अरुंधति देवी
Apr 29, 1924
12:00:00
Barisal
90 E 20
22 N 45
6
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
Arundhati Devi एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, Arundhati Devi की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। Arundhati Devi अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण Arundhati Devi में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण Arundhati Devi जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।Arundhati Devi संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि Arundhati Devi को पता लगे कि Arundhati Devi का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो Arundhati Devi तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।Arundhati Devi के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि Arundhati Devi के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। Arundhati Devi के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि Arundhati Devi सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु Arundhati Devi अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः Arundhati Devi को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। Arundhati Devi को यह मानकर चलना चाहिए कि Arundhati Devi को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।Arundhati Devi वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। Arundhati Devi सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। Arundhati Devi के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह Arundhati Devi को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन Arundhati Devi को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
Arundhati Devi को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और Arundhati Devi को अधिक की उम्मीद रहती है। Arundhati Devi के इतने परेशान रहने के कारण Arundhati Devi को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। Arundhati Devi बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में Arundhati Devi परेशानी महसूस करते हैं। यदि Arundhati Devi अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।Arundhati Devi एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना Arundhati Devi को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव Arundhati Devi की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण Arundhati Devi की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही Arundhati Devi शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। Arundhati Devi के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और Arundhati Devi की कल्पनाशीलता Arundhati Devi को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि Arundhati Devi को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब Arundhati Devi अध्ययन करने बैठें तो Arundhati Devi को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और Arundhati Devi की स्मरण शक्ति भी Arundhati Devi की मदद करे। यदि Arundhati Devi मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, Arundhati Devi अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
Arundhati Devi अपने वैवाहिक जीवन के आनन्द को सदैव हीे बढ़ाना चाहते हैं। यदि बाह्य तथ्यों से Arundhati Devi को यह लगता है कि भौतिक सम्पन्नता जीवन के लिये नितान्त आवश्यक है, तो Arundhati Devi उसे प्राप्त करने के लिये पूर्ण प्रयास करते हैं। Arundhati Devi का लक्ष्य चाहें कुछ भी हो, लेकिन कार्य ही Arundhati Devi के लिये प्रेरणा है। इसे जानते हुए, न कि इसका विरोध करते हुए इसका ठीक इस्तेमाल करें।