चित्रांगदा सिंह
Mar 28, 1976
12:00:00
Jodhpur
73 E 8
26 N 18
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
Chitrangada Singh एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, Chitrangada Singh की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। Chitrangada Singh अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण Chitrangada Singh में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण Chitrangada Singh जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।Chitrangada Singh संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि Chitrangada Singh को पता लगे कि Chitrangada Singh का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो Chitrangada Singh तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।Chitrangada Singh के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि Chitrangada Singh के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। Chitrangada Singh के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि Chitrangada Singh सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु Chitrangada Singh अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः Chitrangada Singh को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। Chitrangada Singh को यह मानकर चलना चाहिए कि Chitrangada Singh को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।Chitrangada Singh वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। Chitrangada Singh सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। Chitrangada Singh के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह Chitrangada Singh को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन Chitrangada Singh को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
Chitrangada Singh को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और Chitrangada Singh को अधिक की उम्मीद रहती है। Chitrangada Singh के इतने परेशान रहने के कारण Chitrangada Singh को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। Chitrangada Singh बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में Chitrangada Singh परेशानी महसूस करते हैं। यदि Chitrangada Singh अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।Chitrangada Singh एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना Chitrangada Singh को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव Chitrangada Singh की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण Chitrangada Singh की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही Chitrangada Singh शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। Chitrangada Singh के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और Chitrangada Singh की कल्पनाशीलता Chitrangada Singh को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि Chitrangada Singh को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब Chitrangada Singh अध्ययन करने बैठें तो Chitrangada Singh को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और Chitrangada Singh की स्मरण शक्ति भी Chitrangada Singh की मदद करे। यदि Chitrangada Singh मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, Chitrangada Singh अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
Chitrangada Singh स्वयं को अभिव्यक्त करना पसन्द करते हैं और जब लोग देख रहे होते हैं तो Chitrangada Singh कार्य को बेहतर तरीके से करते हैं। यदि Chitrangada Singh मंचपर हों तो Chitrangada Singh अधिक श्रोताओं के सम्मुख अपेक्षाकृत उत्तम प्रदर्शन करते हैं।