कार्ल मार्क्स
May 5, 1818
2:30:00
Trier Germany
6 E 38
49 N 46
2
Lagna Phal (Garg)
संदर्भ (स.)
कार्ल मार्क्स एक संवेदनशील एवं भावुक व्यक्ति हैं। जीवन की कठनाइयों का कार्ल मार्क्स पर अन्य लोगों की तुलना में ज्यादा प्रभाव पड़ता है परिणामस्वरूप कार्ल मार्क्स जीवन के कुछ सुखद पल खो देते हैं। दूसरों द्वार कही गयीं बातों को कार्ल मार्क्स दिल पर ले लेते हैं। अतः कुछ एसी बातें है जो कार्ल मार्क्स को दुःख देती हैं परन्तु उस पर ध्यान नहीं दिया जाना चाहिये।कार्ल मार्क्स के कार्य करने का तरीका शान्तिपूर्ण है,परिणामस्वरूप कार्ल मार्क्स अपने सहकर्मियों की नजर में मजबूत इच्छाशक्ति एवं दृढ-निश्चयी वाले व्यक्ति प्रतीत होते हैं। कार्ल मार्क्स की यह प्रवृत्ति कार्ल मार्क्स को अपना लक्ष्य प्राप्त करने में मदद करती है।कार्ल मार्क्स बोलने से अधिक सोचते हैं और कार्ल मार्क्स का यह चिन्तनतार्किक होता है। लोग कार्ल मार्क्स से सलाह मांगने इसलिये आते हैं क्योंकि कार्ल मार्क्स का निर्णयपालन करने योग्य और निष्पक्ष होता है।कार्ल मार्क्स में अनेक उत्तम गुण हैं। कार्ल मार्क्स एक सहानुभूतिपूर्ण मनुष्य हैं, जोकि कार्ल मार्क्स को एक अच्छा मित्र बनाता है। कार्ल मार्क्स अनुरागी व देशभक्त हैं, यही कारण है कि कार्ल मार्क्स एक अच्छे नागरिक भी हैं। कार्ल मार्क्स प्यारे माताध्पिता होंगे।कार्ल मार्क्स अपने माता-पिता की इच्छानुसार कार्य करेंगे। निश्चय ही कार्ल मार्क्स की ये अच्छाइयां दूसरों पर भारी पड़ेंगी।
कार्ल मार्क्स सकारात्मक सोच वाले और आत्मविश्वासी व्यक्ति हैं। कार्ल मार्क्स सदैव कार्यों के सही होने की आशा करते हैं व वर्तमान परिणाम को जाने देने की क्षमता रखते हैं। कार्ल मार्क्स दयालु तथा सहिष्णु हैं, व्यावहारिक हैं एवं सूक्ष्म गहराइयों में जाकर किसी भी अवधारणा को पूर्णतः समझते हैं। जीवन के प्रति कार्ल मार्क्स विश्वास और दार्शनिक दृष्टिकोण रखते हैं, जो कि जीवन मेें कार्ल मार्क्स को कई मौके देता है और सफलता पाने में कार्ल मार्क्स की मदद करता है।कार्ल मार्क्स के अंदर गजब की फुर्ती है और कार्ल मार्क्स जीवन में कुछ प्राप्त करना चाहते हैं, लेकिन अपने स्वयं के बनाए विरोधाभासों में फँस कर कार्ल मार्क्स अपनी शिक्षा से विमुख हो सकते हैं। ऐसे में कार्ल मार्क्स को इन सभी बातों को त्याग कर खुले दिल से सोचना चाहिए। कार्ल मार्क्स को यह समझना चाहिए कि जो कार्ल मार्क्स हैं, कार्ल मार्क्स उससे भी बेहतर हो सकते हैं और उसके लिए कार्ल मार्क्स को अपनी शिक्षा का दायरा बढ़ाना होगा। यदि कार्ल मार्क्स एक योजना बना कर शिक्षा प्राप्त करेंगे तो कार्ल मार्क्स को जबरदस्त सफलता हासिल होगी। कार्ल मार्क्स जो कुछ भी जानते हैं उसे अन्य लोगों के समक्ष प्रस्तुत करना पसंद करते हैं। वास्तव में यहीं से कार्ल मार्क्स सीखना प्रारंभ कर रहे हैं। क्योंकि जब कार्ल मार्क्स थोड़ा भी जान जाते हैं और उसे लोगों के समक्ष प्रस्तुत करते हैं तो ऐसा करने से वह कार्ल मार्क्स के चित्त की स्मृतियों में अंकित हो जाता है और यही कार्ल मार्क्स को अपनी शिक्षा में मदद करता है। कार्ल मार्क्स वास्तव में ऐसी शिक्षा प्राप्त करेंगे जो जीवन में कार्ल मार्क्स को एक अच्छा मुकाम दिलाने में सहायक होगी और कार्ल मार्क्स को मानसिक रुप से भी संतुष्टि प्रदान करेगी।
कार्ल मार्क्स के माता-पिता कार्ल मार्क्स के आध्यात्मिक गुरु की तरह कुछ विशेष लक्ष्य पाने के लिये कार्ल मार्क्स को प्रभावित करते हैं। कार्ल मार्क्स जो करना चाहते हैं उसको करने का प्रयास करें। कार्ल मार्क्स अपने लिये प्रयास करें, न कि उनके लिये।