जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी
Jan 14, 1950
22:35:00
Jaunpur
82 E 41
25 N 44
5.5
Internet
संदर्भ (स.)
जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी ने अपने जीवन का आरम्भ अनुकूल वातावरण में किया था। यह कहा जा सकता है कि जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी एक उत्तम जन्मकुण्डली लेकर पैदा हुए हैं। साधारणतः जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी की स्मरणशक्ति उत्तम है और जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी एहसान को कभी नहीं भूलते हैं। जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी आवश्यकता से अधिक उदार हैं। जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी एक व्यवस्थित व्यक्ति हैं, जोकि जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी के काम में झलकता भी है, खासकर जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी के पहनावे और निवास-स्थान में।जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी व्यक्तिगत रूप से आकर्षक, शालीन और सुलझे हुए हैं। जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी बड़े दिल वाले और खुले दिमाग के व्यक्ति हैं। जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी विपरीत परिस्थितियों में भी विचारवान रहते हैं। जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी दृढ़चरित्र है।जन्म से ही जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी के अन्दर नेतृत्व का गुण विद्यमान है, किन्तु जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी इसका दिखावा पसन्द नहीं करते। जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी का दृष्टिकोण व्यापक है और जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी छोटी-छोटी बातों की परवाह नहीं करते हैं।जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी एक महत्वाकांक्षी व्यक्ति हैं और अपने लिये ऊंचे लक्ष्य रखते हैं। प्रायः जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी लक्ष्य से दूर रह जाते हैं, लेकिन जो जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी को प्राप्त होता है वह भी सामान्य से अधिक होता है।
जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी सकारात्मक सोच वाले और आत्मविश्वासी व्यक्ति हैं। जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी सदैव कार्यों के सही होने की आशा करते हैं व वर्तमान परिणाम को जाने देने की क्षमता रखते हैं। जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी दयालु तथा सहिष्णु हैं, व्यावहारिक हैं एवं सूक्ष्म गहराइयों में जाकर किसी भी अवधारणा को पूर्णतः समझते हैं। जीवन के प्रति जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी विश्वास और दार्शनिक दृष्टिकोण रखते हैं, जो कि जीवन मेें जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी को कई मौके देता है और सफलता पाने में जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी की मदद करता है।जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी के अंदर गजब की फुर्ती है और जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी जीवन में कुछ प्राप्त करना चाहते हैं, लेकिन अपने स्वयं के बनाए विरोधाभासों में फँस कर जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी अपनी शिक्षा से विमुख हो सकते हैं। ऐसे में जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी को इन सभी बातों को त्याग कर खुले दिल से सोचना चाहिए। जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी को यह समझना चाहिए कि जो जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी हैं, जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी उससे भी बेहतर हो सकते हैं और उसके लिए जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी को अपनी शिक्षा का दायरा बढ़ाना होगा। यदि जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी एक योजना बना कर शिक्षा प्राप्त करेंगे तो जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी को जबरदस्त सफलता हासिल होगी। जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी जो कुछ भी जानते हैं उसे अन्य लोगों के समक्ष प्रस्तुत करना पसंद करते हैं। वास्तव में यहीं से जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी सीखना प्रारंभ कर रहे हैं। क्योंकि जब जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी थोड़ा भी जान जाते हैं और उसे लोगों के समक्ष प्रस्तुत करते हैं तो ऐसा करने से वह जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी के चित्त की स्मृतियों में अंकित हो जाता है और यही जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी को अपनी शिक्षा में मदद करता है। जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी वास्तव में ऐसी शिक्षा प्राप्त करेंगे जो जीवन में जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी को एक अच्छा मुकाम दिलाने में सहायक होगी और जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी को मानसिक रुप से भी संतुष्टि प्रदान करेगी।
जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी इस बात का अत्यन्त ध्यान रखते हैं कि अन्य लोग जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी की बौद्धिक क्षमता का सम्मान किस तरह करते हैं और जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी सम्मान पाने की दिशा में ही प्रयास करते हैं।