जितेंद्र सिंह
Jun 12, 1971
12:00:00
New Delhi
77 E 12
28 N 36
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
Jitendra Singh एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, Jitendra Singh की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। Jitendra Singh अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण Jitendra Singh में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण Jitendra Singh जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।Jitendra Singh संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि Jitendra Singh को पता लगे कि Jitendra Singh का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो Jitendra Singh तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।Jitendra Singh के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि Jitendra Singh के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। Jitendra Singh के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि Jitendra Singh सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु Jitendra Singh अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः Jitendra Singh को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। Jitendra Singh को यह मानकर चलना चाहिए कि Jitendra Singh को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।Jitendra Singh वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। Jitendra Singh सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। Jitendra Singh के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह Jitendra Singh को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन Jitendra Singh को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
Jitendra Singh को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और Jitendra Singh को अधिक की उम्मीद रहती है। Jitendra Singh के इतने परेशान रहने के कारण Jitendra Singh को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। Jitendra Singh बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में Jitendra Singh परेशानी महसूस करते हैं। यदि Jitendra Singh अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।Jitendra Singh एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना Jitendra Singh को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव Jitendra Singh की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण Jitendra Singh की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही Jitendra Singh शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। Jitendra Singh के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और Jitendra Singh की कल्पनाशीलता Jitendra Singh को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि Jitendra Singh को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब Jitendra Singh अध्ययन करने बैठें तो Jitendra Singh को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और Jitendra Singh की स्मरण शक्ति भी Jitendra Singh की मदद करे। यदि Jitendra Singh मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, Jitendra Singh अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
Jitendra Singh की कठिन परिश्रम की प्रेरणा का मूल धन प्राप्ति की कामना है, क्योंकि Jitendra Singh को लगता है कि भौतिक ऐश्वर्यपूर्ण वातावरण दूसरों से सम्मान पाने के लिये अनिवार्य है। परन्तु Jitendra Singh का ऐसा सोचना सही नहीे है, Jitendra Singh उस दिशा में तभी जाएं यदि Jitendra Singh को लगता है कि उस दिशा में सुख की प्राप्ति होगी।