वयं को उन्नत बनाते हुए उस ज्ञान को अपने निजी जीवन में समाहित करने का प्रयास करना होगा। ज्ञान के प्रति आदित्य श्रीवास्तव की भूख आदित्य श्रीवास्तव को सबसे आगे रखेगी और इसी वजह से आदित्य श्रीवास्तव की गिनती विद्वानों में होगी। कभी-कभी आदित्य श्रीवास्तव अति स्वतंत्रता का शिकार हो जाते हैं, जिसकी वजह से आदित्य श्रीवास्तव की शिक्षा बाधित हो सकती है, इसलिए इस से बचने का प्रयास करें।
आदित्य श्रीवास्तव अपने वैवाहिक जीवन के आनन्द को सदैव हीे बढ़ाना चाहते हैं। यदि बाह्य तथ्यों से आदित्य श्रीवास्तव को यह लगता है कि भौतिक सम्पन्नता जीवन के लिये नितान्त आवश्यक है, तो आदित्य श्रीवास्तव उसे प्राप्त करने के लिये पूर्ण प्रयास करते हैं। आदित्य श्रीवास्तव का लक्ष्य चाहें कुछ भी हो, लेकिन कार्य ही आदित्य श्रीवास्तव के लिये प्रेरणा है। इसे जानते हुए, न कि इसका विरोध करते हुए इसका ठीक इस्तेमाल करें।