अफजल गुरू
Jan 1, 1969
12:0:0
Baramula
74 E 24
34 N 12
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
अफजल गुरू एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, अफजल गुरू की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। अफजल गुरू अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण अफजल गुरू में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण अफजल गुरू जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।अफजल गुरू संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि अफजल गुरू को पता लगे कि अफजल गुरू का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो अफजल गुरू तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।अफजल गुरू के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि अफजल गुरू के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। अफजल गुरू के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि अफजल गुरू सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु अफजल गुरू अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः अफजल गुरू को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। अफजल गुरू को यह मानकर चलना चाहिए कि अफजल गुरू को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।अफजल गुरू वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। अफजल गुरू सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। अफजल गुरू के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह अफजल गुरू को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन अफजल गुरू को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
कम समय में अधिक की लालसा के कारण अफजल गुरू अत्यधिक तनाव में रहते हैं, फिर भी अपनी जिद के कारण समय के साथ समझौता नहीं करते हैं। अफजल गुरू व्याकुलता के कारण, अपनी ऊर्जा का क्षय अनेक कार्यों को एक साथ करने के प्रयत्न में कर देते और यदा-कदा ही एक कार्य भी पूर्ण कर पाते हैं। जीवन के उत्तरार्द्ध में अफजल गुरू ‘माइग्रेन’ का शिकार हो सकते हैं और अफजल गुरू को विश्राम करने की कला सीखनी पड़ेगी। किसी भी तरह का संयुक्त शारीरिक व मानसिक व्यायाम जैसे योग आदि इस समस्या का सर्वश्रेष्ठ निदान है।अफजल गुरू के अंदर गंभीरता से सोचने और समझने की क्षमता है और इस वजह से अफजल गुरू किसी भी विषय पर अच्छी पकड़ रखेंगे। लेकिन इसका दूसरा पक्ष यह है कि अफजल गुरू उसकी गहराई तक जाने के लिए अधिक समय लेंगे इसलिए कभी-कभी अफजल गुरू को अपनी पढ़ाई से बोरियत हो सकती है। अफजल गुरू अपनी शिक्षा के क्षेत्र में अधिक मेहनत करेंगे और स्वभाव से अध्ययनशील होंगे। नियमित रूप से अध्ययन करना अफजल गुरू को काफी सहायता करेगा और इसी के दम पर अफजल गुरू अपनी शिक्षा को पूरा कर पाएंगे। संभव है अफजल गुरू को कभी कभी किसी विषय में समस्या का सामना करना पड़े और उसकी वजह से अफजल गुरू की पढ़ाई थोड़ी लंबी खिंच जाए, लेकिन निरंतर अभ्यास करने के कारण अफजल गुरू अंततः उसमें सफल हो कर ही रहेंगे। कई बार अफजल गुरू को अपनी मेहनत का उतना परिणाम प्राप्त नहीं होगा जितना अफजल गुरू उम्मीद करते हैं, लेकिन अफजल गुरू के ज्ञान की वृद्धि अप्रत्याशित रूप से होगी और यही अफजल गुरू को जीवन में सफल बनाएगी।
अफजल गुरू इस बात का अत्यन्त ध्यान रखते हैं कि अन्य लोग अफजल गुरू की बौद्धिक क्षमता का सम्मान किस तरह करते हैं और अफजल गुरू सम्मान पाने की दिशा में ही प्रयास करते हैं।