भगवंत मान
Oct 17, 1972
12:0:0
Sangrur
75 E 50
30 N 14
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
भगवंत मॅन क्रियात्मक स्वभाव के व्यक्ति हैं और सदैव गतिशील रहते हैं। भगवंत मॅन हमेशा योजना बनाते रहते हैं और अकर्मण्यता को कभी भी सहन नहीं कर सकते हैं। भगवंत मॅन के अन्दर पर्याप्त इच्छाशक्ति है और स्वतन्त्रता का भाव भगवंत मॅन के अन्दर कूट-कूट के भरा हुआ है। दूसरों का दखल भगवंत मॅन अपने काम में बर्दाश्तन हीं करते। भगवंत मॅन के लिये अपने विचारों व कार्यों की स्वतन्त्रता सर्वोपरि है।भगवंत मॅन मौलिक सोच रखते हैं, जोकि बहुआयामी होती हैं। भगवंत मॅन नये तरीकों का अन्वेषण अथवा उद्देश्यपूर्ण मौलिक आविष्कार कर सकते हैं। भगवंत मॅन संसार को अपने कार्यों से एक नयी दिशा देंगे।इसमें कोई शंका नहीं है कि भगवंत मॅन ईमानदारी को व्यापक रूप से प्रयोग कर नव-कीर्तिमान स्थापित करेंगे। भगवंत मॅन अपने मित्रों से अपने उद्देश्य, अपनी बात, आर्थिक विषय इत्यादि में ईमानदार होने की उम्मीद करते हैं।दूसरों के साथ भगवंत मॅन का व्यवहार भगवंत मॅन की सबसे बड़ी कमजोरी है। भगवंत मॅन अकुशलता को सहन नहीं कर सकते और जो लोग भगवंत मॅन की आंखों से आंखें मिलाकर नहीं देख सकते, भगवंत मॅन उन्हें हेय दृष्टि से देखते हैं। भगवंत मॅन को उन लोगों के प्रति सहनशीलता का गुण विकसित करना चाहिये, जिन्हे भगवंत मॅन प्रायः अस्वीकृत कर देते हैं। कुछ भी हो, कम से कम यह प्रयास करने योग्य है।
कम समय में अधिक की लालसा के कारण भगवंत मॅन अत्यधिक तनाव में रहते हैं, फिर भी अपनी जिद के कारण समय के साथ समझौता नहीं करते हैं। भगवंत मॅन व्याकुलता के कारण, अपनी ऊर्जा का क्षय अनेक कार्यों को एक साथ करने के प्रयत्न में कर देते और यदा-कदा ही एक कार्य भी पूर्ण कर पाते हैं। जीवन के उत्तरार्द्ध में भगवंत मॅन ‘माइग्रेन’ का शिकार हो सकते हैं और भगवंत मॅन को विश्राम करने की कला सीखनी पड़ेगी। किसी भी तरह का संयुक्त शारीरिक व मानसिक व्यायाम जैसे योग आदि इस समस्या का सर्वश्रेष्ठ निदान है।भगवंत मॅन के अंदर गंभीरता से सोचने और समझने की क्षमता है और इस वजह से भगवंत मॅन किसी भी विषय पर अच्छी पकड़ रखेंगे। लेकिन इसका दूसरा पक्ष यह है कि भगवंत मॅन उसकी गहराई तक जाने के लिए अधिक समय लेंगे इसलिए कभी-कभी भगवंत मॅन को अपनी पढ़ाई से बोरियत हो सकती है। भगवंत मॅन अपनी शिक्षा के क्षेत्र में अधिक मेहनत करेंगे और स्वभाव से अध्ययनशील होंगे। नियमित रूप से अध्ययन करना भगवंत मॅन को काफी सहायता करेगा और इसी के दम पर भगवंत मॅन अपनी शिक्षा को पूरा कर पाएंगे। संभव है भगवंत मॅन को कभी कभी किसी विषय में समस्या का सामना करना पड़े और उसकी वजह से भगवंत मॅन की पढ़ाई थोड़ी लंबी खिंच जाए, लेकिन निरंतर अभ्यास करने के कारण भगवंत मॅन अंततः उसमें सफल हो कर ही रहेंगे। कई बार भगवंत मॅन को अपनी मेहनत का उतना परिणाम प्राप्त नहीं होगा जितना भगवंत मॅन उम्मीद करते हैं, लेकिन भगवंत मॅन के ज्ञान की वृद्धि अप्रत्याशित रूप से होगी और यही भगवंत मॅन को जीवन में सफल बनाएगी।
भगवंत मॅन को ऐसा लगता है कि जब भगवंत मॅन के पास धन और भौतिक ऐश्वर्य होगा तभी लोग भगवंत मॅन का सम्मान करेंगे। किन्तु यह सत्य नहीं है, अतः भगवंत मॅन वही कार्य करें जो भगवंत मॅन करना चाहते हैं।