भानु श्री मेहरा
Nov 19, 1986
12:00:00
Amritsar
74 E 56
31 N 35
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
Bhanu Sri Mehra क्रियात्मक स्वभाव के व्यक्ति हैं और सदैव गतिशील रहते हैं। Bhanu Sri Mehra हमेशा योजना बनाते रहते हैं और अकर्मण्यता को कभी भी सहन नहीं कर सकते हैं। Bhanu Sri Mehra के अन्दर पर्याप्त इच्छाशक्ति है और स्वतन्त्रता का भाव Bhanu Sri Mehra के अन्दर कूट-कूट के भरा हुआ है। दूसरों का दखल Bhanu Sri Mehra अपने काम में बर्दाश्तन हीं करते। Bhanu Sri Mehra के लिये अपने विचारों व कार्यों की स्वतन्त्रता सर्वोपरि है।Bhanu Sri Mehra मौलिक सोच रखते हैं, जोकि बहुआयामी होती हैं। Bhanu Sri Mehra नये तरीकों का अन्वेषण अथवा उद्देश्यपूर्ण मौलिक आविष्कार कर सकते हैं। Bhanu Sri Mehra संसार को अपने कार्यों से एक नयी दिशा देंगे।इसमें कोई शंका नहीं है कि Bhanu Sri Mehra ईमानदारी को व्यापक रूप से प्रयोग कर नव-कीर्तिमान स्थापित करेंगे। Bhanu Sri Mehra अपने मित्रों से अपने उद्देश्य, अपनी बात, आर्थिक विषय इत्यादि में ईमानदार होने की उम्मीद करते हैं।दूसरों के साथ Bhanu Sri Mehra का व्यवहार Bhanu Sri Mehra की सबसे बड़ी कमजोरी है। Bhanu Sri Mehra अकुशलता को सहन नहीं कर सकते और जो लोग Bhanu Sri Mehra की आंखों से आंखें मिलाकर नहीं देख सकते, Bhanu Sri Mehra उन्हें हेय दृष्टि से देखते हैं। Bhanu Sri Mehra को उन लोगों के प्रति सहनशीलता का गुण विकसित करना चाहिये, जिन्हे Bhanu Sri Mehra प्रायः अस्वीकृत कर देते हैं। कुछ भी हो, कम से कम यह प्रयास करने योग्य है।
Bhanu Sri Mehra को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और Bhanu Sri Mehra को अधिक की उम्मीद रहती है। Bhanu Sri Mehra के इतने परेशान रहने के कारण Bhanu Sri Mehra को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। Bhanu Sri Mehra बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में Bhanu Sri Mehra परेशानी महसूस करते हैं। यदि Bhanu Sri Mehra अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।Bhanu Sri Mehra एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना Bhanu Sri Mehra को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव Bhanu Sri Mehra की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण Bhanu Sri Mehra की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही Bhanu Sri Mehra शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। Bhanu Sri Mehra के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और Bhanu Sri Mehra की कल्पनाशीलता Bhanu Sri Mehra को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि Bhanu Sri Mehra को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब Bhanu Sri Mehra अध्ययन करने बैठें तो Bhanu Sri Mehra को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और Bhanu Sri Mehra की स्मरण शक्ति भी Bhanu Sri Mehra की मदद करे। यदि Bhanu Sri Mehra मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, Bhanu Sri Mehra अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
Bhanu Sri Mehra की कठिन परिश्रम की प्रेरणा का मूल धन प्राप्ति की कामना है, क्योंकि Bhanu Sri Mehra को लगता है कि भौतिक ऐश्वर्यपूर्ण वातावरण दूसरों से सम्मान पाने के लिये अनिवार्य है। परन्तु Bhanu Sri Mehra का ऐसा सोचना सही नहीे है, Bhanu Sri Mehra उस दिशा में तभी जाएं यदि Bhanu Sri Mehra को लगता है कि उस दिशा में सुख की प्राप्ति होगी।