जी. वी. प्रकाश
Jun 13, 1987
12:00:00
Chennai
80 E 18
13 N 5
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
G.v. Prakash एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, G.v. Prakash की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। G.v. Prakash अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण G.v. Prakash में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण G.v. Prakash जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।G.v. Prakash संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि G.v. Prakash को पता लगे कि G.v. Prakash का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो G.v. Prakash तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।G.v. Prakash के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि G.v. Prakash के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। G.v. Prakash के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि G.v. Prakash सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु G.v. Prakash अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः G.v. Prakash को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। G.v. Prakash को यह मानकर चलना चाहिए कि G.v. Prakash को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।G.v. Prakash वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। G.v. Prakash सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। G.v. Prakash के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह G.v. Prakash को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन G.v. Prakash को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
कम समय में अधिक की लालसा के कारण G.v. Prakash अत्यधिक तनाव में रहते हैं, फिर भी अपनी जिद के कारण समय के साथ समझौता नहीं करते हैं। G.v. Prakash व्याकुलता के कारण, अपनी ऊर्जा का क्षय अनेक कार्यों को एक साथ करने के प्रयत्न में कर देते और यदा-कदा ही एक कार्य भी पूर्ण कर पाते हैं। जीवन के उत्तरार्द्ध में G.v. Prakash ‘माइग्रेन’ का शिकार हो सकते हैं और G.v. Prakash को विश्राम करने की कला सीखनी पड़ेगी। किसी भी तरह का संयुक्त शारीरिक व मानसिक व्यायाम जैसे योग आदि इस समस्या का सर्वश्रेष्ठ निदान है।G.v. Prakash के अंदर गंभीरता से सोचने और समझने की क्षमता है और इस वजह से G.v. Prakash किसी भी विषय पर अच्छी पकड़ रखेंगे। लेकिन इसका दूसरा पक्ष यह है कि G.v. Prakash उसकी गहराई तक जाने के लिए अधिक समय लेंगे इसलिए कभी-कभी G.v. Prakash को अपनी पढ़ाई से बोरियत हो सकती है। G.v. Prakash अपनी शिक्षा के क्षेत्र में अधिक मेहनत करेंगे और स्वभाव से अध्ययनशील होंगे। नियमित रूप से अध्ययन करना G.v. Prakash को काफी सहायता करेगा और इसी के दम पर G.v. Prakash अपनी शिक्षा को पूरा कर पाएंगे। संभव है G.v. Prakash को कभी कभी किसी विषय में समस्या का सामना करना पड़े और उसकी वजह से G.v. Prakash की पढ़ाई थोड़ी लंबी खिंच जाए, लेकिन निरंतर अभ्यास करने के कारण G.v. Prakash अंततः उसमें सफल हो कर ही रहेंगे। कई बार G.v. Prakash को अपनी मेहनत का उतना परिणाम प्राप्त नहीं होगा जितना G.v. Prakash उम्मीद करते हैं, लेकिन G.v. Prakash के ज्ञान की वृद्धि अप्रत्याशित रूप से होगी और यही G.v. Prakash को जीवन में सफल बनाएगी।
बच्चे G.v. Prakash को अपने लक्ष्य निर्धारित करने और उन्हें प्राप्त करने में अत्यधिक प्रेरणा देते हैं। G.v. Prakash को उनके प्रति कर्तव्य का अनुभव करना चाहिए। इस प्रेरणा का G.v. Prakash को पूर्णतः प्रयोग करना चाहिए, लेकिन ये ध्यान रखें कि G.v. Prakash वही कर रहे हैं जो G.v. Prakash करना चाहते हैं तथा सिर्फ उन्हें अपने कर्तव्यों के कारण ही नहीं कर रहे हैं।