डॉ वशिष्ठ नारायण सिंह
Apr 2, 1946
5:02:0
Arrah
84 E 40
25 N 33
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह एक ऊर्जावान व्यक्ति हैं और तब तक संतुष्ट नहीं होते जब तक क्रियाशील न हों। डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह मानसिक एवं शारीरिक रूप से शक्तिशाली एवं काम के लिये उत्साह से भरपूर हैं। डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह के अन्दर असीम साहस है एवं यह सभी गुण डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह के जीवन को बहुआयामी बनाते हैं। डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह एक जगह ही सिर्फ इसलिये ही नहीं रुक सकते क्योंकि डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह ने उस दिशा में कार्य प्रारम्भ किया था। अगर डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह को सही लगता है तो डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह अपना काम, मित्र, रुचियां या कुछ भी बदलने मे नहीं हिचकिचाते। दुर्भाग्यवश डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह परिवर्तन के सभी पहलुओ का अध्ययन नहीं कर पाते और यह जल्दबाजी डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह को प्रायः मुसीबत में डालती है। फिर भी डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह के अन्दर साहस है, डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह जन्मजात रूप से मुसीबतों से लड़ने वाले हैं। यह सब मिलाकर डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह को अन्त में सफलता दिलाते हैं।ऐसा प्रतीत नहीं होता कि जीवन में डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह को असीम धन की प्राप्ति होगी परन्तु धन केवल तभी उपयोगी होता है जब वह डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह को सुख दिला सके और उस सुख से डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह जीवन का सम्पूर्ण आनन्द ले सकें।यह मानने के अनेक कारण हैं कि डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह जगह-जगह की सैर करेंगे और सम्भवतः अत्यधिक विश्व भ्रमण करेंगे। डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह को देश के विभिन्न हिस्सों में पद प्राप्त होंगे। डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह को अपने व्यवसाय के कारण भ्रमण अधिक करना पड़ेगा।हमारी सलाह है कि डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह को अपने अन्दर धैर्य विकसित करने का प्रयास करना चाहिये और डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह को किसी भी नये व्यवसाय को प्रारम्भ करने से पहले उस पर होने वाले खर्च का पूरा अध्ययन कर लेना चाहिये। यह कुछ छोटी बातें है परन्तु डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह की सफलता को खराब कर सकते हैं। साथ ही, परिवर्तन से बचें खासकर की 35 की उम्र के बाद।
डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह को ईश्वर ने अत्युत्तम व्यावहारिक ज्ञान और अपनी आवश्यकता के प्रति स्पष्ट नजरिया दिया है। डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह तार्किक एवं व्यावहारिक हैं। डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह वातावरण में खुशहाली खोजते हैं और अपने विचार-क्षितिज को व्यापक बनाने से डरते नहीं है। डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह भय को पहचानकर उसे दूर करने के रास्ते खोज लेते हैं। कृपया ध्यान रखें कि यदि डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह सिर्फ अपने बारे में सोचेंगे, तो डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह की सफलता की संभावना बहुत कम होगी।डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह एक ऐसे व्यक्तित्व के स्वामी हैं जो सबसे अलग है। डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह औरों लोगों से हटकर अपने जीवन को अलग तरीके से जीते हैं और जब बात डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह की शिक्षा की आती है तब भी डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह ऐसा ही करते हैं। डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह कई बार जल्दबाजी में भी बहुत चीजें सीखना चाहते हैं जो बाद में डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह को परेशान करती हैं। हालांकि डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह की लेखन क्षमता बेहतर हो सकती है और डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह लिखने में आनंद महसूस कर सकते हैं। डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह अपनी गलतियों से सीखना पसंद करते हैं और सहजता से किसी भी कार्य में अपना सब कुछ लगा देते हैं। अपनी इसी विशेषता को डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह को शिक्षा के क्षेत्र में भी लगाना चाहिए। कभी-कभी अपनी ही गलतियों के कारण डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह को परेशानी उठानी पड़ सकती है और इसी वजह से डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह की पढ़ाई में व्यवधान उत्पन्न हो सकते हैं। डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह को जीवन के अनुभवों से सीखने में आनंद आता है और यही बात डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह को शिक्षा के क्षेत्र में छोटी-छोटी बातों से सीखने में सफलता देती है। डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह के लिए आवश्यक है कि डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह जो कुछ भी सीखते हैं उसे एक बार पुनः दोहरायें ताकि वह डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह की स्मृतियों में अंकित हो जाए। शिक्षा के क्षेत्र में चुनौतियां का सामना करने के बाद ही सफलता प्राप्त हो सकती है।
डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह अन्य लोगों की अपेक्षा अधिक अन्तर्मुखी हैं। यदि डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह को बहुत से लोगों के समूह के सम्मुख जाना पड़े, तो डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह ‘स्टेज फोबिया’ से ग्रसित हो जाते हैं। डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह सबसे अधिक प्रेरित एकान्त में, इच्छानुसार कार्य अपनी गति से करने में होते हैं।