डॉ बी आर अम्बेडकर
Apr 14, 1891
05:26:23
Mahoo
75 E 54
22 N 42
5.5
Kundli Sangraha (Bhat)
सटीक (स.)
डॉ बी. अंबेडकर एक ऐसे इन्सान हैं जिसके लिये आराम एवं सुख सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। हांलाकि इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि इनके लिये डॉ बी. अंबेडकर अपने कर्तव्यों का पालन ढीक ठंग से नहीं करते। इसके विपरीत डॉ बी. अंबेडकर यह जानते हुए कि केवल ऐसा करके ही डॉ बी. अंबेडकर इन्हे प्राप्त कर सकते हैं, डॉ बी. अंबेडकर मेहनत से सारे कार्य करते हैं।डॉ बी. अंबेडकर को दूसरों का साथ पसन्द है और जब अकेले होते हैं तो खुश नहीं होते हैं। परिणामस्वरूप, डॉ बी. अंबेडकर मित्र खोजते हैं और उसकी महत्ता भी समझते हैं।डॉ बी. अंबेडकर एक सक्षम व्यक्ति हैं और कार्यकुशलता की प्रशंसा करते हैं। डॉ बी. अंबेडकर को अपने विरोधियों से ऊपर उठने के लिये कठिन परिश्रम करना पड़ता है। डॉ बी. अंबेडकर आर्थिक मामलों मे चतुर हैं।हांलाकि डॉ बी. अंबेडकर पुरानी एवं परखी हुइ वस्तुओं के प्रशंसक हैं लेकिन नई वस्तुओं को भी पर्याप्त मौका देते हैं। डॉ बी. अंबेडकर सहृद व्यक्ति हैं और बच्चों के प्रति अपने प्यार के लिये जाने जाते हैं।
डॉ बी. अंबेडकर की भावनाएं और विचार सुसामंजस्यपूर्ण हैं, जो कि वास्तविकता पर डॉ बी. अंबेडकर की पकड़ मजबूत बनाते हैं। डॉ बी. अंबेडकर बहुत व्यावहारिक हैं, स्वयं को समझ सकते हैं एवं डॉ बी. अंबेडकर जो कहना चाहते हैं, युक्तिपूर्ण तरीके से कह सकते हैं। डॉ बी. अंबेडकर अपनी अन्तः प्रकृति में झांककर अपने अन्दर छुपे असंतोष के कारण को देख सकते हैं व उसे व्यक्त भी कर सकते हैं। हांलाकि डॉ बी. अंबेडकर व्यर्थ की चिंता करते हैं, इधर-उधर की बातों में समय नष्ट करते हैं और स्वयं के लिये भी दूसरों के समान ही आलोचक होते हैं।डॉ बी. अंबेडकर एक मेहनती और कुशाग्र बुद्धि के स्वामी हैं और डॉ बी. अंबेडकर जो प्राप्त करना चाहते हैं उसके लिए डॉ बी. अंबेडकर परिश्रम करेंगे और किसी भी हद तक मेहनत कर सकते हैं। डॉ बी. अंबेडकर की तीव्र बुद्धि डॉ बी. अंबेडकर को अपने क्षेत्र में सबसे आगे रखेगी और मेहनत के कारण डॉ बी. अंबेडकर हर विषय में पारंगत हो जाएंगे। डॉ बी. अंबेडकर को शास्त्रों में भी रुचि होगी और जीवन की सच्चाई से जुड़े विषय भी डॉ बी. अंबेडकर को अपनी ओर खींचेंगे। डॉ बी. अंबेडकर अपने जीवन में सभी सुखों को प्राप्त कर एक अच्छा जीवन व्यतीत करना चाहते हैं और डॉ बी. अंबेडकर जानते हैं कि उसके लिए क्या-क्या आवश्यक है। इसी वजह से डॉ बी. अंबेडकर अपनी शिक्षा को ही बेहतर बनाने का प्रयास करेंगे और डॉ बी. अंबेडकर की मेहनत डॉ बी. अंबेडकर को आगे बढ़ाएगी। कभी-कभी डॉ बी. अंबेडकर क्रोध में आकर अपना ही नुकसान कर बैठते हैं, शिक्षा के मामले में डॉ बी. अंबेडकर को इससे बचकर रहना होगा क्योंकि एकाग्रता खोने के कारण डॉ बी. अंबेडकर को समस्या हो सकती है। हालांकि डॉ बी. अंबेडकर का तेज दिमाग डॉ बी. अंबेडकर को सिरमौर बनाएगा।
डॉ बी. अंबेडकर के माता-पिता डॉ बी. अंबेडकर के आध्यात्मिक गुरु की तरह कुछ विशेष लक्ष्य पाने के लिये डॉ बी. अंबेडकर को प्रभावित करते हैं। डॉ बी. अंबेडकर जो करना चाहते हैं उसको करने का प्रयास करें। डॉ बी. अंबेडकर अपने लिये प्रयास करें, न कि उनके लिये।