जॉन स्मिथ
Sep 13, 1938
13:25:0
4 W 58, 56 N 25
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संदर्भ (स.)
John Smith एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, John Smith की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। John Smith अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण John Smith में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण John Smith जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।John Smith संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि John Smith को पता लगे कि John Smith का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो John Smith तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।John Smith के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि John Smith के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। John Smith के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि John Smith सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु John Smith अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः John Smith को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। John Smith को यह मानकर चलना चाहिए कि John Smith को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।John Smith वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। John Smith सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। John Smith के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह John Smith को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन John Smith को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
John Smith को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और John Smith को अधिक की उम्मीद रहती है। John Smith के इतने परेशान रहने के कारण John Smith को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। John Smith बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में John Smith परेशानी महसूस करते हैं। यदि John Smith अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।John Smith एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना John Smith को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव John Smith की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण John Smith की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही John Smith शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। John Smith के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और John Smith की कल्पनाशीलता John Smith को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि John Smith को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब John Smith अध्ययन करने बैठें तो John Smith को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और John Smith की स्मरण शक्ति भी John Smith की मदद करे। यदि John Smith मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, John Smith अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
John Smith की कठिन परिश्रम की प्रेरणा का मूल धन प्राप्ति की कामना है, क्योंकि John Smith को लगता है कि भौतिक ऐश्वर्यपूर्ण वातावरण दूसरों से सम्मान पाने के लिये अनिवार्य है। परन्तु John Smith का ऐसा सोचना सही नहीे है, John Smith उस दिशा में तभी जाएं यदि John Smith को लगता है कि उस दिशा में सुख की प्राप्ति होगी।