बेगम अख्तर
Oct 7, 1914
14:30:00
Faizabad
82 E 8
26 N 46
5.5
Kundli Sangraha (Tendulkar)
सटीक (स.)
Begum Akhtar के कुछ हद तक दार्शनिक चरित्र के हैं। Begum Akhtar एक विशाल हृदय वाले व्यक्ति हैं हालांकि थोड़े से मुंहफट भी हैं। Begum Akhtar काफी हद तक आत्मसम्मान के प्रति सचेत हैं और जो लोग Begum Akhtar के इस चारित्रिक गुण को समझते हैं, वे Begum Akhtar के अच्छे मित्र होते हैं।Begum Akhtar उच्च आदर्श रखते हैं, जिन्हें प्रायः वास्तविकता के धरातल पर नहीं उतारा जा सकता। परन्तु जब Begum Akhtar इसमें विफल होकर निराश हो जाते हैं तो Begum Akhtar इसी कारण अत्यन्त हीे व्यग्र हो जाते हैं, इसलिये Begum Akhtar समय से पूर्व ही कार्य के प्रति उदासीन हो जाते हैं। परिणामस्वरूप, Begum Akhtar जीवन में न तो सफलता और न ही प्रसन्नता, आराम की प्राप्ति कर पाते हैं, जो कि Begum Akhtar के गुणों को देखते हुए प्राप्त होनी चाहिए।Begum Akhtar जनता के समक्ष अपने Begum Akhtar को अभिव्यक्त करना जानते हैं और भगवान ने Begum Akhtar को प्रसन्नमुखी होने का वरदान दिया है। हंसमुख होने के कारण Begum Akhtar के अनेक मित्र हैं और Begum Akhtar उनका समय-समय पर मनोरंजन करते रहते हैं। Begum Akhtar के ऊपर Begum Akhtar के दोस्तों का प्रभाव देखा जा सकता है, लेकिन यह नितान्त आवश्यक है कि Begum Akhtar बुद्धिमत्तापूर्ण अपने मित्रों को चुनें।Begum Akhtar की विफलता का सबसे बड़ा कारण यह है कि Begum Akhtar बहुआयामी हैं, जिस कारणवश Begum Akhtar की शक्ति बहुत सी दिशाओं मेें विभक्त हो जाती है। कृपया एक ही दिशा में विचारपूर्वक कार्य करें, जिससे Begum Akhtar को अत्यन्त प्रसन्नता और लाभ प्राप्त होगा।
Begum Akhtar को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और Begum Akhtar को अधिक की उम्मीद रहती है। Begum Akhtar के इतने परेशान रहने के कारण Begum Akhtar को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। Begum Akhtar बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में Begum Akhtar परेशानी महसूस करते हैं। यदि Begum Akhtar अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।Begum Akhtar एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना Begum Akhtar को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव Begum Akhtar की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण Begum Akhtar की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही Begum Akhtar शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। Begum Akhtar के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और Begum Akhtar की कल्पनाशीलता Begum Akhtar को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि Begum Akhtar को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब Begum Akhtar अध्ययन करने बैठें तो Begum Akhtar को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और Begum Akhtar की स्मरण शक्ति भी Begum Akhtar की मदद करे। यदि Begum Akhtar मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, Begum Akhtar अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
Begum Akhtar के माता-पिता Begum Akhtar के आध्यात्मिक गुरु की तरह कुछ विशेष लक्ष्य पाने के लिये Begum Akhtar को प्रभावित करते हैं। Begum Akhtar जो करना चाहते हैं उसको करने का प्रयास करें। Begum Akhtar अपने लिये प्रयास करें, न कि उनके लिये।