चित्तरंजन दास
Nov 5, 1870
6:50:00
Dhaka
90 E 26
23 N 43
6
Lagna Phal (Garg)
संदर्भ (स.)
चित्तरंजन दास एक ऊर्जावान व्यक्ति हैं और तब तक संतुष्ट नहीं होते जब तक क्रियाशील न हों। चित्तरंजन दास मानसिक एवं शारीरिक रूप से शक्तिशाली एवं काम के लिये उत्साह से भरपूर हैं। चित्तरंजन दास के अन्दर असीम साहस है एवं यह सभी गुण चित्तरंजन दास के जीवन को बहुआयामी बनाते हैं। चित्तरंजन दास एक जगह ही सिर्फ इसलिये ही नहीं रुक सकते क्योंकि चित्तरंजन दास ने उस दिशा में कार्य प्रारम्भ किया था। अगर चित्तरंजन दास को सही लगता है तो चित्तरंजन दास अपना काम, मित्र, रुचियां या कुछ भी बदलने मे नहीं हिचकिचाते। दुर्भाग्यवश चित्तरंजन दास परिवर्तन के सभी पहलुओ का अध्ययन नहीं कर पाते और यह जल्दबाजी चित्तरंजन दास को प्रायः मुसीबत में डालती है। फिर भी चित्तरंजन दास के अन्दर साहस है, चित्तरंजन दास जन्मजात रूप से मुसीबतों से लड़ने वाले हैं। यह सब मिलाकर चित्तरंजन दास को अन्त में सफलता दिलाते हैं।ऐसा प्रतीत नहीं होता कि जीवन में चित्तरंजन दास को असीम धन की प्राप्ति होगी परन्तु धन केवल तभी उपयोगी होता है जब वह चित्तरंजन दास को सुख दिला सके और उस सुख से चित्तरंजन दास जीवन का सम्पूर्ण आनन्द ले सकें।यह मानने के अनेक कारण हैं कि चित्तरंजन दास जगह-जगह की सैर करेंगे और सम्भवतः अत्यधिक विश्व भ्रमण करेंगे। चित्तरंजन दास को देश के विभिन्न हिस्सों में पद प्राप्त होंगे। चित्तरंजन दास को अपने व्यवसाय के कारण भ्रमण अधिक करना पड़ेगा।हमारी सलाह है कि चित्तरंजन दास को अपने अन्दर धैर्य विकसित करने का प्रयास करना चाहिये और चित्तरंजन दास को किसी भी नये व्यवसाय को प्रारम्भ करने से पहले उस पर होने वाले खर्च का पूरा अध्ययन कर लेना चाहिये। यह कुछ छोटी बातें है परन्तु चित्तरंजन दास की सफलता को खराब कर सकते हैं। साथ ही, परिवर्तन से बचें खासकर की 35 की उम्र के बाद।
चित्तरंजन दास को ईश्वर ने अत्युत्तम व्यावहारिक ज्ञान और अपनी आवश्यकता के प्रति स्पष्ट नजरिया दिया है। चित्तरंजन दास तार्किक एवं व्यावहारिक हैं। चित्तरंजन दास वातावरण में खुशहाली खोजते हैं और अपने विचार-क्षितिज को व्यापक बनाने से डरते नहीं है। चित्तरंजन दास भय को पहचानकर उसे दूर करने के रास्ते खोज लेते हैं। कृपया ध्यान रखें कि यदि चित्तरंजन दास सिर्फ अपने बारे में सोचेंगे, तो चित्तरंजन दास की सफलता की संभावना बहुत कम होगी।चित्तरंजन दास एक ऐसे व्यक्तित्व के स्वामी हैं जो सबसे अलग है। चित्तरंजन दास औरों लोगों से हटकर अपने जीवन को अलग तरीके से जीते हैं और जब बात चित्तरंजन दास की शिक्षा की आती है तब भी चित्तरंजन दास ऐसा ही करते हैं। चित्तरंजन दास कई बार जल्दबाजी में भी बहुत चीजें सीखना चाहते हैं जो बाद में चित्तरंजन दास को परेशान करती हैं। हालांकि चित्तरंजन दास की लेखन क्षमता बेहतर हो सकती है और चित्तरंजन दास लिखने में आनंद महसूस कर सकते हैं। चित्तरंजन दास अपनी गलतियों से सीखना पसंद करते हैं और सहजता से किसी भी कार्य में अपना सब कुछ लगा देते हैं। अपनी इसी विशेषता को चित्तरंजन दास को शिक्षा के क्षेत्र में भी लगाना चाहिए। कभी-कभी अपनी ही गलतियों के कारण चित्तरंजन दास को परेशानी उठानी पड़ सकती है और इसी वजह से चित्तरंजन दास की पढ़ाई में व्यवधान उत्पन्न हो सकते हैं। चित्तरंजन दास को जीवन के अनुभवों से सीखने में आनंद आता है और यही बात चित्तरंजन दास को शिक्षा के क्षेत्र में छोटी-छोटी बातों से सीखने में सफलता देती है। चित्तरंजन दास के लिए आवश्यक है कि चित्तरंजन दास जो कुछ भी सीखते हैं उसे एक बार पुनः दोहरायें ताकि वह चित्तरंजन दास की स्मृतियों में अंकित हो जाए। शिक्षा के क्षेत्र में चुनौतियां का सामना करने के बाद ही सफलता प्राप्त हो सकती है।
चित्तरंजन दास की कठिन परिश्रम की प्रेरणा का मूल धन प्राप्ति की कामना है, क्योंकि चित्तरंजन दास को लगता है कि भौतिक ऐश्वर्यपूर्ण वातावरण दूसरों से सम्मान पाने के लिये अनिवार्य है। परन्तु चित्तरंजन दास का ऐसा सोचना सही नहीे है, चित्तरंजन दास उस दिशा में तभी जाएं यदि चित्तरंजन दास को लगता है कि उस दिशा में सुख की प्राप्ति होगी।