हरिशंकर परसाई
Aug 22, 1924
00:00:00
Hoshangabad
77 E 45
22 N 44
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
हरिशंकर परसाई एक संवेदनशील एवं भावुक व्यक्ति हैं। जीवन की कठनाइयों का हरिशंकर परसाई पर अन्य लोगों की तुलना में ज्यादा प्रभाव पड़ता है परिणामस्वरूप हरिशंकर परसाई जीवन के कुछ सुखद पल खो देते हैं। दूसरों द्वार कही गयीं बातों को हरिशंकर परसाई दिल पर ले लेते हैं। अतः कुछ एसी बातें है जो हरिशंकर परसाई को दुःख देती हैं परन्तु उस पर ध्यान नहीं दिया जाना चाहिये।हरिशंकर परसाई के कार्य करने का तरीका शान्तिपूर्ण है,परिणामस्वरूप हरिशंकर परसाई अपने सहकर्मियों की नजर में मजबूत इच्छाशक्ति एवं दृढ-निश्चयी वाले व्यक्ति प्रतीत होते हैं। हरिशंकर परसाई की यह प्रवृत्ति हरिशंकर परसाई को अपना लक्ष्य प्राप्त करने में मदद करती है।हरिशंकर परसाई बोलने से अधिक सोचते हैं और हरिशंकर परसाई का यह चिन्तनतार्किक होता है। लोग हरिशंकर परसाई से सलाह मांगने इसलिये आते हैं क्योंकि हरिशंकर परसाई का निर्णयपालन करने योग्य और निष्पक्ष होता है।हरिशंकर परसाई में अनेक उत्तम गुण हैं। हरिशंकर परसाई एक सहानुभूतिपूर्ण मनुष्य हैं, जोकि हरिशंकर परसाई को एक अच्छा मित्र बनाता है। हरिशंकर परसाई अनुरागी व देशभक्त हैं, यही कारण है कि हरिशंकर परसाई एक अच्छे नागरिक भी हैं। हरिशंकर परसाई प्यारे माताध्पिता होंगे।हरिशंकर परसाई अपने माता-पिता की इच्छानुसार कार्य करेंगे। निश्चय ही हरिशंकर परसाई की ये अच्छाइयां दूसरों पर भारी पड़ेंगी।
हरिशंकर परसाई सकारात्मक सोच वाले और आत्मविश्वासी व्यक्ति हैं। हरिशंकर परसाई सदैव कार्यों के सही होने की आशा करते हैं व वर्तमान परिणाम को जाने देने की क्षमता रखते हैं। हरिशंकर परसाई दयालु तथा सहिष्णु हैं, व्यावहारिक हैं एवं सूक्ष्म गहराइयों में जाकर किसी भी अवधारणा को पूर्णतः समझते हैं। जीवन के प्रति हरिशंकर परसाई विश्वास और दार्शनिक दृष्टिकोण रखते हैं, जो कि जीवन मेें हरिशंकर परसाई को कई मौके देता है और सफलता पाने में हरिशंकर परसाई की मदद करता है।हरिशंकर परसाई के अंदर गजब की फुर्ती है और हरिशंकर परसाई जीवन में कुछ प्राप्त करना चाहते हैं, लेकिन अपने स्वयं के बनाए विरोधाभासों में फँस कर हरिशंकर परसाई अपनी शिक्षा से विमुख हो सकते हैं। ऐसे में हरिशंकर परसाई को इन सभी बातों को त्याग कर खुले दिल से सोचना चाहिए। हरिशंकर परसाई को यह समझना चाहिए कि जो हरिशंकर परसाई हैं, हरिशंकर परसाई उससे भी बेहतर हो सकते हैं और उसके लिए हरिशंकर परसाई को अपनी शिक्षा का दायरा बढ़ाना होगा। यदि हरिशंकर परसाई एक योजना बना कर शिक्षा प्राप्त करेंगे तो हरिशंकर परसाई को जबरदस्त सफलता हासिल होगी। हरिशंकर परसाई जो कुछ भी जानते हैं उसे अन्य लोगों के समक्ष प्रस्तुत करना पसंद करते हैं। वास्तव में यहीं से हरिशंकर परसाई सीखना प्रारंभ कर रहे हैं। क्योंकि जब हरिशंकर परसाई थोड़ा भी जान जाते हैं और उसे लोगों के समक्ष प्रस्तुत करते हैं तो ऐसा करने से वह हरिशंकर परसाई के चित्त की स्मृतियों में अंकित हो जाता है और यही हरिशंकर परसाई को अपनी शिक्षा में मदद करता है। हरिशंकर परसाई वास्तव में ऐसी शिक्षा प्राप्त करेंगे जो जीवन में हरिशंकर परसाई को एक अच्छा मुकाम दिलाने में सहायक होगी और हरिशंकर परसाई को मानसिक रुप से भी संतुष्टि प्रदान करेगी।
हरिशंकर परसाई दूसरों की प्रशंसा करने में प्रायः कंजूसी करते हैं, जिस कारण हरिशंकर परसाई विरोध के पात्र बन जाते हैं। हरिशंकर परसाई के मन जो कुछ भी हो उसे आज से ही कहना आरम्भ करें। परिणामस्वरूप हरिशंकर परसाई लोगों से बेहतर सम्बन्ध पायेंगे।