बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय
Jun 27, 1838
20:46:16
Naihati
88 E 26
22 N 54
5.5
Kundli Sangraha (Tendulkar)
सटीक (स.)
बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय के अन्दर अनेक वांछनीय गुण हैं। प्रथमतः बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय काम का आनन्द लेते हैं, बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय में अपना काम करने की असीम शक्ति और सामथ्र्य है। बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय स दैव सजग रहते हैं। इन सभी गुणों के समागम के कारण बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय का बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने क्रियाक्षेत्र परव्यापक प्रभाव होता है।आश्चर्यजनक रूप से बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय अपने काम में व्यावहारिक हैं, बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय में छोटी-छोटी बातों को याद रखने का अद्भुत सामथ्र्य है। बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय के लिये ये छोटी-छोटी बातें इतनी महत्वपूर्ण होती हैं कि इनके कारण बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय अपने सहकर्मियों को कभी-कभी परेशान कर देते हैं। बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय किसी चहरे को कभी नहीं भूलते हैं, हांलाकि नाम याद रखने में बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय अपेक्षाकृत उतने अचूक नहीं हैं।बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिसे सभी विषयों से जुड़े ‘क्यों व कहां’ जैसे प्रश्नों के उत्तर चाहिए होते हैं। जब तक बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय इनसे संतुष्ट नहीं हो जाते है, बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय कार्य प्रारम्भ नहीं करते हैं। साथ ही साथ कभी-कभी बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय बड़ी चूक कर देते हैं, जिसके कारण लोग बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय को ‘काम को टालनेे वाला’ समझते हैं।बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय बहुत हीे संवेदनशील हैं और प्रायः आगे बढ़ने के अवसरों पर पीछे लौट जाते हैं। यह बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय के नेतृत्व के गुण में बाधक है। बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय अपने कार्य करने के कई तरीकों को नापसन्द करते हैं। निश्चय ही बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय एक जिम्मेदार व्यक्ति हैं।
बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय सकारात्मक सोच वाले और आत्मविश्वासी व्यक्ति हैं। बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय सदैव कार्यों के सही होने की आशा करते हैं व वर्तमान परिणाम को जाने देने की क्षमता रखते हैं। बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय दयालु तथा सहिष्णु हैं, व्यावहारिक हैं एवं सूक्ष्म गहराइयों में जाकर किसी भी अवधारणा को पूर्णतः समझते हैं। जीवन के प्रति बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय विश्वास और दार्शनिक दृष्टिकोण रखते हैं, जो कि जीवन मेें बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय को कई मौके देता है और सफलता पाने में बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय की मदद करता है।बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय के अंदर गजब की फुर्ती है और बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय जीवन में कुछ प्राप्त करना चाहते हैं, लेकिन अपने स्वयं के बनाए विरोधाभासों में फँस कर बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय अपनी शिक्षा से विमुख हो सकते हैं। ऐसे में बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय को इन सभी बातों को त्याग कर खुले दिल से सोचना चाहिए। बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय को यह समझना चाहिए कि जो बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय हैं, बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय उससे भी बेहतर हो सकते हैं और उसके लिए बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय को अपनी शिक्षा का दायरा बढ़ाना होगा। यदि बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय एक योजना बना कर शिक्षा प्राप्त करेंगे तो बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय को जबरदस्त सफलता हासिल होगी। बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय जो कुछ भी जानते हैं उसे अन्य लोगों के समक्ष प्रस्तुत करना पसंद करते हैं। वास्तव में यहीं से बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय सीखना प्रारंभ कर रहे हैं। क्योंकि जब बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय थोड़ा भी जान जाते हैं और उसे लोगों के समक्ष प्रस्तुत करते हैं तो ऐसा करने से वह बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय के चित्त की स्मृतियों में अंकित हो जाता है और यही बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय को अपनी शिक्षा में मदद करता है। बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय वास्तव में ऐसी शिक्षा प्राप्त करेंगे जो जीवन में बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय को एक अच्छा मुकाम दिलाने में सहायक होगी और बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय को मानसिक रुप से भी संतुष्टि प्रदान करेगी।
बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय अपने वैवाहिक जीवन के आनन्द को सदैव हीे बढ़ाना चाहते हैं। यदि बाह्य तथ्यों से बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय को यह लगता है कि भौतिक सम्पन्नता जीवन के लिये नितान्त आवश्यक है, तो बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय उसे प्राप्त करने के लिये पूर्ण प्रयास करते हैं। बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय का लक्ष्य चाहें कुछ भी हो, लेकिन कार्य ही बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय के लिये प्रेरणा है। इसे जानते हुए, न कि इसका विरोध करते हुए इसका ठीक इस्तेमाल करें।