बाबा अपराजिथ
Jul 8, 1994
12:0:0
Chennai
80 E 18
13 N 5
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
बाबा अपराजित एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, बाबा अपराजित की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। बाबा अपराजित अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण बाबा अपराजित में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण बाबा अपराजित जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।बाबा अपराजित संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि बाबा अपराजित को पता लगे कि बाबा अपराजित का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो बाबा अपराजित तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।बाबा अपराजित के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि बाबा अपराजित के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। बाबा अपराजित के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि बाबा अपराजित सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु बाबा अपराजित अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः बाबा अपराजित को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। बाबा अपराजित को यह मानकर चलना चाहिए कि बाबा अपराजित को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।बाबा अपराजित वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। बाबा अपराजित सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। बाबा अपराजित के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह बाबा अपराजित को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन बाबा अपराजित को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
बाबा अपराजित को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और बाबा अपराजित को अधिक की उम्मीद रहती है। बाबा अपराजित के इतने परेशान रहने के कारण बाबा अपराजित को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। बाबा अपराजित बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में बाबा अपराजित परेशानी महसूस करते हैं। यदि बाबा अपराजित अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।बाबा अपराजित एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना बाबा अपराजित को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव बाबा अपराजित की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण बाबा अपराजित की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही बाबा अपराजित शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। बाबा अपराजित के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और बाबा अपराजित की कल्पनाशीलता बाबा अपराजित को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि बाबा अपराजित को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब बाबा अपराजित अध्ययन करने बैठें तो बाबा अपराजित को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और बाबा अपराजित की स्मरण शक्ति भी बाबा अपराजित की मदद करे। यदि बाबा अपराजित मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, बाबा अपराजित अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
बाबा अपराजित की सफलता में बाबा अपराजित के सहकर्मी प्रेरणा का काम करते हैं। अतः अपने उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए बाबा अपराजित अन्य लोगों पर निर्भर रह सकते हैं।