बिन्दु
Jan 17, 1951
12:0:0
Valsad
72 E 55
20 N 40
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
Bindu क्रियात्मक स्वभाव के व्यक्ति हैं और सदैव गतिशील रहते हैं। Bindu हमेशा योजना बनाते रहते हैं और अकर्मण्यता को कभी भी सहन नहीं कर सकते हैं। Bindu के अन्दर पर्याप्त इच्छाशक्ति है और स्वतन्त्रता का भाव Bindu के अन्दर कूट-कूट के भरा हुआ है। दूसरों का दखल Bindu अपने काम में बर्दाश्तन हीं करते। Bindu के लिये अपने विचारों व कार्यों की स्वतन्त्रता सर्वोपरि है।Bindu मौलिक सोच रखते हैं, जोकि बहुआयामी होती हैं। Bindu नये तरीकों का अन्वेषण अथवा उद्देश्यपूर्ण मौलिक आविष्कार कर सकते हैं। Bindu संसार को अपने कार्यों से एक नयी दिशा देंगे।इसमें कोई शंका नहीं है कि Bindu ईमानदारी को व्यापक रूप से प्रयोग कर नव-कीर्तिमान स्थापित करेंगे। Bindu अपने मित्रों से अपने उद्देश्य, अपनी बात, आर्थिक विषय इत्यादि में ईमानदार होने की उम्मीद करते हैं।दूसरों के साथ Bindu का व्यवहार Bindu की सबसे बड़ी कमजोरी है। Bindu अकुशलता को सहन नहीं कर सकते और जो लोग Bindu की आंखों से आंखें मिलाकर नहीं देख सकते, Bindu उन्हें हेय दृष्टि से देखते हैं। Bindu को उन लोगों के प्रति सहनशीलता का गुण विकसित करना चाहिये, जिन्हे Bindu प्रायः अस्वीकृत कर देते हैं। कुछ भी हो, कम से कम यह प्रयास करने योग्य है।
Bindu को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और Bindu को अधिक की उम्मीद रहती है। Bindu के इतने परेशान रहने के कारण Bindu को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। Bindu बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में Bindu परेशानी महसूस करते हैं। यदि Bindu अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।Bindu एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना Bindu को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव Bindu की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण Bindu की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही Bindu शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। Bindu के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और Bindu की कल्पनाशीलता Bindu को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि Bindu को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब Bindu अध्ययन करने बैठें तो Bindu को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और Bindu की स्मरण शक्ति भी Bindu की मदद करे। यदि Bindu मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, Bindu अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
Bindu को ऐसा लगता है कि जब Bindu के पास धन और भौतिक ऐश्वर्य होगा तभी लोग Bindu का सम्मान करेंगे। किन्तु यह सत्य नहीं है, अतः Bindu वही कार्य करें जो Bindu करना चाहते हैं।