एेंटी-मसीह
Feb 5, 1962
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31 E 0, 27 N 44
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Internet
संदर्भ (स.)
Anti-christ एक ऊर्जावान व्यक्ति हैं और तब तक संतुष्ट नहीं होते जब तक क्रियाशील न हों। Anti-christ मानसिक एवं शारीरिक रूप से शक्तिशाली एवं काम के लिये उत्साह से भरपूर हैं। Anti-christ के अन्दर असीम साहस है एवं यह सभी गुण Anti-christ के जीवन को बहुआयामी बनाते हैं। Anti-christ एक जगह ही सिर्फ इसलिये ही नहीं रुक सकते क्योंकि Anti-christ ने उस दिशा में कार्य प्रारम्भ किया था। अगर Anti-christ को सही लगता है तो Anti-christ अपना काम, मित्र, रुचियां या कुछ भी बदलने मे नहीं हिचकिचाते। दुर्भाग्यवश Anti-christ परिवर्तन के सभी पहलुओ का अध्ययन नहीं कर पाते और यह जल्दबाजी Anti-christ को प्रायः मुसीबत में डालती है। फिर भी Anti-christ के अन्दर साहस है, Anti-christ जन्मजात रूप से मुसीबतों से लड़ने वाले हैं। यह सब मिलाकर Anti-christ को अन्त में सफलता दिलाते हैं।ऐसा प्रतीत नहीं होता कि जीवन में Anti-christ को असीम धन की प्राप्ति होगी परन्तु धन केवल तभी उपयोगी होता है जब वह Anti-christ को सुख दिला सके और उस सुख से Anti-christ जीवन का सम्पूर्ण आनन्द ले सकें।यह मानने के अनेक कारण हैं कि Anti-christ जगह-जगह की सैर करेंगे और सम्भवतः अत्यधिक विश्व भ्रमण करेंगे। Anti-christ को देश के विभिन्न हिस्सों में पद प्राप्त होंगे। Anti-christ को अपने व्यवसाय के कारण भ्रमण अधिक करना पड़ेगा।हमारी सलाह है कि Anti-christ को अपने अन्दर धैर्य विकसित करने का प्रयास करना चाहिये और Anti-christ को किसी भी नये व्यवसाय को प्रारम्भ करने से पहले उस पर होने वाले खर्च का पूरा अध्ययन कर लेना चाहिये। यह कुछ छोटी बातें है परन्तु Anti-christ की सफलता को खराब कर सकते हैं। साथ ही, परिवर्तन से बचें खासकर की 35 की उम्र के बाद।
Anti-christ को ईश्वर ने अत्युत्तम व्यावहारिक ज्ञान और अपनी आवश्यकता के प्रति स्पष्ट नजरिया दिया है। Anti-christ तार्किक एवं व्यावहारिक हैं। Anti-christ वातावरण में खुशहाली खोजते हैं और अपने विचार-क्षितिज को व्यापक बनाने से डरते नहीं है। Anti-christ भय को पहचानकर उसे दूर करने के रास्ते खोज लेते हैं। कृपया ध्यान रखें कि यदि Anti-christ सिर्फ अपने बारे में सोचेंगे, तो Anti-christ की सफलता की संभावना बहुत कम होगी।Anti-christ एक ऐसे व्यक्तित्व के स्वामी हैं जो सबसे अलग है। Anti-christ औरों लोगों से हटकर अपने जीवन को अलग तरीके से जीते हैं और जब बात Anti-christ की शिक्षा की आती है तब भी Anti-christ ऐसा ही करते हैं। Anti-christ कई बार जल्दबाजी में भी बहुत चीजें सीखना चाहते हैं जो बाद में Anti-christ को परेशान करती हैं। हालांकि Anti-christ की लेखन क्षमता बेहतर हो सकती है और Anti-christ लिखने में आनंद महसूस कर सकते हैं। Anti-christ अपनी गलतियों से सीखना पसंद करते हैं और सहजता से किसी भी कार्य में अपना सब कुछ लगा देते हैं। अपनी इसी विशेषता को Anti-christ को शिक्षा के क्षेत्र में भी लगाना चाहिए। कभी-कभी अपनी ही गलतियों के कारण Anti-christ को परेशानी उठानी पड़ सकती है और इसी वजह से Anti-christ की पढ़ाई में व्यवधान उत्पन्न हो सकते हैं। Anti-christ को जीवन के अनुभवों से सीखने में आनंद आता है और यही बात Anti-christ को शिक्षा के क्षेत्र में छोटी-छोटी बातों से सीखने में सफलता देती है। Anti-christ के लिए आवश्यक है कि Anti-christ जो कुछ भी सीखते हैं उसे एक बार पुनः दोहरायें ताकि वह Anti-christ की स्मृतियों में अंकित हो जाए। शिक्षा के क्षेत्र में चुनौतियां का सामना करने के बाद ही सफलता प्राप्त हो सकती है।
Anti-christ अन्य लोगों की अपेक्षा अधिक अन्तर्मुखी हैं। यदि Anti-christ को बहुत से लोगों के समूह के सम्मुख जाना पड़े, तो Anti-christ ‘स्टेज फोबिया’ से ग्रसित हो जाते हैं। Anti-christ सबसे अधिक प्रेरित एकान्त में, इच्छानुसार कार्य अपनी गति से करने में होते हैं।