जगदीश टाइटलर
Jan 11, 1944
12:00:00
New Delhi
77 E 12
28 N 36
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
जगदीश टायटलर एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, जगदीश टायटलर की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। जगदीश टायटलर अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण जगदीश टायटलर में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण जगदीश टायटलर जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।जगदीश टायटलर संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि जगदीश टायटलर को पता लगे कि जगदीश टायटलर का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो जगदीश टायटलर तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।जगदीश टायटलर के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि जगदीश टायटलर के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। जगदीश टायटलर के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि जगदीश टायटलर सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु जगदीश टायटलर अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः जगदीश टायटलर को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। जगदीश टायटलर को यह मानकर चलना चाहिए कि जगदीश टायटलर को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।जगदीश टायटलर वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। जगदीश टायटलर सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। जगदीश टायटलर के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह जगदीश टायटलर को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन जगदीश टायटलर को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
जगदीश टायटलर को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और जगदीश टायटलर को अधिक की उम्मीद रहती है। जगदीश टायटलर के इतने परेशान रहने के कारण जगदीश टायटलर को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। जगदीश टायटलर बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में जगदीश टायटलर परेशानी महसूस करते हैं। यदि जगदीश टायटलर अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।जगदीश टायटलर एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना जगदीश टायटलर को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव जगदीश टायटलर की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण जगदीश टायटलर की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही जगदीश टायटलर शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। जगदीश टायटलर के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और जगदीश टायटलर की कल्पनाशीलता जगदीश टायटलर को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि जगदीश टायटलर को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब जगदीश टायटलर अध्ययन करने बैठें तो जगदीश टायटलर को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और जगदीश टायटलर की स्मरण शक्ति भी जगदीश टायटलर की मदद करे। यदि जगदीश टायटलर मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, जगदीश टायटलर अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
बच्चे जगदीश टायटलर को अपने लक्ष्य निर्धारित करने और उन्हें प्राप्त करने में अत्यधिक प्रेरणा देते हैं। जगदीश टायटलर को उनके प्रति कर्तव्य का अनुभव करना चाहिए। इस प्रेरणा का जगदीश टायटलर को पूर्णतः प्रयोग करना चाहिए, लेकिन ये ध्यान रखें कि जगदीश टायटलर वही कर रहे हैं जो जगदीश टायटलर करना चाहते हैं तथा सिर्फ उन्हें अपने कर्तव्यों के कारण ही नहीं कर रहे हैं।