कृष्णा तीरथ
Mar 3, 1955
12:00:00
Karol Bagh
77 E 11
28 N 40
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
कृष्णा तीरथ एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, कृष्णा तीरथ की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। कृष्णा तीरथ अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण कृष्णा तीरथ में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण कृष्णा तीरथ जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।कृष्णा तीरथ संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि कृष्णा तीरथ को पता लगे कि कृष्णा तीरथ का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो कृष्णा तीरथ तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।कृष्णा तीरथ के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि कृष्णा तीरथ के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। कृष्णा तीरथ के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि कृष्णा तीरथ सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु कृष्णा तीरथ अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः कृष्णा तीरथ को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। कृष्णा तीरथ को यह मानकर चलना चाहिए कि कृष्णा तीरथ को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।कृष्णा तीरथ वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। कृष्णा तीरथ सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। कृष्णा तीरथ के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह कृष्णा तीरथ को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन कृष्णा तीरथ को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
कृष्णा तीरथ वस्तु व व्यक्ति के आर-पार देख सकते हैं,अर्थात् कृष्णा तीरथ से कुछ भी छुपाना सम्भव नहीं है। कृष्णा तीरथ की अन्तर्दृष्टि की यही स्पष्टता कृष्णा तीरथ को विपक्षियों से पार पाने में व सन्तोष प्राप्त करने में कृष्णा तीरथ की सहायता करती है। कृष्णा तीरथ के अन्दर परिस्थितियों को तुरन्त समझने की एवं समस्याओं के त्वरित निराकरण की क्षमता है।कृष्णा तीरथ लक्ष्य पर नियंत्रित रहने वाले हैं और किसी का भी दबाव महसूस नहीं करते। कृष्णा तीरथ स्वभाविक तौर पर एक विद्वान होंगे और समाज में कृष्णा तीरथ की छवि एक प्रतिष्ठित और ज्ञानी व्यक्ति के रूप में होगी। इसकी वजह होगी कृष्णा तीरथ का ज्ञान और कृष्णा तीरथ की शिक्षा। चाहे कृष्णा तीरथ अन्य चीजों को त्याग दें लेकिन शिक्षा में बेहतर करना कृष्णा तीरथ की सबसे पहली प्राथमिकता होगी और यही कृष्णा तीरथ को सबसे अलग रखेगी। कृष्णा तीरथ को अपने जीवन में अनेक ज्ञानी और प्रतिष्ठित लोगों के द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त होगा और उसके परिणामस्वरुप कृष्णा तीरथ अपनी शिक्षा को उन्नत बना पाएंगे। कृष्णा तीरथ के अंदर सहज रूप से ज्ञान मौजूद है। कृष्णा तीरथ को केवल स्वयं को उन्नत बनाते हुए उस ज्ञान को अपने निजी जीवन में समाहित करने का प्रयास करना होगा। ज्ञान के प्रति कृष्णा तीरथ की भूख कृष्णा तीरथ को सबसे आगे रखेगी और इसी वजह से कृष्णा तीरथ की गिनती विद्वानों में होगी। कभी-कभी कृष्णा तीरथ अति स्वतंत्रता का शिकार हो जाते हैं, जिसकी वजह से कृष्णा तीरथ की शिक्षा बाधित हो सकती है, इसलिए इस से बचने का प्रयास करें।
कृष्णा तीरथ को ऐसा लगता है कि जब कृष्णा तीरथ के पास धन और भौतिक ऐश्वर्य होगा तभी लोग कृष्णा तीरथ का सम्मान करेंगे। किन्तु यह सत्य नहीं है, अतः कृष्णा तीरथ वही कार्य करें जो कृष्णा तीरथ करना चाहते हैं।