ई अहमद
Apr 29, 1937
12:00:00
Kannur
75 E 22
11 N 52
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
ई. अहमद एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, ई. अहमद की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। ई. अहमद अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण ई. अहमद में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण ई. अहमद जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।ई. अहमद संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि ई. अहमद को पता लगे कि ई. अहमद का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो ई. अहमद तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।ई. अहमद के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि ई. अहमद के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। ई. अहमद के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि ई. अहमद सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु ई. अहमद अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः ई. अहमद को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। ई. अहमद को यह मानकर चलना चाहिए कि ई. अहमद को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।ई. अहमद वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। ई. अहमद सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। ई. अहमद के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह ई. अहमद को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन ई. अहमद को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
कम समय में अधिक की लालसा के कारण ई. अहमद अत्यधिक तनाव में रहते हैं, फिर भी अपनी जिद के कारण समय के साथ समझौता नहीं करते हैं। ई. अहमद व्याकुलता के कारण, अपनी ऊर्जा का क्षय अनेक कार्यों को एक साथ करने के प्रयत्न में कर देते और यदा-कदा ही एक कार्य भी पूर्ण कर पाते हैं। जीवन के उत्तरार्द्ध में ई. अहमद ‘माइग्रेन’ का शिकार हो सकते हैं और ई. अहमद को विश्राम करने की कला सीखनी पड़ेगी। किसी भी तरह का संयुक्त शारीरिक व मानसिक व्यायाम जैसे योग आदि इस समस्या का सर्वश्रेष्ठ निदान है।ई. अहमद के अंदर गंभीरता से सोचने और समझने की क्षमता है और इस वजह से ई. अहमद किसी भी विषय पर अच्छी पकड़ रखेंगे। लेकिन इसका दूसरा पक्ष यह है कि ई. अहमद उसकी गहराई तक जाने के लिए अधिक समय लेंगे इसलिए कभी-कभी ई. अहमद को अपनी पढ़ाई से बोरियत हो सकती है। ई. अहमद अपनी शिक्षा के क्षेत्र में अधिक मेहनत करेंगे और स्वभाव से अध्ययनशील होंगे। नियमित रूप से अध्ययन करना ई. अहमद को काफी सहायता करेगा और इसी के दम पर ई. अहमद अपनी शिक्षा को पूरा कर पाएंगे। संभव है ई. अहमद को कभी कभी किसी विषय में समस्या का सामना करना पड़े और उसकी वजह से ई. अहमद की पढ़ाई थोड़ी लंबी खिंच जाए, लेकिन निरंतर अभ्यास करने के कारण ई. अहमद अंततः उसमें सफल हो कर ही रहेंगे। कई बार ई. अहमद को अपनी मेहनत का उतना परिणाम प्राप्त नहीं होगा जितना ई. अहमद उम्मीद करते हैं, लेकिन ई. अहमद के ज्ञान की वृद्धि अप्रत्याशित रूप से होगी और यही ई. अहमद को जीवन में सफल बनाएगी।
बच्चे ई. अहमद को अपने लक्ष्य निर्धारित करने और उन्हें प्राप्त करने में अत्यधिक प्रेरणा देते हैं। ई. अहमद को उनके प्रति कर्तव्य का अनुभव करना चाहिए। इस प्रेरणा का ई. अहमद को पूर्णतः प्रयोग करना चाहिए, लेकिन ये ध्यान रखें कि ई. अहमद वही कर रहे हैं जो ई. अहमद करना चाहते हैं तथा सिर्फ उन्हें अपने कर्तव्यों के कारण ही नहीं कर रहे हैं।