धीर चरण श्रीवास्तव
Aug 9, 1967
12:0:0
Hyderabad
78 E 26
17 N 22
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
धीर चरण श्रीवास्तव एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, धीर चरण श्रीवास्तव की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। धीर चरण श्रीवास्तव अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण धीर चरण श्रीवास्तव में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण धीर चरण श्रीवास्तव जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।धीर चरण श्रीवास्तव संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि धीर चरण श्रीवास्तव को पता लगे कि धीर चरण श्रीवास्तव का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो धीर चरण श्रीवास्तव तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।धीर चरण श्रीवास्तव के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि धीर चरण श्रीवास्तव के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। धीर चरण श्रीवास्तव के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि धीर चरण श्रीवास्तव सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु धीर चरण श्रीवास्तव अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः धीर चरण श्रीवास्तव को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। धीर चरण श्रीवास्तव को यह मानकर चलना चाहिए कि धीर चरण श्रीवास्तव को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।धीर चरण श्रीवास्तव वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। धीर चरण श्रीवास्तव सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। धीर चरण श्रीवास्तव के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह धीर चरण श्रीवास्तव को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन धीर चरण श्रीवास्तव को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
धीर चरण श्रीवास्तव को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और धीर चरण श्रीवास्तव को अधिक की उम्मीद रहती है। धीर चरण श्रीवास्तव के इतने परेशान रहने के कारण धीर चरण श्रीवास्तव को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। धीर चरण श्रीवास्तव बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में धीर चरण श्रीवास्तव परेशानी महसूस करते हैं। यदि धीर चरण श्रीवास्तव अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।धीर चरण श्रीवास्तव एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना धीर चरण श्रीवास्तव को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव धीर चरण श्रीवास्तव की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण धीर चरण श्रीवास्तव की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही धीर चरण श्रीवास्तव शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। धीर चरण श्रीवास्तव के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और धीर चरण श्रीवास्तव की कल्पनाशीलता धीर चरण श्रीवास्तव को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि धीर चरण श्रीवास्तव को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब धीर चरण श्रीवास्तव अध्ययन करने बैठें तो धीर चरण श्रीवास्तव को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और धीर चरण श्रीवास्तव की स्मरण शक्ति भी धीर चरण श्रीवास्तव की मदद करे। यदि धीर चरण श्रीवास्तव मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, धीर चरण श्रीवास्तव अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
धीर चरण श्रीवास्तव दूसरों की प्रशंसा करने में प्रायः कंजूसी करते हैं, जिस कारण धीर चरण श्रीवास्तव विरोध के पात्र बन जाते हैं। धीर चरण श्रीवास्तव के मन जो कुछ भी हो उसे आज से ही कहना आरम्भ करें। परिणामस्वरूप धीर चरण श्रीवास्तव लोगों से बेहतर सम्बन्ध पायेंगे।