कलवकुंतला चंद्रशेखर राव
Feb 17, 1954
12:0:0
Siddipet
78 E 1
18 N 7
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
Kalvakuntla Chandrashekar Rao एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, Kalvakuntla Chandrashekar Rao की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। Kalvakuntla Chandrashekar Rao अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण Kalvakuntla Chandrashekar Rao में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण Kalvakuntla Chandrashekar Rao जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।Kalvakuntla Chandrashekar Rao संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि Kalvakuntla Chandrashekar Rao को पता लगे कि Kalvakuntla Chandrashekar Rao का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो Kalvakuntla Chandrashekar Rao तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।Kalvakuntla Chandrashekar Rao के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि Kalvakuntla Chandrashekar Rao के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। Kalvakuntla Chandrashekar Rao के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि Kalvakuntla Chandrashekar Rao सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु Kalvakuntla Chandrashekar Rao अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः Kalvakuntla Chandrashekar Rao को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। Kalvakuntla Chandrashekar Rao को यह मानकर चलना चाहिए कि Kalvakuntla Chandrashekar Rao को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।Kalvakuntla Chandrashekar Rao वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। Kalvakuntla Chandrashekar Rao सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। Kalvakuntla Chandrashekar Rao के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह Kalvakuntla Chandrashekar Rao को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन Kalvakuntla Chandrashekar Rao को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
Kalvakuntla Chandrashekar Rao को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और Kalvakuntla Chandrashekar Rao को अधिक की उम्मीद रहती है। Kalvakuntla Chandrashekar Rao के इतने परेशान रहने के कारण Kalvakuntla Chandrashekar Rao को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। Kalvakuntla Chandrashekar Rao बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में Kalvakuntla Chandrashekar Rao परेशानी महसूस करते हैं। यदि Kalvakuntla Chandrashekar Rao अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।Kalvakuntla Chandrashekar Rao एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना Kalvakuntla Chandrashekar Rao को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव Kalvakuntla Chandrashekar Rao की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण Kalvakuntla Chandrashekar Rao की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही Kalvakuntla Chandrashekar Rao शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। Kalvakuntla Chandrashekar Rao के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और Kalvakuntla Chandrashekar Rao की कल्पनाशीलता Kalvakuntla Chandrashekar Rao को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि Kalvakuntla Chandrashekar Rao को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब Kalvakuntla Chandrashekar Rao अध्ययन करने बैठें तो Kalvakuntla Chandrashekar Rao को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और Kalvakuntla Chandrashekar Rao की स्मरण शक्ति भी Kalvakuntla Chandrashekar Rao की मदद करे। यदि Kalvakuntla Chandrashekar Rao मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, Kalvakuntla Chandrashekar Rao अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
Kalvakuntla Chandrashekar Rao इस बात का अत्यन्त ध्यान रखते हैं कि अन्य लोग Kalvakuntla Chandrashekar Rao की बौद्धिक क्षमता का सम्मान किस तरह करते हैं और Kalvakuntla Chandrashekar Rao सम्मान पाने की दिशा में ही प्रयास करते हैं।