चिरंजीवी सरजा
Oct 17, 1980
12:00:00
Bangalore
77 E 35
13 N 0
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
चिरंजीवी सरजा क्रियात्मक स्वभाव के व्यक्ति हैं और सदैव गतिशील रहते हैं। चिरंजीवी सरजा हमेशा योजना बनाते रहते हैं और अकर्मण्यता को कभी भी सहन नहीं कर सकते हैं। चिरंजीवी सरजा के अन्दर पर्याप्त इच्छाशक्ति है और स्वतन्त्रता का भाव चिरंजीवी सरजा के अन्दर कूट-कूट के भरा हुआ है। दूसरों का दखल चिरंजीवी सरजा अपने काम में बर्दाश्तन हीं करते। चिरंजीवी सरजा के लिये अपने विचारों व कार्यों की स्वतन्त्रता सर्वोपरि है।चिरंजीवी सरजा मौलिक सोच रखते हैं, जोकि बहुआयामी होती हैं। चिरंजीवी सरजा नये तरीकों का अन्वेषण अथवा उद्देश्यपूर्ण मौलिक आविष्कार कर सकते हैं। चिरंजीवी सरजा संसार को अपने कार्यों से एक नयी दिशा देंगे।इसमें कोई शंका नहीं है कि चिरंजीवी सरजा ईमानदारी को व्यापक रूप से प्रयोग कर नव-कीर्तिमान स्थापित करेंगे। चिरंजीवी सरजा अपने मित्रों से अपने उद्देश्य, अपनी बात, आर्थिक विषय इत्यादि में ईमानदार होने की उम्मीद करते हैं।दूसरों के साथ चिरंजीवी सरजा का व्यवहार चिरंजीवी सरजा की सबसे बड़ी कमजोरी है। चिरंजीवी सरजा अकुशलता को सहन नहीं कर सकते और जो लोग चिरंजीवी सरजा की आंखों से आंखें मिलाकर नहीं देख सकते, चिरंजीवी सरजा उन्हें हेय दृष्टि से देखते हैं। चिरंजीवी सरजा को उन लोगों के प्रति सहनशीलता का गुण विकसित करना चाहिये, जिन्हे चिरंजीवी सरजा प्रायः अस्वीकृत कर देते हैं। कुछ भी हो, कम से कम यह प्रयास करने योग्य है।
कम समय में अधिक की लालसा के कारण चिरंजीवी सरजा अत्यधिक तनाव में रहते हैं, फिर भी अपनी जिद के कारण समय के साथ समझौता नहीं करते हैं। चिरंजीवी सरजा व्याकुलता के कारण, अपनी ऊर्जा का क्षय अनेक कार्यों को एक साथ करने के प्रयत्न में कर देते और यदा-कदा ही एक कार्य भी पूर्ण कर पाते हैं। जीवन के उत्तरार्द्ध में चिरंजीवी सरजा ‘माइग्रेन’ का शिकार हो सकते हैं और चिरंजीवी सरजा को विश्राम करने की कला सीखनी पड़ेगी। किसी भी तरह का संयुक्त शारीरिक व मानसिक व्यायाम जैसे योग आदि इस समस्या का सर्वश्रेष्ठ निदान है।चिरंजीवी सरजा के अंदर गंभीरता से सोचने और समझने की क्षमता है और इस वजह से चिरंजीवी सरजा किसी भी विषय पर अच्छी पकड़ रखेंगे। लेकिन इसका दूसरा पक्ष यह है कि चिरंजीवी सरजा उसकी गहराई तक जाने के लिए अधिक समय लेंगे इसलिए कभी-कभी चिरंजीवी सरजा को अपनी पढ़ाई से बोरियत हो सकती है। चिरंजीवी सरजा अपनी शिक्षा के क्षेत्र में अधिक मेहनत करेंगे और स्वभाव से अध्ययनशील होंगे। नियमित रूप से अध्ययन करना चिरंजीवी सरजा को काफी सहायता करेगा और इसी के दम पर चिरंजीवी सरजा अपनी शिक्षा को पूरा कर पाएंगे। संभव है चिरंजीवी सरजा को कभी कभी किसी विषय में समस्या का सामना करना पड़े और उसकी वजह से चिरंजीवी सरजा की पढ़ाई थोड़ी लंबी खिंच जाए, लेकिन निरंतर अभ्यास करने के कारण चिरंजीवी सरजा अंततः उसमें सफल हो कर ही रहेंगे। कई बार चिरंजीवी सरजा को अपनी मेहनत का उतना परिणाम प्राप्त नहीं होगा जितना चिरंजीवी सरजा उम्मीद करते हैं, लेकिन चिरंजीवी सरजा के ज्ञान की वृद्धि अप्रत्याशित रूप से होगी और यही चिरंजीवी सरजा को जीवन में सफल बनाएगी।
चिरंजीवी सरजा को ऐसा लगता है कि जब चिरंजीवी सरजा के पास धन और भौतिक ऐश्वर्य होगा तभी लोग चिरंजीवी सरजा का सम्मान करेंगे। किन्तु यह सत्य नहीं है, अतः चिरंजीवी सरजा वही कार्य करें जो चिरंजीवी सरजा करना चाहते हैं।