दगुबती पुरंदेश्वरी
Apr 22, 1959
12:00:00
Chennai
80 E 18
13 N 5
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
दगुबती पुरंदेश्वरी एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, दगुबती पुरंदेश्वरी की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। दगुबती पुरंदेश्वरी अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण दगुबती पुरंदेश्वरी में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण दगुबती पुरंदेश्वरी जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।दगुबती पुरंदेश्वरी संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि दगुबती पुरंदेश्वरी को पता लगे कि दगुबती पुरंदेश्वरी का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो दगुबती पुरंदेश्वरी तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।दगुबती पुरंदेश्वरी के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि दगुबती पुरंदेश्वरी के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। दगुबती पुरंदेश्वरी के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि दगुबती पुरंदेश्वरी सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु दगुबती पुरंदेश्वरी अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः दगुबती पुरंदेश्वरी को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। दगुबती पुरंदेश्वरी को यह मानकर चलना चाहिए कि दगुबती पुरंदेश्वरी को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।दगुबती पुरंदेश्वरी वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। दगुबती पुरंदेश्वरी सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। दगुबती पुरंदेश्वरी के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह दगुबती पुरंदेश्वरी को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन दगुबती पुरंदेश्वरी को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
दगुबती पुरंदेश्वरी वस्तु व व्यक्ति के आर-पार देख सकते हैं,अर्थात् दगुबती पुरंदेश्वरी से कुछ भी छुपाना सम्भव नहीं है। दगुबती पुरंदेश्वरी की अन्तर्दृष्टि की यही स्पष्टता दगुबती पुरंदेश्वरी को विपक्षियों से पार पाने में व सन्तोष प्राप्त करने में दगुबती पुरंदेश्वरी की सहायता करती है। दगुबती पुरंदेश्वरी के अन्दर परिस्थितियों को तुरन्त समझने की एवं समस्याओं के त्वरित निराकरण की क्षमता है।दगुबती पुरंदेश्वरी लक्ष्य पर नियंत्रित रहने वाले हैं और किसी का भी दबाव महसूस नहीं करते। दगुबती पुरंदेश्वरी स्वभाविक तौर पर एक विद्वान होंगे और समाज में दगुबती पुरंदेश्वरी की छवि एक प्रतिष्ठित और ज्ञानी व्यक्ति के रूप में होगी। इसकी वजह होगी दगुबती पुरंदेश्वरी का ज्ञान और दगुबती पुरंदेश्वरी की शिक्षा। चाहे दगुबती पुरंदेश्वरी अन्य चीजों को त्याग दें लेकिन शिक्षा में बेहतर करना दगुबती पुरंदेश्वरी की सबसे पहली प्राथमिकता होगी और यही दगुबती पुरंदेश्वरी को सबसे अलग रखेगी। दगुबती पुरंदेश्वरी को अपने जीवन में अनेक ज्ञानी और प्रतिष्ठित लोगों के द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त होगा और उसके परिणामस्वरुप दगुबती पुरंदेश्वरी अपनी शिक्षा को उन्नत बना पाएंगे। दगुबती पुरंदेश्वरी के अंदर सहज रूप से ज्ञान मौजूद है। दगुबती पुरंदेश्वरी को केवल स्वयं को उन्नत बनाते हुए उस ज्ञान को अपने निजी जीवन में समाहित करने का प्रयास करना होगा। ज्ञान के प्रति दगुबती पुरंदेश्वरी की भूख दगुबती पुरंदेश्वरी को सबसे आगे रखेगी और इसी वजह से दगुबती पुरंदेश्वरी की गिनती विद्वानों में होगी। कभी-कभी दगुबती पुरंदेश्वरी अति स्वतंत्रता का शिकार हो जाते हैं, जिसकी वजह से दगुबती पुरंदेश्वरी की शिक्षा बाधित हो सकती है, इसलिए इस से बचने का प्रयास करें।
दगुबती पुरंदेश्वरी इस बात का अत्यन्त ध्यान रखते हैं कि अन्य लोग दगुबती पुरंदेश्वरी की बौद्धिक क्षमता का सम्मान किस तरह करते हैं और दगुबती पुरंदेश्वरी सम्मान पाने की दिशा में ही प्रयास करते हैं।